गिरिराज अग्रवाल |चंडीगढ़। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का दबाव बढ़ने के बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने राजनीतिक नियुक्तियों का सिलसिला एक बार फिर शुरू कर दिया है। कुछ दिन पहले ही उन्होंने राज्य गौ सेवा आयोग में चेयरमैन, वाइस चेयरमैन और सदस्यों की नियुक्तियां की थीं। अब राज्य एससी-बीसी बोर्ड के गठन को मंजूरी दे दी है।
फतेहाबाद जिले के रतिया विधानसभा क्षेत्र में महज 562 वोटों से हारीं सुनीता दुग्गल को इस बोर्ड का चेयरमैन बनाए जाने की संभावना है। दुग्गल इनकम टैक्स ऑफिसर रहीं हैं और वीआरएस लेकर उन्होंने भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। उनके पति राजेश दुग्गल भी भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं। एससी-बीसी बोर्ड के गठन का नोटिफिकेशन जल्दी ही होने की संभावना है। दुग्गल के साथ ही सुखबीर चंदोलिया, बलदेव गिरोटा, मांगेराम, रतनलाल बामणिया, सीताराम बागड़ी, महेश पारचा और सुभाष कुंडिया को बोर्ड का मेंबर बनाया जा सकता है। एससी-बीसी बोर्ड का गठन सरकार इसलिए भी जल्दी करना चाहती है क्योंकि प्रदेश में पिछले दिनों एससीबीसी अत्याचार की कई घटनाएं सामने आई हैं।
यूनिवर्सिटी और अकादमियों में नियुक्तियों को प्राथमिकता: आरएसएस की प्राथमिकता सबसे पहले विभिन्न यूनिवर्सिटीज में खाली पड़े वीसी, रजिस्ट्रार और साहित्य अकादमियों के खाली पदों को भरने की है। इसके लिए होमवर्क करके सरकार को नियुक्ति योग्य लोगों की सूची भी भिजवाई जा चुकी है। इसी कड़ी में हाल ही इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर में डॉ. मदन लाल गोयल को रजिस्ट्रार लगाया गया है। जबकि एमडीयू रोहतक के वीसी की चयन प्रक्रिया चल रही है। संघ का मानना है कि जब तक इन संस्थाओं में अपनी विचारधारा के लोग नहीं बैठेंगे, तब तक प्रदेश में भाजपा के पक्ष में माहौल नहीं बनेगा।दिल्ली स्थित संघ मुख्यालय ने बुधवार को सीएम मनोहर लाल खट्टर से इस बात पर सख्त नाराजगी जताई थी कि अभी तक खाली पड़े पदों को क्यों नहीं भरा गया।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
फतेहाबाद जिले के रतिया विधानसभा क्षेत्र में महज 562 वोटों से हारीं सुनीता दुग्गल को इस बोर्ड का चेयरमैन बनाए जाने की संभावना है। दुग्गल इनकम टैक्स ऑफिसर रहीं हैं और वीआरएस लेकर उन्होंने भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। उनके पति राजेश दुग्गल भी भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं। एससी-बीसी बोर्ड के गठन का नोटिफिकेशन जल्दी ही होने की संभावना है। दुग्गल के साथ ही सुखबीर चंदोलिया, बलदेव गिरोटा, मांगेराम, रतनलाल बामणिया, सीताराम बागड़ी, महेश पारचा और सुभाष कुंडिया को बोर्ड का मेंबर बनाया जा सकता है। एससी-बीसी बोर्ड का गठन सरकार इसलिए भी जल्दी करना चाहती है क्योंकि प्रदेश में पिछले दिनों एससीबीसी अत्याचार की कई घटनाएं सामने आई हैं।
यूनिवर्सिटी और अकादमियों में नियुक्तियों को प्राथमिकता: आरएसएस की प्राथमिकता सबसे पहले विभिन्न यूनिवर्सिटीज में खाली पड़े वीसी, रजिस्ट्रार और साहित्य अकादमियों के खाली पदों को भरने की है। इसके लिए होमवर्क करके सरकार को नियुक्ति योग्य लोगों की सूची भी भिजवाई जा चुकी है। इसी कड़ी में हाल ही इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर में डॉ. मदन लाल गोयल को रजिस्ट्रार लगाया गया है। जबकि एमडीयू रोहतक के वीसी की चयन प्रक्रिया चल रही है। संघ का मानना है कि जब तक इन संस्थाओं में अपनी विचारधारा के लोग नहीं बैठेंगे, तब तक प्रदेश में भाजपा के पक्ष में माहौल नहीं बनेगा।दिल्ली स्थित संघ मुख्यालय ने बुधवार को सीएम मनोहर लाल खट्टर से इस बात पर सख्त नाराजगी जताई थी कि अभी तक खाली पड़े पदों को क्यों नहीं भरा गया।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
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