सरकार के निर्णय के विरोध में अतिथि अध्यापक दोपहर बाद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जमा हुए और सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास कर उनकी नौकरी बहाली की मांग की। संघ के ब्लॉक प्रधान मेवा सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सर्व कर्मचारी संघ, अध्यापक संघ तथा किसान सभा ने भी समर्थन दिया और उनकी मांगों को जायज ठहराया। बाद में सभी प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए और शहर में सीएम के पुतले के साथ नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला।
कर्मचारियों को संबोधित करते हुए एसकेएस के प्रधान सज्जन कुमार ने कहा कि सरकार ने दस साल रोजगार देेकर अब बुढ़ापे में सभी को घर बैठाने की घिनौनी कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि सभी अनुबंध अध्यापकों की नौकरी बहाल की जाए अन्यथा सड़क से लेकर विधानसभा तक कर्मचारी सरकार की नींद हराम कर देंगे।
अतिथि अध्यापकों ने सड़क पर उतरकर मांगा रोजगार
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सरप्लस बताकर निकाले गए अतिथि अध्यापकों ने रविवार को नेहरू पार्क में बैठक आयोजित कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उसके बाद अतिथि अध्यापक पैदल रोष मार्च निकालते हुए विधायक के निवास पर पहुंचे। विधायक के निवास के बाहर अतिथि अध्यापकों ने काफी देर तक नारेबाजी की। विधायक के न होने पर उनकी धर्मपत्नी बाहर आई। अतिथि अध्यापकों ने विधायक की धर्मपत्नी को सारी व्यथा सुनाई। अतिथि अध्यापकों को भरोसा दिलाया कि वह उनकी बात को विधायक तक पहुंचा देगी।
इससे पूर्व नेहरू पार्क में हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के जिला प्रधान नितिन लाम्बा ने कहा कि सरकार ने 3581 सरप्लस बताकर इन अध्यापकों को निलंबित किया है। सरकार ने कोर्ट के सामने भी घुटने टेक दिए हैं। यह गलत है। अतिथि अध्यापकों ने पूरी निष्ठा के साथ स्कूलों में सेवाएं दी हैं। अतिथि अध्यापकों की नियुक्ति के बाद ही स्कूलों के परीक्षा परिणाम में सुधार आया था। वह 11 वर्ष से स्कूलों में निरंतर सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने स्कूलों में टीचरों की कमी पूरी की। उनके निकाले जाने के बाद स्कूलों में फिर से स्थिति यथावत हो जाएगी। स्कूलों के परीक्षा परिणाम भी प्रभावित होंगे। नियमित करने की मांग को लेकर अध्यापकों ने कई बार प्रदर्शन किए। सरकार तक उनकी मांग पहुंचाई। सत्ता में आने से पहले सरकार ने वायदा किया था कि सत्ता में आते ही सबसे पहले अतिथि अध्यापकों को नियमित किया जाएगा। सरकार के सत्ता में आते ही सरकार उनको भूल गई। अपना किया वादा भी सरकार को याद नहीं रहा। इतना ही नहीं सरकार ने उच्चतम न्यायालय के आदेशों के खिलाफ जाकर विधानसभा में विधेयक पास कर के अन्य सभी कार्य करती है। अतिथि अध्यापकों ने शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय योगदान दिया है। इन अध्यापकों तथा उनके परिवार के प्रति सहानुभूति नहीं रखी। कोर्ट के सामने मजबूर होने का ढोंग कर सरकार अध्यापकों का रोजगार छीनना चाहती है। इसके बाद सारे अतिथि अध्यापक पैदल चलकर विधायक निवास पर पहुंचे। यहां भी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विधायक की अनुपस्थिति में उनकी धर्मपत्नी घर से बाहर आई। इस मौके पर काफी संख्या में अध्यापक उपस्थित रहे।
इनसेट
आज डीसी आफिस पर करेंगे प्रदर्शनजिला प्रधान नितिन लांबा ने बताया कि सरकार के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहेंगे। सोमवार को नेहरू पार्क से एकत्रित होकर प्यारा चौक तक जाएंगे। पैदल मार्च किया जाएगा। इसके बाद पैदल ही डीसी आफिस तक जाएंगे। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सरकार का पुतला दहन किया जाएगा।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in Haryana news (Recruitment , vacancy , job , news)
No comments:
Post a Comment
thanks for your valuable comment