फतेहाबाद: सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या दिन प्रतिदिन कम हो रही है। अब शिक्षा विभाग इसको लेकर संजीदा है। इस बार स्कूलों में प्रवेश उत्सव मनाया जाएगा। अभिभावकों के साथ अध्यापकों को बैठक करनी होगी। अधिक से अधिक विद्यार्थियों का कैसे दाखिला हो सके, इसके लिए स्कूल मुखिया व स्टाफ के सदस्यों को प्रचार प्रसार करना होगा। अन्यथा स्कूल मुखिया पर विभागीय कार्रवाई हो सकती है। विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा सभी जिला अधिकारियों व खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेज कर आदेश दिया है कि 31 मार्च को परीक्षा परिणाम घोषित किया जाए। उसी दिन ही अध्यापक व अभिभावकों की बैठक का आयोजन किया जाए। वहीं 1 अप्रैल को सभी स्कूलों में प्रवेश उत्सव मनाया जाए। उसी दिन दाखिला प्रक्रिया शुरू करे। नए प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का चंदन लगाकर स्वागत करना होगा।किसी विद्यार्थी को दाखिला लेते परेशानी न आए। इस बात का ध्यान स्कूल मुखिया को रखना होगा। 2 अप्रैल से हर हाल में कक्षाएं लगनी शुरू हो जानी चाहिए। विद्यार्थी को दाखिला देने के साथ साथ ही उनके अभिभावकों को सूचना देने होगी कि अब स्कूल में कक्षाएं आरंभ हो गई है। उन्हें अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल में भेजना होगा। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी यज्ञदत्त वर्मा ने कहा कि सभी स्कूल संचालकों को आदेश दे दिए है कि वे 1 अप्रैल से प्रवेश उत्सव मनाएं। 31 मार्च को उन्हें परीक्षा परिणाम घोषित करने के साथ अध्यापक अभिभावकों की बैठक का आयोजन करना होगा।
प्रवेश उत्सव " तिलक लगाकर विद्यार्थियों का स्कूल में होगा आगमन
फतेहाबाद: सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या दिन प्रतिदिन कम हो रही है। अब शिक्षा विभाग इसको लेकर संजीदा है। इस बार स्कूलों में प्रवेश उत्सव मनाया जाएगा। अभिभावकों के साथ अध्यापकों को बैठक करनी होगी। अधिक से अधिक विद्यार्थियों का कैसे दाखिला हो सके, इसके लिए स्कूल मुखिया व स्टाफ के सदस्यों को प्रचार प्रसार करना होगा। अन्यथा स्कूल मुखिया पर विभागीय कार्रवाई हो सकती है। विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा सभी जिला अधिकारियों व खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेज कर आदेश दिया है कि 31 मार्च को परीक्षा परिणाम घोषित किया जाए। उसी दिन ही अध्यापक व अभिभावकों की बैठक का आयोजन किया जाए। वहीं 1 अप्रैल को सभी स्कूलों में प्रवेश उत्सव मनाया जाए। उसी दिन दाखिला प्रक्रिया शुरू करे। नए प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का चंदन लगाकर स्वागत करना होगा।किसी विद्यार्थी को दाखिला लेते परेशानी न आए। इस बात का ध्यान स्कूल मुखिया को रखना होगा। 2 अप्रैल से हर हाल में कक्षाएं लगनी शुरू हो जानी चाहिए। विद्यार्थी को दाखिला देने के साथ साथ ही उनके अभिभावकों को सूचना देने होगी कि अब स्कूल में कक्षाएं आरंभ हो गई है। उन्हें अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल में भेजना होगा। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी यज्ञदत्त वर्मा ने कहा कि सभी स्कूल संचालकों को आदेश दे दिए है कि वे 1 अप्रैल से प्रवेश उत्सव मनाएं। 31 मार्च को उन्हें परीक्षा परिणाम घोषित करने के साथ अध्यापक अभिभावकों की बैठक का आयोजन करना होगा।
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