जींद : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ से संबधित अध्यापक आज सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के विधानसभा घेराव में बढ़ चढ़कर भाग लेगें ।
राज्य संगठन सचिव बलबीर सिहं ने कहा कि सरकार लगातार कर्मचारी विरोधी नीतियों को लागू कर रही है विभागो को सिकोड़ा जा रहा है, पद समाप्त किए जा रहे हैं । कच्चे कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है । सुप्रिम कोर्ट के निर्णय के बाद भी कच्चे कर्मचारियों को समान काम समान वेतन नहीं दिया जा रहा ।
राज्य कोषाध्यक्ष महताब मलिक ने कहा कि आज शिक्षा विभाग में हजारों पद रिक्त पड़े हैं। यदि सरकार शिक्षा में सुधार करना चाहती है तो 14 हजार अतिथि अध्यापकों को पक्का करे। वहीं 12 हजार नवचयनित अध्यापकों को कार्यभार ग्रहण करवाने के बाद रिक्त पदों पर नियमित भर्ती करे। उन्होंने कहा कि अध्यापक संघ कक्षा एक से पांच के लिए 1:30, कक्षा छठी से आठवीं में 1:35 तथा कक्षा नौंवी से बारहवीं में 1:40 के अनुपात से वैज्ञानिकरण करने का समर्थन करता है। इसके साथ ही नर्सरी कक्षा को छात्र संख्या में शामिल कर उसका वैज्ञानिकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि अध्यापक संघ ने पहले खंड स्तर पर धरने देकर अपनी मांग उठाई। आंदोलन के दूसरे चरण में जिला स्तरीय प्रदर्शन किए गए।
जिला प्रैस सचिव भूप सिहं वर्मा ने कहा कि विधानसभा घेराव के माध्यम से शिक्षा में निजीकरण को रोकने , समान काम समान वेतन लागू करवाने , सातवें वेतन आयोग में प्राथमिक शिक्षकों व सीएंडवी अध्यापकों के प्रारंभिक वेतनमान में सुधार करने , नवचयनित जेबीटी अध्यापकों को ज्वाइनिंग देने , वर्ष दो हजार में लगे जेबीटी अध्यापकों को सभी प्रकार के सेवा लाभ देने , निलम रानी व बंचिग मामले में सभी संबधित अध्यापकों को शीघ्र लाभ देने , एनिवेयर व गलत हुए तबादलों से प्रभावित अध्यापकों को जल्द नजदीक स्टेशन देने, गैस्ट टीचर्ज को पक्का करने , शहरों में नए स्कूल खोलने , रेशनलाइजेशन प्रक्रिया में सुधार करने , अंतरिम राहत न काटने , सभी कटैगरियों की पदोन्नति सूची जारी करने, मासिक की जगह त्रैमासिक परीक्षाओं की व्यवस्था करने आदि मांग उठाई जाएगी ।