राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : नई शिक्षा नीति 2016 को तैयार करने में जुटे मानव संसाधन विकास मंत्रलय ने अब इसके निर्धारण में अभिभावकों, शिक्षकों, स्कूल प्रिंसिपलों व प्रबंधकों का योगदान भी सुनिश्चित करने की पहल की है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के माध्यम से इसके लिए
ऑनलाइन फीडबैक एकत्र किए जा रहे हैं। 1 इसमें कौशल विकास रोजगारपरक शिक्षा, समग्र सतत मूल्याकंन प्रणाली (सीसीई), नो डिटेंशन पॉलिसी व यौन उत्पीड़न सरीखे गंभीर विषयों पर राय एकत्र की जा रही है। यहां बता दें कि सितंबर में छात्रों के स्तर पर पहले ही सीबीएसई ऑनलाइन फीडबैक फॉर्म भरवा चुका है। अब स्कूल प्रबंधक, प्रिंसिपल, शिक्षक व अभिभावकों से राय मांगी जा रही है। नौ नवंबर तक ऑनलाइन फीडबैक फॉर्म के माध्यम से इन्हें अपनी राय देनी है। बोर्ड की ओर से पूछे जा रहे सवालों में स्कूल प्रमुखों के लिए तैयार प्रश्नावली में 33 प्रश्न, शिक्षकों के लिए 20 प्रश्न, स्कूल मैंनेजर के लिए 24 प्रश्न व अभिभावकों के लिए 16 प्रश्न तैयार किए गए हैं। इन सवालों में कुछ को 0-5 तक की रेटिंग भी देनी है। इनके जवाब के आधार पर नई शिक्षा नीति को तैयार करने में मदद मिल सकती है। मंत्रलय जानना चाहता है कि सीसीई को लेकर शिक्षक, अभिभावक स्कूल प्रबंध समिति किस हद तक संतुष्ट हैं। स्कूल कर्मचारियों के कल्याण, यौन उत्पीड़न, आठवीं तक फेल नहीं करने की नीति (नो डिटेंशन) को लेकर वह कितने संतुष्ट हैं। 1इसी तरह शिक्षकों से पूछा गया है कि क्या सीबीएसई के वोकेशनल कोर्स बारहवीं के बाद विद्यार्थियों को रोजगार दिलाने में कारगार हैं? पाठ्यक्रम में आपदा प्रबंधन, सड़क-सुरक्षा, सिविल डिफेंस, आग से सुरक्षा के विषय में रेटिंग मांगी गई है। अभिभावकों से पूछा गया है कि वे हंिदूी, अंग्रेजी या अन्य किस भाषा में अपने बच्चे को पढ़ाना चाहते हैं।6ऑनलाइन फीडबैक सिस्टम के तहत ली जा रही है राय16सीबीएसई के माध्यम से मानव संसाधन विकास मंत्रलय ने मांगे हैं सुझावwww.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
ऑनलाइन फीडबैक एकत्र किए जा रहे हैं। 1 इसमें कौशल विकास रोजगारपरक शिक्षा, समग्र सतत मूल्याकंन प्रणाली (सीसीई), नो डिटेंशन पॉलिसी व यौन उत्पीड़न सरीखे गंभीर विषयों पर राय एकत्र की जा रही है। यहां बता दें कि सितंबर में छात्रों के स्तर पर पहले ही सीबीएसई ऑनलाइन फीडबैक फॉर्म भरवा चुका है। अब स्कूल प्रबंधक, प्रिंसिपल, शिक्षक व अभिभावकों से राय मांगी जा रही है। नौ नवंबर तक ऑनलाइन फीडबैक फॉर्म के माध्यम से इन्हें अपनी राय देनी है। बोर्ड की ओर से पूछे जा रहे सवालों में स्कूल प्रमुखों के लिए तैयार प्रश्नावली में 33 प्रश्न, शिक्षकों के लिए 20 प्रश्न, स्कूल मैंनेजर के लिए 24 प्रश्न व अभिभावकों के लिए 16 प्रश्न तैयार किए गए हैं। इन सवालों में कुछ को 0-5 तक की रेटिंग भी देनी है। इनके जवाब के आधार पर नई शिक्षा नीति को तैयार करने में मदद मिल सकती है। मंत्रलय जानना चाहता है कि सीसीई को लेकर शिक्षक, अभिभावक स्कूल प्रबंध समिति किस हद तक संतुष्ट हैं। स्कूल कर्मचारियों के कल्याण, यौन उत्पीड़न, आठवीं तक फेल नहीं करने की नीति (नो डिटेंशन) को लेकर वह कितने संतुष्ट हैं। 1इसी तरह शिक्षकों से पूछा गया है कि क्या सीबीएसई के वोकेशनल कोर्स बारहवीं के बाद विद्यार्थियों को रोजगार दिलाने में कारगार हैं? पाठ्यक्रम में आपदा प्रबंधन, सड़क-सुरक्षा, सिविल डिफेंस, आग से सुरक्षा के विषय में रेटिंग मांगी गई है। अभिभावकों से पूछा गया है कि वे हंिदूी, अंग्रेजी या अन्य किस भाषा में अपने बच्चे को पढ़ाना चाहते हैं।6ऑनलाइन फीडबैक सिस्टम के तहत ली जा रही है राय16सीबीएसई के माध्यम से मानव संसाधन विकास मंत्रलय ने मांगे हैं सुझावwww.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
No comments:
Post a Comment
thanks for your valuable comment