जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र प्रदेश में ठंड अपने पूरे चरम पर है और पारा लगातार गिर रहा है। ठंड के मारे लोग घरों से निकलना नहीं चाहते और प्रदेश भर में नौनिहाल ठंड में ठिठुर रहे हैं। कारण कोई ओर नहीं बल्कि शिक्षा विभाग की चूक है। विभाग की ओर से ठंड से पहले ही स्कूलों की छुट्टियां कर उन्हें घर भेज दिया। अब जब ठंड हुई है तो छात्रों को स्कूल में आना पड़ रहा है और वह भी ठिठुरते-ठिठुरते।
कुरुक्षेत्र में पिछले कई दिनों से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 16 डिग्री और न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
पिछले कई दिनों से क्षेत्र में ठंड ने जोर पकड़ रखा है। लगातार अधिकतम या न्यूनतम तापमान में गिरावट भी दर्ज की जा रही है। ठंड के कारण लोगों का घरों से निकलना मुहाल हो गया है। शिक्षा विभाग की चुक ने इसे ओर खराब कर दिया। विभाग की ओर से पिछले सालों में ठंड की भीषणता को देखते हुए ठंड के मौसम में स्कूलों की छुट्टियां करने का नियम बनाया है, लेकिन विभाग इसमें शायद ही कामयाब हो पाता हो। विभाग ने एक तय समय पर स्कूलों की छुट्टियों का निर्धारण किया है। शिक्षा विभाग के नियमों के अनुसार मान लिया गया है कि 25 दिसंबर से 10 जनवरी तक ठंड रहेगी, जबकि इस बार इन दिनों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं गया।
इसके कारण स्कूलों की तो छुट्टियां रही, लेकिन ठंड न होने के कारण बच्चे आराम से घरों पर खेलते रहे। वहीं अब ठंड शुरू हुई तो शिक्षा विभाग के पास छुट्टियां करने का समय नहीं बचा है। इसे शिक्षा विभाग की चूक ही कहेंगे कि पिछले वर्ष भी विभाग के छुट्टियों के समय में ठंड नहीं हुई थी।
शिक्षा विभाग पर अंग्रेजियत का भूत सवार है। चाहे पढ़ाने की बात हो या फिर बोलने की हर कोई अपने बच्चों को अंग्रेजी पढ़ाना चाहते हैं। इसका असर विभाग पर भी पड़ रहा है। विभाग अंग्रेजी महीनों के अनुसार ही ठंड को मान रहा है, जबकि देसी पद्धति में दर्ज महीनों के अनुसार ही प्रदेश का मौसम रहता है। पिछले वर्ष भी और इस वर्ष भी ऐसा ही हुआ। विभाग ने देसी माह के अनुसार आने वाले पोष माह से पहले ही ठंड की छुट्टियां कर दी। माना जाता है कि पोष माह में ही प्रदेश में सबसे अधिक ठंड होती है।क्षेत्र में ठंड के साथ ही पूरा दिन चलने वाली हवा ने ठंड की भीषणता को ओर बढ़ा दिया है। जहां तापमान में लगातार गिरावट हो रही है, वहीं हवा ने ठंड को शीतलहर में बदल दिया है। इसके कारण घर से बाहर निकलना मुहाल है। हवा के कारण ड्यूटी पर जाने वाले लोगों को दुपहिया वाहनों की जगह बसों में ही सफर करना पड़ रहा है।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
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