भारत बांग्लादेश सीमा पर बीते दिनों पकड़े गये 2000 रुपये के नकली करेंसी को देख सुरक्षा एजेंसियां काफी सकते में हैं। नए नोटों को जारी हुए अभी 100 दिन ही हुए और इसके नकली नोटों की खेप देश में आनी शुरू हो गई है। नकली नोट की पहचान के लिए बैंक ने मानक बनाए गये है जिससे आप 2000 रुपये के असली और नकली करेंसी नोट को आसानी से पहचान सकते है।
दो हजार के जाली नोट की पहचान ऐसे करें
500 और 1000 के पुराने नोट बंद होने से उनके जाली नोटों का खतरा भले ही कम हो गया है। लेकिन देश में कई जगहों पर 2000 रुपये के जाली नोट मिलने से सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है।
नकली नोटों में यह नहीं
सूक्ष्म अक्षरों में लिखा आरबीआई और 2000 रुपये, जिसे मिंट मशीन से ही देखा जा सकता है
बांई ओर बना आयत और उसमें लिखा 2000, जो खासतौर पर दृष्टिबाधितों के पढ़ने के लिए है
नोट पर आड़ी खींची गईं सात रेखाएं, नकली नोट पर होती हैं, लेकिन दृष्टिबाधितों के अनुरूप नहीं
17 में से 11 सिक्युरिटी फीचर्स हुए कॉपी
जानकारी के मुताबिक, तस्कर असली नोट के 17 में से 11 सिक्युरिटी फीचर्स कॉपी करने में कामयाब हो गए हैं। इसमें वाटरमार्क, अशोक स्तंभ और आर.बी.आई गवर्नर के हस्ताक्षर भी शामिल हैं। हालांकि जाली नोटों की प्रिंटिंग और पेपर की गुणवत्ता खराब है। इससे अब नकली नोटों को पहचानना मुश्किल हो गया है। जांच से जुड़े अधिकारियों ने आशंका जाहिर की है जल्द ही ये नकली नोट भारतीय बाजार में पहुंच सकते हैं जिसे समय रहते कंट्रोल करने की आवश्यकता है।
जाली नोटों में इसकी नकल की गई
देवनागरी लिपि में नोट का मूल्य
महात्मा गांधी की तस्वीर
गारंटी वक्तव्य और गवर्नर के हस्ताक्षर
अंकों के पैनल और अशोक स्तंभ का चिन्ह
नोट छपाई का साल
स्वच्छ भारत का लोगो
16 भाषाओं में नोटों का मूल्य
मंगलयान की तस्वीर
खुफिया एजेंसियों को रिपोर्ट मिली है कि भारत विरोधी तत्व नए 2000 रुपये के नकली नोट फिर से चलाने की फिराक में है। हालांकि 2000 रुपये का नया नोट 17 विशिष्ट सुरक्षा फीचर से लैस है। ऐसे में आपकी सावधानी ही दुश्मनों के मंसूबों को नाकाम कर सकती है। जरूरी है कि आप नए नोटों की इन विशिष्ट बारीकियों को जानें, ताकि असली-नकली का फर्क कर सकें। लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान ने 2000 रुपए के नकली नोट बनाने शुरू कर दिए हैं। बोर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बी.एस.एफ) और नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एन.आई.ए) ने हाल ही में नकली नोट बरामद किए थे। इन नकली नोटों को भारत-बंगलादेश बॉर्डर के जरिए भारत भेजा गया।
नकली नोट छपने में पाक एजेंसिया कर रही मदद
एनआईए और बीएसएफ भारत-बंगलादेश बॉर्डर से अब तक कई लोगों को जाली नोटों के साथ पकड़ चुके हैं। ताजा मामला 8 फरवरी का बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, 8 फरवरी को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में अजीजुर रहमान नामक शख्स को 2000 के 40 नकली नोटों के साथ पकड़ा गया था। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि जाली नोटों को आईएसआई. की मदद से पाक में छापा गया है, जिन्हें बंगलादेश सीमा से भारत में लाया गया। हर 2000 के नोट के लिए तस्करों को 500-600 रुपए देने होते थे।
2000 और 500 के नए नोट में नहीं है अतिरिक्त सुरक्षा फीचर
भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड (एसपीएमसीआईएल) के अधिकारियों की मानें तो नए नोटों के फीचर्स पुराने 1000 और 500 के नोटों के समान ही हैं। नोटों की प्रिटिंग से जुड़े सीनियर अधिकारी का कहना है कि नए नोटों में पुराने नोटों के मुकाबले सुरक्षा के लिए कोई नया फीचर नहीं दिया गया है क्योंकि ऐसा करने के लिए वक्त चाहिए होता है और नए नोटों की छपाई के लिए वक्त बहुत कम था। खुफिया विभाग से जानकारी मिलने के बाद सीमावर्ती इलाकों से डेढ़ महीने में अब तक लगभग 4 करोड़ रुपए की नकली करेंसी पकड़ी गई है।
2000 की छिपी हुई आकृति, जो नोट नकली नोट में विभिन्न कोणों से भी देखने पर दिखाई नहीं देते
सुरक्षा रेखा पर आरबीआई, 2000 और भारत लिखा है, असली नोट में इसका रंग बदलता है
गांधी का वॉटरमार्क और इलेक्ट्रोलाइट 2000 फीचर की गुणवत्ता नकली नोटों में ठीक नहीं होती है
पकड़े गये 2000 का जाली नोट
19 नवंबर 2016 : कश्मीर में आतंकियों के पास से 2000 के जाली नोट मिले
24 दिसंबर 2016 : मेरठ में दस लाख रुपये मूल्य के 2000 के जाली नोट मिले
8 फरवरी 2017 : मुर्शिदाबाद में 2000 रुपये के 40 जाली नोट जब्त
29 जनवरी 2017 : दिल्ली पुलिस ने 18 लाख रुपये मूल्य के जाली नोट पकड़े
15 फरवरी 2017 : मालदा में जाली नोट का रैकेट मिला, दो लाख मूल्य के नोट पकड़े
जाली नोटों का हिस्सा
400 करोड़ रुपये के जाली नोटों के प्रचलन में थे, 0.04%हिस्सा कुल नोटों में
500 और 1000 रुपये के ही थे ज्यादातर जाली नोट नोटबंदी के पहले