3.40 लाख कर्मियों का सर्विस रिकाॅर्ड होगा ऑनलाइन
ई-गवर्नेंसपर फोकस कर रही सरकार अब अपने कर्मचारियों का भी सारा रिकॉर्ड ऑनलाइन मेंटेन करेगी। इसकी शुरुआत हो चुकी है। इसमें प्रथम श्रेणी से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की ज्वाइनिंग से लेकर अप टू डेट तक सर्विस का सारा विवरण ऑनलाइन दर्ज किया जाएगा। इसका सीधा फायदा प्रदेश के करीब तीन लाख 40 हजार कर्मचारियों को होगा। अब तक कर्मचारी अपना रिकॉर्ड सुरक्षित रखने के लिए सर्विस बुक पर ही आश्रित थे। डेटा आॅनलाइन करने की 31 मार्च अंतिम तारीख होने के कारण हर कार्यालय में अधिकारी कर्मचारियों का डेटा अपलोड करने में जुटे हैं। सरकार ने तबादलों, पदोन्नति सेवानिवृत्ति सहित कर्मचारियों की अन्य कई समस्याओं को देखते हुए प्रदेश के हर कर्मचारी का सर्विस रिकाॅर्ड आॅनलाइन करने का फैसला किया था। कर्मचारियों के भी आरोप थे कि तबादलों के दौरान मंत्री और विधायक अपने चहेते कर्मचारियों को उनकी मनमर्जी की पोस्टिंग दिलाते थे। इसके अलावा पदोन्नति के मामले में भी सर्विस बुक, एसीआर अन्य दस्तावेजों के अभाव में एक-एक साल तक लटके रहते हैं। इन समस्याओं को देखते सरकार ने सभी विभागों को निर्देश दिए थे कि वे अपने मातहत कर्मचारियों का सर्विस रिकाॅर्ड 31 मार्च तक आॅनलाइन दर्ज कर दे। इसके लिए एक विशेष साॅफ्टवेयर तैयार किया है जिसमें कर्मचारियों का डेटा अपलोड किया जा रहा है।
हर कार्यालय में डेटा अपलोड करने के लिए वहां के कर्मचारियों को इसकी विशेष ट्रेनिंग भी दी गई है।
दस्तावेज गुम होने का नहीं रहेगा खतरा
सर्विस रिकाॅर्ड आॅनलाइन होने के बाद कर्मचारियों को अपने सर्विस संबंधित दस्तावेज गुम होने का खतरा नहीं रहेगा। ना ही कोई अधिकारी या कर्मचारी किसी अन्य कर्मचारी को सर्विस बुक को लेकर तंग कर सकेगा। हर जिले में विभागाध्यक्ष को कर्मचारी का पूरा डेटा आॅनलाइन अप टू डेट रखने की हिदायतें भी जारी की गई हैं।
डेटा अपलोडिंग में रखा जा रहा विशेष ध्यान
कर्मचारियों के सर्विस रिकाॅर्ड को अपलोड करने में विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि कहीं कोई गलती हो जाएगी। आॅनलाइन डेटा सेव करने से पहले उसका प्रिंट निकालकर संबंधित कर्मचारी को दिखाया जाता है। कर्मचारी की संतुष्टि होने के बाद विभागाध्यक्ष के हस्ताक्षर के बाद ही डेटा आॅनलाइन सेव किया जा रहा है।
तबादला प्रक्रिया में रहेगी पारदर्शिता
सर्विस रिकाॅर्ड आॅनलाइन होने के कारण कोई मंत्री, विधायक आला अधिकारी आसानी से चेक कर सकते हैं कि कौन सा कर्मचारी किस जगह पर कितने समय से तैनात है। इसके अलावा कहीं उक्त अधिकारी बार-बार वहीं तैनात तो नहीं हो रहा है। इसके अलावा पदोन्नति और इनक्रीमेंट की फाइलों के निपटान में भी तेजी आएगी।
सेवानिवृत्ति पर नहीं मिलता पूरा लाभ
सर्विस बुक पूरी नहीं होने और एसीआर सहित अन्य दस्तावेज की कमी के कारण बहुत से कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के समय पूरे लाभ उसी समय नहीं मिल पाते हैं। सेवानिवृत्त होने के बाद अपने लाभ लेने के लिए कर्मचारियों को कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ते हैं, परंतु आॅनलाइन होने के बाद सेवानिवृत्ति के समय कर्मचारी को रिकाॅर्ड अप टू डेट मिलेगा।
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