5वीं व् 8वीं कक्षा में बोर्ड लागू होने पर असमंजस
गुड़गांव : प्रदेश के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा द्वारा पांचवीं आठवीं कक्षा में बोर्ड लागू किए जाने के बयान के बाद से गवर्नमेंट स्कूलों के टीचर्स प्राइवेट स्कूल प्रबंधक परेशान हैं। उनमें असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि बोर्ड इस वर्ष से लागू होगा या फिर आगामी सेशन से लागू किया जाएगा। स्कूल प्रबंधकों का मानना है कि शिक्षा मंत्री प्रदेश सरकार को इस बारे में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। इस बार मार्च में एग्जाम में यदि बोर्ड लागू होगा तो अभी से स्टूडेंट्स को बोर्ड के एग्जाम के संबंध में जानकारी देनी होगी।
गत दो जनवरी को प्रदेश के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने बयान दिया था कि पांचवीं आठवीं कक्षा में दोबारा से बोर्ड प्रणाली लागू की जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। अभी इस संबंध में अनुमति का इंतजार है। प्रदेश सरकार भी चाहती है कि बेहतर शिक्षा के लिए पांचवीं और आठवीं की परीक्षा बोर्ड की हो।
खराब रिजल्ट के बाद की थी बोर्ड लागू कराने की मांग
गत वर्ष दिसंबर माह में दसवीं और 12वीं का रिजल्ट आया तो हैरान करने वाला था। रिजल्ट बेहद खराब था। जिसके बाद प्रदेश के शिक्षकों ने पढ़ाई के तौर-तरीकों पर सवाल खड़े कर दिए थे। यहीं नहीं शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए शिक्षकों ने मांग उठाई थी कि प्रदेश में पांचवीं और आठवीं की परीक्षा को बोर्ड की कराई जाए, तभी बच्चे पढ़ सकेंगे।
"अभी तक प्रदेश सरकार की ओर से इस संबंध में कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं। यदि इस साल से लागू होगा तो टीचर्स को तैयार रहना होगा। पढ़ाई कराना सबसे जरूरी है, परीक्षाएं बोर्ड से हो या फिर बिना बोर्ड के, कोई मायने नहीं रखता।" -- प्रेमलता,डीईईओ, गुड़गांव
बोर्ड परीक्षा को लेकर स्थिति स्पष्ट करे सरकार: यादव
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारी यशपाल यादव ने कहा कि सरकार द्वारा यदि पांचवीं आठवीं में बोर्ड लागू करने का स्वागत है। लेकिन इसके लिए प्रदेश सरकार को स्थिति स्पष्ट कर बताना चाहिए बोर्ड इस साल से लागू होगा या अगले वर्ष से लागू किया जाना है।
इस साल संभव नहीं: सत्यनारायण
अध्यापक संघ के प्रदेश सचिव सत्यनारायण यादव ने कहा कि पांचवीं आठवीं कक्षा में बोर्ड लागू किया जाने का फैसला सही है, लेकिन इस साल से यह संभव नहीं है। इससे पहले आरटीई (राइट टू एजुकेशन) को हटाना होगा, जिसके लिए केंद्र सरकार से अप्रूवल लेनी होगी। ऐसे में इस साल किसी भी हाल में पांचवीं आठवीं में बोर्ड लागू होना संभव नहीं है।
गत दो जनवरी को प्रदेश के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने बयान दिया था कि पांचवीं आठवीं कक्षा में दोबारा से बोर्ड प्रणाली लागू की जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। अभी इस संबंध में अनुमति का इंतजार है। प्रदेश सरकार भी चाहती है कि बेहतर शिक्षा के लिए पांचवीं और आठवीं की परीक्षा बोर्ड की हो।
खराब रिजल्ट के बाद की थी बोर्ड लागू कराने की मांग
गत वर्ष दिसंबर माह में दसवीं और 12वीं का रिजल्ट आया तो हैरान करने वाला था। रिजल्ट बेहद खराब था। जिसके बाद प्रदेश के शिक्षकों ने पढ़ाई के तौर-तरीकों पर सवाल खड़े कर दिए थे। यहीं नहीं शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए शिक्षकों ने मांग उठाई थी कि प्रदेश में पांचवीं और आठवीं की परीक्षा को बोर्ड की कराई जाए, तभी बच्चे पढ़ सकेंगे।
"अभी तक प्रदेश सरकार की ओर से इस संबंध में कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं। यदि इस साल से लागू होगा तो टीचर्स को तैयार रहना होगा। पढ़ाई कराना सबसे जरूरी है, परीक्षाएं बोर्ड से हो या फिर बिना बोर्ड के, कोई मायने नहीं रखता।" -- प्रेमलता,डीईईओ, गुड़गांव
बोर्ड परीक्षा को लेकर स्थिति स्पष्ट करे सरकार: यादव
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारी यशपाल यादव ने कहा कि सरकार द्वारा यदि पांचवीं आठवीं में बोर्ड लागू करने का स्वागत है। लेकिन इसके लिए प्रदेश सरकार को स्थिति स्पष्ट कर बताना चाहिए बोर्ड इस साल से लागू होगा या अगले वर्ष से लागू किया जाना है।
इस साल संभव नहीं: सत्यनारायण
अध्यापक संघ के प्रदेश सचिव सत्यनारायण यादव ने कहा कि पांचवीं आठवीं कक्षा में बोर्ड लागू किया जाने का फैसला सही है, लेकिन इस साल से यह संभव नहीं है। इससे पहले आरटीई (राइट टू एजुकेशन) को हटाना होगा, जिसके लिए केंद्र सरकार से अप्रूवल लेनी होगी। ऐसे में इस साल किसी भी हाल में पांचवीं आठवीं में बोर्ड लागू होना संभव नहीं है।
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