हिंदी प्राध्यापकों की पदोन्नति सूचि में भारी अनियमित्ताओं से अध्यापकों में रोष, सीनियर अध्यापक रह गए और जूनियर अध्यापक बन गए लेक्चरार







हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ के प्रांतीय प्रधान प्रदीप सरीन ने प्रेस को बताया कि शिक्षा विभाग ने हाल ही में जो हिन्दी पी जी टी प्रमोशन की सूचियां जारी की हैं उनमें बड़ी संख्या में वरिष्ठ अध्यापक पदिन्नति से वंचित रह गए हैं और उनसे कनिष्ठ प्रमोट हो गए है। इस बारे में अध्यापक वर्ग में भारी रोष व्याप्त है और पदोन्नति सम्बंधित मामलों को निपटाने में विभाग की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगता है।  संघ के प्रांतीय चेयरमेन कुलभूषण शर्मा और प्रांतीय सचिव संजीव मन्दोला ने बताया कि अगर विभाग यह त्रुटियां शीघ्र दूर नहीं करता है तो अध्यापक संघ निदेशालय का घेराव करेगा।
संघ के प्रांतीय प्रवक्ता रविंदर राणा ने बताया कि  शिक्षा विभाग के पिछले वर्ष हिंदी, संस्कृत, पंजाबी के लिए पीजीटी पदोन्नति के लिए केस मांगे थे। जून 2016 में विभाग ने एक सूचि जारी की थी और बहुत से केसों में कोई न कोई कमी निकाल कर उनके नाम लिस्ट से निकाल दिए गए थे। इन अध्यापको ने त्रुटियों को दूर करते हुए जिला।मौलिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से केस निदेशक को भेज दिए थे। विभाग ने लापरवाही का नमूना पेश करते हुए बिना त्रुटियां दूर करते हुए 22 फरवरी को पदोन्नति लिस्ट जारी कर दी जिसमे वरिष्ठ अध्यापक  पदोन्नति से वंचित रह गए। उनके साथ अन्याय हुआ है।
संघ के प्रधान प्रदीप सरीन ने कहा है कि वो शीघ्र ही इस मुद्दे को लेकर विभाग के पदाधिकारियों से  मिलेंगें और वरिष्ठ अध्यापकों के साथ यह अन्याय नहीं होने देंगें चाहे इसके लिए कोई बड़ा कदम ही न उठाना पड़े। संघ के मुख्य सलाहकार जयदेव आर्य ने बताया कि इस सूची में 2010-11 तक के अध्यापकों को पदोन्नत कर दिया गया है जबकि अंग्रेजो देवी (1983), कमलेश कुमारी (1995), सुनीता, इंदु बाला, सुमन बाला (1997) व प्रवीन बाला(2000) आदि वरिष्ठ अध्यापक पदोन्नति से वंचित रह गए। इससे ये अध्यापक खुद को ठगा सा  महसूस कर रहे है।
संघ ने मांग की है कि विभाग सभी जिलों की इस सूची को दुरुस्त करके शीघ्र नयी सूचि जारी करे जाए और ईसीएचएम, हाई हैड्स, प्रिंसिपल व गणित सहित अन्य विषयों की पदोन्नति सूचियां जल्द जारी की जाये। टीजीटी के तबादलो की आन लाइन प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाए।

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