जिले की आंगनबाड़ियों में होंगी 1242 नियुक्तियां
रणबीर धानियां, धनौरी: जिले की हर आंगनबाड़ी में अब कर्मचारियों की कमी वजह से आ रही दिक्कतें खत्म हो जाएंगी। आंगनबाड़ी केंद्रों में मौजूदा कार्यकर्ताओं के साथ अब एक-एक अतिरिक्त कार्यकर्ता की नियुक्ति और की जाएगी। कैथल की 1242 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए जल्दी ही भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
सरकार की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों में अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तैनात होंगी। बच्चों और महिलाओं को पूर्ण पोषाहार देने के लिए विभाग ने नई नियुक्तियों का फैसला लिया है। इसके तहत हरियाणा में सबला योजना के अंतर्गत आने वाले कैथल, अंबाला, हिसार, रेवाड़ी, रोहतक और यमुनानगर जिले में चयन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग निदेशालय ने संबंधित जिलों की कार्यक्रम अधिकारियों को नियुक्ति प्रक्रिया बारे पत्र जारी किया है। शीघ्र इस संदर्भ में उक्त सभी जिलों में आवेदन लिए जाएंगे। विभाग अप्रैल माह में इनकी नियुक्तियां सुनिश्चित करने के लिए गतिशील नजर आ रहा है।
यह रहेगी भर्ती प्रक्रिया:
अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति के लिए जो मानदंड तय किए है उसके अनुसार योग्यता पूर्व की तरह दसवीं कक्षा रहेगी। जबकि स्नातक, अनुभव हासिल व विधवा वर्ग को 10-10 अंक दिए जाएंगे। दस जमा दो की शिक्षा हासिल पात्र को साक्षात्कार में 5 अंक मिलेंगे। राज्य के मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति नहीं होगी। जिला कैथल में वर्तमान में 1264 आंगनबाड़ी केंद्र है। इसके अनुरूप इतनी ही संख्या में अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नियुक्त की जाएंगी। केंद्र सरकार द्वारा संचालित सबला योजना का मकसद किशोर अवस्था की लाडलियों के जीवन स्तर को ऊपर उठाना है। महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा शुरू की गई इस योजना में लड़कियों को पोषक आहार उपलब्ध करवाते हुए इन्हें स्वस्थ रखना है। इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न लक्ष्यों को सामने रखा गया है।
यह है सबला योजना:
सबला योजना 11 से 18 वर्ष के अंतर्गत आने वाली बेटियों को कवर करती है। इसमें देश के 200 जिलों को चुना गया है। हरियाणा सरकार ने इसे राजीव गांधी योजना के रूप में लागू किया है। दावा किया जा रहा है कि यह कार्यक्रम नारी सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित हो रहा है। योजना में 11 से 18 वर्ग की स्कूल जाने वाली किशोरियों को शिक्षा विभाग व स्कूल से बाहर रहने वाली बेटियों को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से वर्ष में 300 दिन पोषाहार उपलब्ध करवाना है।
बॉक्स-3
शीघ्र मांगे जाएंगे आवेदन:जिला कैथल की कार्यक्रम अधिकारी कमलेश भाटिया ने बताया कि निदेशालय ने अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति बारे आदेश पारित किए हैं। जिले में 1242 नियुक्तियां होंगी। इसके लिए शीघ्र आवेदन मांगे जाएंगे।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in Haryana news (Recruitment , vacancy , job , news)
रणबीर धानियां, धनौरी: जिले की हर आंगनबाड़ी में अब कर्मचारियों की कमी वजह से आ रही दिक्कतें खत्म हो जाएंगी। आंगनबाड़ी केंद्रों में मौजूदा कार्यकर्ताओं के साथ अब एक-एक अतिरिक्त कार्यकर्ता की नियुक्ति और की जाएगी। कैथल की 1242 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए जल्दी ही भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
सरकार की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों में अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तैनात होंगी। बच्चों और महिलाओं को पूर्ण पोषाहार देने के लिए विभाग ने नई नियुक्तियों का फैसला लिया है। इसके तहत हरियाणा में सबला योजना के अंतर्गत आने वाले कैथल, अंबाला, हिसार, रेवाड़ी, रोहतक और यमुनानगर जिले में चयन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग निदेशालय ने संबंधित जिलों की कार्यक्रम अधिकारियों को नियुक्ति प्रक्रिया बारे पत्र जारी किया है। शीघ्र इस संदर्भ में उक्त सभी जिलों में आवेदन लिए जाएंगे। विभाग अप्रैल माह में इनकी नियुक्तियां सुनिश्चित करने के लिए गतिशील नजर आ रहा है।
यह रहेगी भर्ती प्रक्रिया:
अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति के लिए जो मानदंड तय किए है उसके अनुसार योग्यता पूर्व की तरह दसवीं कक्षा रहेगी। जबकि स्नातक, अनुभव हासिल व विधवा वर्ग को 10-10 अंक दिए जाएंगे। दस जमा दो की शिक्षा हासिल पात्र को साक्षात्कार में 5 अंक मिलेंगे। राज्य के मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति नहीं होगी। जिला कैथल में वर्तमान में 1264 आंगनबाड़ी केंद्र है। इसके अनुरूप इतनी ही संख्या में अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नियुक्त की जाएंगी। केंद्र सरकार द्वारा संचालित सबला योजना का मकसद किशोर अवस्था की लाडलियों के जीवन स्तर को ऊपर उठाना है। महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा शुरू की गई इस योजना में लड़कियों को पोषक आहार उपलब्ध करवाते हुए इन्हें स्वस्थ रखना है। इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न लक्ष्यों को सामने रखा गया है।
यह है सबला योजना:
सबला योजना 11 से 18 वर्ष के अंतर्गत आने वाली बेटियों को कवर करती है। इसमें देश के 200 जिलों को चुना गया है। हरियाणा सरकार ने इसे राजीव गांधी योजना के रूप में लागू किया है। दावा किया जा रहा है कि यह कार्यक्रम नारी सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित हो रहा है। योजना में 11 से 18 वर्ग की स्कूल जाने वाली किशोरियों को शिक्षा विभाग व स्कूल से बाहर रहने वाली बेटियों को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से वर्ष में 300 दिन पोषाहार उपलब्ध करवाना है।
बॉक्स-3
शीघ्र मांगे जाएंगे आवेदन:जिला कैथल की कार्यक्रम अधिकारी कमलेश भाटिया ने बताया कि निदेशालय ने अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति बारे आदेश पारित किए हैं। जिले में 1242 नियुक्तियां होंगी। इसके लिए शीघ्र आवेदन मांगे जाएंगे।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in Haryana news (Recruitment , vacancy , job , news)
How I can apply for aanganwadi supervisor job
ReplyDeleteNice work
ReplyDeletekB ki khabar h ye
ReplyDeleteKb hogi bhirte
ReplyDelete2020 m kon se month me hogi bahrti
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