सिरसा :सरकारी स्कूलों के मुख्याध्यापकों को नए सत्र में पदोन्नति मिलने की संभावना बनी है। शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारियों से जिले के मुख्याध्यापकों की सीनियरटी लिस्ट मांगी है। 25 मार्च तक यह लिस्ट उच्च शिक्षा विभाग के निदेशालय को भेजी जानी है। हालांकि प्रमोशन की यह मांग काफी सालों से लटकी पड़ी है। कई मुख्याध्यापक तो प्रमोशन की बाट जोहते हुए रिटायर भी हो गए हैं।
शिक्षा का स्तर सुधारने पर रहेगा जोर
नए सत्र में शिक्षा विभाग का सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने पर जोर रहेगा। इसके लिए मुख्याध्यापकों को पदोन्नत कर ¨प्रसिपल बनाया जाएगा ताकि बिना मुखियाओं के चल रहे स्कूलों को मुखिया मिल सके। विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मुख्याध्यापकों का सारा बायोडाटा मांगा है। इसमें ज्वाइ¨नग से लेकर सेवाकाल के प्रोफाइल तथा वरिष्ठता क्रमांक की जानकारी उपलब्ध करवानी है।
जिले में 842 स्कूल
सिरसा जिले में 842 सरकारी स्कूल है। इनमें 532 प्राइमरी स्कूलों के अलावा 122 माध्यमिक, 96 उच्च और 86 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बने हुए हैं। इनमें से कई विद्यालयों में ¨प्रसिपल के पद खाली है। इनमें वरिष्ठता के आधार पर मुख्याध्यापकों को ¨प्रसिपल बनाया जाएगा। मुख्याध्यापकों के ¨प्रसिपल बनने के बाद मास्टरों व प्राध्यापकों की पदोन्नति के भी रास्ते खुलेंगे।
प्रमोशन की मांग कई सालों से अटकी हुई है। बार-बार विभाग सीनियरटी लिस्ट मांगता है। कई बार लिस्ट भेजी भी जा चुकी है। कुछ मुख्याध्यापक तो ऐसे भी है, जो प्रमोशन का इंतजार करते-करते रिटायर भी हो गए। प्रदेश सरकार को शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए प्रमोशन की दिशा में तेजी से काम करना चाहिए।
बूटा ¨सह, जिला प्रधान, अध्यापक संघ
प्रदेश सरकार पदोन्नति को लेकर तैयारियां कर रही है। फिलहाल मुख्याध्यापकों की सीनियरटी लिस्ट मांगी गई है। इसके बाद अन्य पदों की बारी आएगी। पहले भी लिस्ट भेजी गई है। अब दोबारा भिजवा देंगे।
नए सत्र में शिक्षा विभाग का सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने पर जोर रहेगा। इसके लिए मुख्याध्यापकों को पदोन्नत कर ¨प्रसिपल बनाया जाएगा ताकि बिना मुखियाओं के चल रहे स्कूलों को मुखिया मिल सके। विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मुख्याध्यापकों का सारा बायोडाटा मांगा है। इसमें ज्वाइ¨नग से लेकर सेवाकाल के प्रोफाइल तथा वरिष्ठता क्रमांक की जानकारी उपलब्ध करवानी है।
जिले में 842 स्कूल
सिरसा जिले में 842 सरकारी स्कूल है। इनमें 532 प्राइमरी स्कूलों के अलावा 122 माध्यमिक, 96 उच्च और 86 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बने हुए हैं। इनमें से कई विद्यालयों में ¨प्रसिपल के पद खाली है। इनमें वरिष्ठता के आधार पर मुख्याध्यापकों को ¨प्रसिपल बनाया जाएगा। मुख्याध्यापकों के ¨प्रसिपल बनने के बाद मास्टरों व प्राध्यापकों की पदोन्नति के भी रास्ते खुलेंगे।
प्रमोशन की मांग कई सालों से अटकी हुई है। बार-बार विभाग सीनियरटी लिस्ट मांगता है। कई बार लिस्ट भेजी भी जा चुकी है। कुछ मुख्याध्यापक तो ऐसे भी है, जो प्रमोशन का इंतजार करते-करते रिटायर भी हो गए। प्रदेश सरकार को शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए प्रमोशन की दिशा में तेजी से काम करना चाहिए।
बूटा ¨सह, जिला प्रधान, अध्यापक संघ
प्रदेश सरकार पदोन्नति को लेकर तैयारियां कर रही है। फिलहाल मुख्याध्यापकों की सीनियरटी लिस्ट मांगी गई है। इसके बाद अन्य पदों की बारी आएगी। पहले भी लिस्ट भेजी गई है। अब दोबारा भिजवा देंगे।
सुरेश शर्मा
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