DEO Jind- डीईओ कार्यालय में विजिलेंस ने खंगाला रिकार्ड, कब्जे में लिया

डीईओ कार्यालय में विजिलेंस ने खंगाला रिकार्ड, कब्जे में लिया

जींद : डीईओ कार्यालय के सहायक व डीईओ पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के मामले में दूसरी बार विजिलेंस की टीम डीईओ कार्यालय पहुंचे। टीम ने कर्मचारियों ने मान्यता देने संबंधी पूरा रिकॉर्ड मांगा, लेकिन टीम को रात लगभग साढ़े सात बजे छह घंटे बाद रिकॉर्ड मिल सका। वहीं डीईओ का अब तक सुराग नहीं लग रहा है और न ही विभाग ने उसकी छुट्टी मंजूर की है। ऐसे में विजिलेंस व डीईओ के बीच लुका-छिपी का खेल जारी है। विजिलेंस की टीम ने शिक्षा विभाग के कर्मचारियों पर सहयोग नहीं करने के आरोप भी लगाए। साथ ही यह भी दावा किया कि जल्द ही मामले के कई पेंच सामने आ सकते हैं।
विजिलेंस विभाग की टीम जितना डीईओ को ढूंढने का प्रयास कर रही है, वह उतना ही दूर होते जा रहे हैं। विजिलेंस की टीम को डीईओ को पकड़ने तथा संबंधित रिकॉर्ड को लेने में एडी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। लगभग एक सप्ताह बाद एक बार फिर विजिलेंस की टीम ने बृहस्पतिवार को दो बार डीईओ कार्यालय में दस्तक दी। सुबह टीम डीईओ कार्यालय पहुंची और यहां लगभग दो घंटे तक कर्मचारियों व अधिकारी से जानकारी ली। उसके बाद दोपहर एक बजे के आसपास वापस चली गई और शाम लगभग चार बजे फिर लौटी।
रात लगभग साढ़े सात बजे तक डीईओ कार्यालय में टीम ने रिकार्ड को खंगाला तथा सत्यापित प्रतियां हासिल की। जांच के दौरान विजिलेंस टीम ने मीडिया के समक्ष आरोप लगाया कि शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी जांच में पूरा सहयोग नहीं कर रहे हैं।
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पांच प्वाइंट्स पर मांगी जानकारी
शिक्षा विभाग द्वारा मांगने पर भी जानकारी देने के बाद विभाग ने अब शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर पांच प्वाइंट पर सूचना मांगी है। इसके लिए विभाग की तरफ से एक पत्र जींद के शिक्षा विभाग के अधिकारियों को लिखा गया, जोकि जींद में अधिकारियों को मिल चुका है और विभाग के अधिकारियों ने उन्हीं प्वाइंट के आधार पर सूचना तैयार करनी शुरू कर दी है।
मान्यता से संबंधी सूचना
विजिलेंस टीम ने जिन पांच प्वाइंट पर सूचना मांगी है, उसमें मुख्य रूप से मान्यता से संबंधित है। इसमें मान्यता देने के नियम, मान्यता कौन अधिकारी दे सकता है, मान्यता देने में फाइल किन-किन कर्मचारियों या अधिकारियों के पास जाती है। क्या फाइल सीधे जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आती है या फिर मुख्यालय से भेजी जाती है। मान्यता देने के लिए क्या-क्या प्रावधान किए गए हैं। मान्यता देने में जिला शिक्षा अधिकारी के रोल से लेकर अन्य कर्मचारियों के क्या-क्या रोल रहते हैं, के बारे में भी सवाल पूछे। यही नहीं डीईओ की छुट्टी को लेकर जानकारी मांगी है। क्या उनकी छुट्टी स्वीकृत हुई है। यदि हुई है तो किस अधिकारी ने कब छुट्टी स्वीकृत की है।
सत्यापित कापियां ली
विजिलेंस की टीम ने शिक्षा विभाग से जो रिकॉर्ड मांगा है, उसकी सत्यापित कापियां ली जा रही है ताकि भविष्य में रिकॉर्ड प्रस्तुत करने उसमें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आए। ऐसे में बृहस्पतिवार को शिक्षा विभाग के कर्मचारी पूरा दिन रिकार्ड तैयार करने में लगे रहे और साथ में उसके सत्यापित करने का काम किया गया।
लगाया विजिटर रजिस्टर
रिश्वत प्रकरण के मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सतर्क हो गए हैं, ऐसे में डीईओ के गेट पर एक विजिटर रजिस्टर लगा दिया गया है, जिसमें हर किसी के आने-जाने वाले का रिकॉर्ड चढ़ाया जा रहा है। कौन आता है, किससे मिलने आता है और क्या काम आया है, पूरी जानकारी उसमें भरने को कहा जा रहा है। उसके बाद किसी को अंदर नहीं जाने दिया जाता। यही नहीं इस प्रकरण के मामले में भी कोई कर्मचारी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।
ये रिकॉर्ड लिया
-प्राइवेट स्कूलों की स्थायी मान्यता के नियम
-डीईओ जोगेंद्र हुड्डा के कार्यालय के दौरान कितने स्कूलों को दी गई मान्यता
-कितने स्कूलों की मान्यता की फाइल को रिजेक्ट किया गया
-कितने स्कूलों की मान्यता की फाइल को अंडर प्रोसेस चल रहा है।
डीईओ का सुराग नहीं
कुछ रिकार्ड शिक्षा विभाग से लेना रह गया था। वह आज लिया गया है। इसमें मान्यता देने संबंधी रिकार्ड है। इसकी जांच की जाएगी। फिलहाल डीईओ का कोई सुराग नहीं लग रहा है।
संजीव कुमार, इंस्पेक्टर, विजिलेंस टीमwww.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in Haryana news (Recruitment , vacancy , job , news)

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