जागरण संवादाता :परीक्षा ड्यूटी को लेकर शिक्षक संकट में आ गए हैं। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं व 12वीं की परीक्षा में ड्यूटी दे रहे शिक्षकों के सामने यह मुसीबत आई है। इन शिक्षकों को बोर्ड की ड्यूटी से पहले छठी से आठवीं कक्षा की परीक्षा की ड्यूटी देने के निर्देश दिए गए हैं। यानि पहले विद्यालय में ड्यूटी दें और फिर बोर्ड के परीक्षा केंद्र में पहुंचकर पेपर संचालित करवाएं। इससे उनके सामने यह दिक्कत है कि वह करीब आधेघंटे के समय में कई-कई किलोमीटर दूर परीक्षा केंद्र में कैसे पहुंचेंगे। इससे बोर्ड की परीक्षा के व्यवस्थित संचालन को लेकर भी सवाल खडे़ होते हैं।
8 मार्च से हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं व 12वीं कक्षा की परीक्षाएं शुरू हो चुकी है। इन परीक्षाओं में ड्यूटी देने वाले शिक्षकों को स्कूल से कार्य मुक्त कर दिया जाता है और इनकी हाजिरी भी बोर्ड के परीक्षा केंद्र में ही लगती है। लेकिन इस बार जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी की ओर से जारी पत्र ने इन शिक्षकों की परेशानी बढ़ा दी है। एक तरफ तो बोर्ड की परीक्षा में ड्यूटी आने वाले शिक्षकों से स्कूल से कार्य मुक्त करने की बात कही जाती है तो दूसरी तरफ इस पत्र के तहत कहा गया है कि बोर्ड की परीक्षा में ड्यूटी देने वाले शिक्षक पहले विद्यालय में छठी से आठवीं कक्षा की परीक्षा की ड्यूटी देंगे। यह परीक्षाएं 14 मार्च से शुरू होनी हैं। इसकी डेटशीट एससीआरटी की ओर से तैयार की गई है। परीक्षा का समय सुबह आठ बजे से साढे़ 10 बजे का है।
जबकि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की सुबह की सत्र की परीक्षा 11 बजे शुरू होती है। ऐसे में यदि शिक्षक पहले विद्यालय में साढे़ 10 बजे तक ड्यूटी देंगे तो उनका 11 बजे तक बोर्ड के परीक्षा केंद्र में पहुंचना मुश्किल हो जाएगा। क्योंकि केंद्र में ड्यूटी देने के लिए शिक्षकों को अपने स्कूल से कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। जबकि परीक्षा से शुरू होने के तय समय से करीब आधा घंटा पहले शिक्षक केंद्र में पहुंच जाने चाहिए। क्योंकि केंद्र में पहुंचने के बाद उन्हें क्लास रूम में सी¨टग प्लान भी अंकित करना होता है। ऐसे में वह परीक्षा केंद्र में आधा घंटा तो दूर की बात, तय समय तक भी मुश्किल से पहुंच पाएंगे। इसके चलते शिक्षक पशोपेश में है कि आखिर वह लगातार दो ड्यूटी किस तरह देंगे।
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