गांव जाखौली (कैथल) के राजकीय प्राथमिक कन्या स्कूल की 40 और छात्राएं अचानक बीमार पड़ गयी हैं। आंखों में तेज जलन, दर्द और शरीर पर भयानक खुजली के कारण बुधवार को 25 छात्राओं को अस्पताल ले जाना पड़ा था। बृहस्पतिवार को भी यही सिलसिला जारी रहा। स्कूल आते ही चौथी, पांचवीं और आठवीं की 40 छात्राएं खुजली से परेशान हो गयी हैं। उन्हें कैथल सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया और स्कूल में छुट्टी कर दी गयी।
कल तक यह अनुमान लगाया जा रहा था कि किसी पौधे के पत्ते रगड़ने के कारण बच्चों को यह तकलीफ हुई। इसके मद्देनजर स्टाफ सदस्यों ने स्कूल परिसर से सभी पौधे उखाड़कर फेंक दिये। लेकिन, बृहस्पतिवार को कुछ अध्यापिकाओं और सरपंच अनिल कुमार को भी हल्की खुजली की शिकायत हुई। उपजिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शमशेर सिंह सिरोही, राजौंद खंड शिक्षा अधिकारी और डॉक्टर स्कूल पहुंचे तो गंदगी का आलम था। हालात यह थे कि शौचालय गंदगी से अटे पड़े थे। स्कूल की दीवार के पीछे लोग खुले में शौच जाते हैं। पीने के लिए साफ पानी नहीं है।
छात्राओं को दिक्कत क्यों हो रही है, यह अभी साफ नहीं हो पाया है। कैथल सिविल अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक आरडी चावला से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि किसी कीट या किसी पौधे के कारण भी ऐसा हो सकता है। खेत में स्प्रे आदि की वजह से भी ऐसा हो सकता है। खुले में शौच से कई बीमारियां फैलती हैं, लेकिन खुजली व एलर्जी जैसी नहीं। वहीं, आयुर्वेदिक चिकित्सक जितेंद्र गिल ने स्कूल का निरीक्षण किया, लेकिन उन्हें वहां ऐसा कोई पौधा नहीं मिला, जिससे ऐसी तकलीफ हो सकती हो।