दैनिक ट्रिब्यून-हरियाणा सरकार ‘गुरुजी’ यानी शिक्षकों की ‘कर्म कुंडली’ बना रही है। सीआईडी पीछे लगा दी है गयी।कितने शिक्षक सरकारी नौकरी के साथ बिजनेस भी चला रहे हैं। ऐसे शिक्षकों की संख्या कितनी है, जिनका ‘चरित्र’ सही नहीं है। ऐसे ही तमाम जानकारी जुटाकर खुफिया विभाग रिपोर्ट तैयार कर रहा है। आगामी 5 अगस्त तक रिपोर्ट तैयार करके सीआईडी विभाग को सौंपी जानी है।
हरियाणा में अपनी तरह का ऐसा पहला सर्वे है जिसे सीआईडी से करवाया जा रहा है।
हरियाणा में अपनी तरह का ऐसा पहला सर्वे है जिसे सीआईडी से करवाया जा रहा है।
कुल चौदह बिंदुओं पर सीआईडी को रिपोर्ट देनी है। खास बात है कि सीआईडी जवानों को सख्त निर्देश हैं कि वे रिपोर्ट विभाग के संबंधित अधिकारी की ईमेल आईडी पर ही भेजें। किसी और को देने की सख्त मनाही है। साइड बिजनेस के रूप में ट्यूशन पढ़ाने वाले, पशुओं का व्यापार करने वाले, एलआईसी या अन्य बीमा कंपनियों के एजेंट के रूप में काम करने वालों का भी पूरा ब्योरा जुटाना होगा।
टाइमपास करने वालों पर भी नजर: स्कूल समय में ताश खेलने वाले शिक्षकों पर भी खुफिया नजरें होंगी। ऐसी महिला अध्यापकों का भी डॉटा तैयार होगा, जो पढ़ाई के बजाय टाइमपास करने में व्यस्त रहती हैं। छेड़छाड़ करने वाले शिक्षकों का कॉलम भी प्रोफोर्मा में है। डीपीई के संबंध में भी जानकारी मांगी गई है। ‘दैनिक ट्रिब्यून’ के पास करनाल के जिला पुलिस निरीक्षक (गुप्तचर इकाई) का एक प्रोफोर्मा भी है, जिसमें सभी बिंदु हैं जिससे रिपोर्ट तैयार हो रही है। रिपोर्ट में स्कूल स्टॉफ की जानकारी भी होगी।
और भी कई जानकारियां जुटायी जा रही है
इसी सर्वे के जरिये स्कूल में पीने के पानी की व्यवस्था, शौचालय, खेल के मैदान-सामान मिड-डे मील की की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली जा रही है। कंप्यूटर शिक्षकों को लेकर भी सीआईडी को जानकारी जुटानी होगी। कंप्यूटर लैब, साइंस लैब की स्थिति के बारे में भी रिपोर्ट में जानकारी होगी। स्कूल तक पहुंचने की स्थिति, चौकीदारों एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की संख्या का भी डाटा तैयार हो रहा है।
इससे यही संदेश जा रहा है कि स्कूलों में माहौल सही नहीं है। यह पूरी शिक्षक बिरादरी को बदनाम करने की साजिश है। सभी स्कूल सालाना रिपोर्ट भेजते हैं। ऐसी सीआईडी करवाने का कोई मतलब नहीं।
-दीपक गोस्वामी, हरियाणा राजकीय अध्यापक संघwww.facebook.com/teacherharyana
www.teacherharyana.blogspot.in Haryana news
(Recruitment , vacancy , job , news)टाइमपास करने वालों पर भी नजर: स्कूल समय में ताश खेलने वाले शिक्षकों पर भी खुफिया नजरें होंगी। ऐसी महिला अध्यापकों का भी डॉटा तैयार होगा, जो पढ़ाई के बजाय टाइमपास करने में व्यस्त रहती हैं। छेड़छाड़ करने वाले शिक्षकों का कॉलम भी प्रोफोर्मा में है। डीपीई के संबंध में भी जानकारी मांगी गई है। ‘दैनिक ट्रिब्यून’ के पास करनाल के जिला पुलिस निरीक्षक (गुप्तचर इकाई) का एक प्रोफोर्मा भी है, जिसमें सभी बिंदु हैं जिससे रिपोर्ट तैयार हो रही है। रिपोर्ट में स्कूल स्टॉफ की जानकारी भी होगी।
और भी कई जानकारियां जुटायी जा रही है
इसी सर्वे के जरिये स्कूल में पीने के पानी की व्यवस्था, शौचालय, खेल के मैदान-सामान मिड-डे मील की की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली जा रही है। कंप्यूटर शिक्षकों को लेकर भी सीआईडी को जानकारी जुटानी होगी। कंप्यूटर लैब, साइंस लैब की स्थिति के बारे में भी रिपोर्ट में जानकारी होगी। स्कूल तक पहुंचने की स्थिति, चौकीदारों एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की संख्या का भी डाटा तैयार हो रहा है।
इससे यही संदेश जा रहा है कि स्कूलों में माहौल सही नहीं है। यह पूरी शिक्षक बिरादरी को बदनाम करने की साजिश है। सभी स्कूल सालाना रिपोर्ट भेजते हैं। ऐसी सीआईडी करवाने का कोई मतलब नहीं।
No comments:
Post a Comment
thanks for your valuable comment