28 को सेवानिवृत होने वाले भ्रम की स्थिति में





गुरुग्राम : सेवानिवृत की आयु सीमा को 58 साल से बढ़ाकर 60 साल करने की घोषणा के बाद इस माह सेवानिवृत होने वाले कर्मचारी भ्रम की स्थिति में हैं। उनको अभी स्पष्ट तौर पर नहीं पता लग रहा है कि सरकार उनको सेवानिवृत करेगी या नहीं। कर्मचारी यूनियन के नेता भी इस पक्ष में हैं कि सरकार ने घोषणा कर दी है तो अब कर्मचारियों को सेवानिवृत ना किया जाए। मनोहर सरकार ने सत्ता में आते ही पिछली सरकार के फैसले को बदलकर सेवानिवृत करने की आयु सीमा 58 साल कर दी, लेकिन इसी माह सरकार ने घोषणा कर दी कि आयु सीमा 60 वर्ष रहेगी। इसकी समीक्षा करने के लिए वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की अध्यक्षता में एक कमेटी भी बना दी गई। हालांकि कमेटी की अभी रिपोर्ट नहीं आई है। कर्मचारी यूनियन नेताओं का कहना है कि सरकार घोषणा कर चुकी है। ऐसे में 28 फरवरी को सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों की सेवानिवृति पर रोक लगा देनी चाहिए। सरकार एक तरफ तो पहले सेवानिवृत हुए कर्मचारियों को वापिस बुलाने की बात कर रही है। एक तरफ आगे सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों के बारे में अभी कोई फैसला नहीं ले पा रही है। कर्मचारियों में की स्थिति बनी हुई है।सरकार ने घोषणा कर दी। पर इस बारे में अभी कोई स्पष्ट आदेश नहीं आने से कर्मचारी में तो हैं। फरवरी में सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों को सेवानिवृत करने पर अभी रोक लगा देनी चाहिए। अगर इनको दोबारा वापस बुलाया जाता है तो सरकार पर दोहरा बोझ पड़ेगा-सत्यनारायण यादव प्रदेश सचिव, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ

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