जागरण संवाददाता, जींद : सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के राज्य संगठन सचिव बलबीर सिंह ने कहा कि आज सार्वजनिक शिक्षा व शिक्षक वर्तमान सरकार के निशाने पर हैं। वर्तमान सरकार के आने के बाद एक भी शिक्षक भर्ती नहीं किया गया है, ऐसी हालत में सरकार शिक्षा में सुधार कैसे कर सकती है। वह मंगलवार को लार्ड शिवा पब्लिक स्कूल जींद में हरियाणा ज्ञान विज्ञान समिति, रिटायर कर्मचारी संघ व अध्यापक संघ द्वारा आज संयुक्त रूप से आयोजित शिक्षा सम्मेलन में अध्यापकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज सरकार द्वारा स्वीकृत पदों में से 50 हजार शिक्षक, 1400 लिपिक व 5 हजार चतुर्थ श्रेणी के पद रिक्त पड़े हैं। यदि सरकार शिक्षा में सुधार करना चाहती है तो 14 हजार अतिथि अध्यापकों को पक्का करे। वहीं 12 हजार नवचयनित अध्यापकों को कार्यभार ग्रहण करवाने के बाद रिक्त पदों पर नियमित भर्ती करे।1बताया कि प्रदेश के 80 प्रतिशत स्कूलों के भवनों की हालत खस्ता हैं। उन्होंने कहा कि अध्यापक संघ कक्षा एक से पांच के लिए 1:30, कक्षा छठी से आठवीं में 1:35 तथा कक्षा नौंवी से बारहवीं में 1:40 के अनुपात से वैज्ञानिकरण करने का समर्थन करता है। इसके साथ ही नर्सरी कक्षा को छात्र संख्या में शामिल कर उसका वैज्ञानिकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि अध्यापक संघ ने पहले खंड स्तर पर धरने देकर अपनी मांग उठाई। आंदोलन के दूसरे चरण में जिला स्तरीय प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इसके तहत कल 22 फरवरी को जिला स्तर पर रोष प्रदर्शन किया जाएगा।
सरकार ने नहीं की एक भी शिक्षक की भर्ती’
जागरण संवाददाता, जींद : सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के राज्य संगठन सचिव बलबीर सिंह ने कहा कि आज सार्वजनिक शिक्षा व शिक्षक वर्तमान सरकार के निशाने पर हैं। वर्तमान सरकार के आने के बाद एक भी शिक्षक भर्ती नहीं किया गया है, ऐसी हालत में सरकार शिक्षा में सुधार कैसे कर सकती है। वह मंगलवार को लार्ड शिवा पब्लिक स्कूल जींद में हरियाणा ज्ञान विज्ञान समिति, रिटायर कर्मचारी संघ व अध्यापक संघ द्वारा आज संयुक्त रूप से आयोजित शिक्षा सम्मेलन में अध्यापकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज सरकार द्वारा स्वीकृत पदों में से 50 हजार शिक्षक, 1400 लिपिक व 5 हजार चतुर्थ श्रेणी के पद रिक्त पड़े हैं। यदि सरकार शिक्षा में सुधार करना चाहती है तो 14 हजार अतिथि अध्यापकों को पक्का करे। वहीं 12 हजार नवचयनित अध्यापकों को कार्यभार ग्रहण करवाने के बाद रिक्त पदों पर नियमित भर्ती करे।1बताया कि प्रदेश के 80 प्रतिशत स्कूलों के भवनों की हालत खस्ता हैं। उन्होंने कहा कि अध्यापक संघ कक्षा एक से पांच के लिए 1:30, कक्षा छठी से आठवीं में 1:35 तथा कक्षा नौंवी से बारहवीं में 1:40 के अनुपात से वैज्ञानिकरण करने का समर्थन करता है। इसके साथ ही नर्सरी कक्षा को छात्र संख्या में शामिल कर उसका वैज्ञानिकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि अध्यापक संघ ने पहले खंड स्तर पर धरने देकर अपनी मांग उठाई। आंदोलन के दूसरे चरण में जिला स्तरीय प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इसके तहत कल 22 फरवरी को जिला स्तर पर रोष प्रदर्शन किया जाएगा।