सरकारी स्कूलों में अब हर माह मनेगा नवजन्मी बेटियों का जन्मदिन
नरेन्द्र ख्यालिया/निस तोशाम, 5 फरवरीहरियाणा के सरकारी स्कूलों में 11 फरवरी को बेटी दिवस मनाया जाएगा। इस दिन फरवरी में इस तारीख तक जन्मी बेटी का जन्मदिन-स्कूल का अभिनंदन के रूप में मनाया जाएगा। यह काम भी टीचर्स के जिम्मे लगाया गया है, वे नवजात कन्या को ढूंढ़ने के लिए निकलेंगे।
इतना ही नहीं इसी दिन गांव का नवनिर्वाचित सरपंच स्कूल में मिड-डे-मील की गुणवत्ता की जांच करेगा। इसी समय अभिभावक-अध्यापक बैठक भी आयोजित की जाएगी और अभिभावक भी बच्चों के साथ बैठ कर मिड-डे-मील का आनंद ले सकेंगे। केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकार ने बेटी-बचाओ, बेटी-पढ़ाओ अभियान में एक और अध्याय जोड़ा है। इसके लिए प्रदेश के सरकारी स्कूलों को चुना गया है। इस अभियान के जरिये बेटियों को जन्म देने वाली माताओं को हर माह सम्मानित किया जाएगा। शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेशों के अनुसार 11 फरवरी को गांव की नवनिर्वाचित पंचायत को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया जाएगा वहीं स्कूल के मुखिया की ओर से पंचायत को निमंत्रण भेजा जाएगा। नवनिर्वाचित पंचायत के सभी सदस्य बैठक में हिस्सा लेंगे। पंचायत अपने सहयोग और खर्चे पर विशेष व्यंजन भी इस दिन के लिए तैयार करवा सकती है।
मोदी ने हरियाणा से शुरू की थी मुहिम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा से ही बेटी-बचाओ, बेटी-पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी। अब सरकार की ओर से मुख्य रूप से स्कूलों को चुना गया है और इसके लिए कई प्रकार के कार्यक्रम शामिल किए गए हैं। जिनमें गांव व खंड स्तर पर जागरूकता रैलियां, स्कूली बच्चों द्वारा स्लोगन, पेंटिंग व भाषण प्रतियोगिता, स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर सरकारी स्कूलों में गांव की सबसे पढ़ी-लिखी बेटी की ओर से ध्वजारोहण करना सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित कराए गए हैं। अब प्रदेश सरकार ने शिक्षा विभाग के माध्यम से इसे सफल बनाने के लिए एक अध्याय और जोड़ दिया है। जिसमें आगामी 11 फरवरी को सरकारी स्कूलों में उस माह में जन्मी बेटी का जन्मदिन मनाया जाएगा।
यह है मकसदबेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मुहिम को आगे बढ़ाना वहीं स्कूल और नवनिर्वाचित पंचायतों के बीच तालमेल बनाना कार्यक्रम का मकसद है। इस बार गांव की पंचायतें पढ़ी-लिखी हैं और स्कूलों की देखरेख के लिए उनकी भागीदारी जरूरी समझी जा रही है। इस दिन के कार्यक्रम के बाद भी स्कूल प्रबंधन समिति गांव की पंचायत के साथ मिल कर इसी कार्यक्रम को भविष्य में भी जारी रख सकेगी और इसके लिए पंचायत के साथ सहमति बनाकर अगले माह की तारीख तय की जा सकेगी। इसी दिन अभिभावक-शिक्षक बैठक का आयोजन भी किया जाएगा। जिसमें शिक्षकों की ओर से उनके अभिभावकों के समक्ष संबंधित बच्चे का रिपोर्ट कार्ड भी पेश किया जा सकता है और बच्चे की पढ़ाई से संबंधित अभिभावकों के साथ चर्चा की जा सकेगी।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
मोदी ने हरियाणा से शुरू की थी मुहिम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा से ही बेटी-बचाओ, बेटी-पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी। अब सरकार की ओर से मुख्य रूप से स्कूलों को चुना गया है और इसके लिए कई प्रकार के कार्यक्रम शामिल किए गए हैं। जिनमें गांव व खंड स्तर पर जागरूकता रैलियां, स्कूली बच्चों द्वारा स्लोगन, पेंटिंग व भाषण प्रतियोगिता, स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर सरकारी स्कूलों में गांव की सबसे पढ़ी-लिखी बेटी की ओर से ध्वजारोहण करना सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित कराए गए हैं। अब प्रदेश सरकार ने शिक्षा विभाग के माध्यम से इसे सफल बनाने के लिए एक अध्याय और जोड़ दिया है। जिसमें आगामी 11 फरवरी को सरकारी स्कूलों में उस माह में जन्मी बेटी का जन्मदिन मनाया जाएगा।
यह है मकसदबेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मुहिम को आगे बढ़ाना वहीं स्कूल और नवनिर्वाचित पंचायतों के बीच तालमेल बनाना कार्यक्रम का मकसद है। इस बार गांव की पंचायतें पढ़ी-लिखी हैं और स्कूलों की देखरेख के लिए उनकी भागीदारी जरूरी समझी जा रही है। इस दिन के कार्यक्रम के बाद भी स्कूल प्रबंधन समिति गांव की पंचायत के साथ मिल कर इसी कार्यक्रम को भविष्य में भी जारी रख सकेगी और इसके लिए पंचायत के साथ सहमति बनाकर अगले माह की तारीख तय की जा सकेगी। इसी दिन अभिभावक-शिक्षक बैठक का आयोजन भी किया जाएगा। जिसमें शिक्षकों की ओर से उनके अभिभावकों के समक्ष संबंधित बच्चे का रिपोर्ट कार्ड भी पेश किया जा सकता है और बच्चे की पढ़ाई से संबंधित अभिभावकों के साथ चर्चा की जा सकेगी।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
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