अंबाला : शिक्षा विभाग में कार्यरत गेस्ट टीचरों ने रविवार को स्वास्थ्य, खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्री अनिल विज की कोठी के बाहर प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने पिछले कई सालों से गेस्ट टीचरों को रेगुलर करने की मांग को लेकर विज को ज्ञापन दिया। शिक्षकों ने विज को ज्ञापन सौंपकर उन्हें चुनावों से पहले किया गया वादा दिलाया। इस दौरान शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस दौरान जिला प्रधान शशि भूषण ने कहा है कि 2 मार्च को प्रदेशभर में जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन देकर जिला शिक्षा अधिकारियों को ज्ञापन दिया जाएगा। टीचरों ने मांग पत्र में कहा है कि चुनावों से पहले स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज और शिक्षा मंत्री रामबिलाश शर्मा ने विधानसभा चुनावों से पहले जंतर मंतर पर उनके साथ धरना दिया था और वायदा किया था कि प्रदेश में उनकी सरकार आते ही गेस्ट टीचरों को रेगुलर कर दिया जाएगा, लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार आए हुए भी ढाई साल बीत चुके है लेकिन शिक्षकों की मांगों पर सरकार का कोई ध्यान ही नहीं हैं। गेस्ट टीचर एसोसिएशन के जिला प्रधान शशि भूषण ने कहा है कि शिक्षा विभाग में प्रमोशन, ट्रांसफर तो कभी अन्य कारणों के चलते गेस्ट टीचरों को हटा दिया जाता है और कई-कई महीने तक उन्हें दोबारा एडजस्ट नहीं किया जाता हैं। ऐसे में इन शिक्षकों को अब किसी दूसरी जगह भी सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती है। ऐसे में शिक्षकों का भविष्य पिछले कई साल से अंधेरे में लटका हुआ हैं।
विज से मिले गेस्ट टीचर, 2 को करेंगे प्रदर्शन
अंबाला : शिक्षा विभाग में कार्यरत गेस्ट टीचरों ने रविवार को स्वास्थ्य, खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्री अनिल विज की कोठी के बाहर प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने पिछले कई सालों से गेस्ट टीचरों को रेगुलर करने की मांग को लेकर विज को ज्ञापन दिया। शिक्षकों ने विज को ज्ञापन सौंपकर उन्हें चुनावों से पहले किया गया वादा दिलाया। इस दौरान शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस दौरान जिला प्रधान शशि भूषण ने कहा है कि 2 मार्च को प्रदेशभर में जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन देकर जिला शिक्षा अधिकारियों को ज्ञापन दिया जाएगा। टीचरों ने मांग पत्र में कहा है कि चुनावों से पहले स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज और शिक्षा मंत्री रामबिलाश शर्मा ने विधानसभा चुनावों से पहले जंतर मंतर पर उनके साथ धरना दिया था और वायदा किया था कि प्रदेश में उनकी सरकार आते ही गेस्ट टीचरों को रेगुलर कर दिया जाएगा, लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार आए हुए भी ढाई साल बीत चुके है लेकिन शिक्षकों की मांगों पर सरकार का कोई ध्यान ही नहीं हैं। गेस्ट टीचर एसोसिएशन के जिला प्रधान शशि भूषण ने कहा है कि शिक्षा विभाग में प्रमोशन, ट्रांसफर तो कभी अन्य कारणों के चलते गेस्ट टीचरों को हटा दिया जाता है और कई-कई महीने तक उन्हें दोबारा एडजस्ट नहीं किया जाता हैं। ऐसे में इन शिक्षकों को अब किसी दूसरी जगह भी सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती है। ऐसे में शिक्षकों का भविष्य पिछले कई साल से अंधेरे में लटका हुआ हैं।