खेल नर्सरियों के नाम पर खिलाड़ियों से खेल



करनाल : स्वर्ण जयंती खेल नर्सरियों के नाम पर विभाग खिलाड़ियों की भावनाओं से खेल रहा है। जुलाई 16 में आवेदन के बाद 13 महीने बीत गए, लेकिन नर्सरी शुरू नहीं हो पाई। कागजी कार्रवाई में ही दूसरा साल बीतने को है। कायदे से मार्च में सैशन समाप्त होने के बाद अप्रैल 17 से प्रदेश में 440 खेल नर्सरियां शुरू हो जानी चाहिए थी। लेकिन हकीकत सबके सामने है। हर महीने खेल नर्सरी की शुरुआत के दावे तो होते हैं, पर इस दिशा में काम नहीं हो रहा। नवंबर 16 में स्कूलों की काउंसलिंग के बाद जुलाई 17 में जिले के 2483 खिलाड़ियों ने बड़ी ही उम्मीदों से टेस्ट दिया था। विभाग ने चयनित खिलाड़ियों की लिस्ट आज तक जारी नहीं की। मार्च में सैशन समाप्त हो जाएगा। अक्टूबर में भी यदि खेल नर्सरी शुरू करते हैं तो भी केवल छह महीने ही खिलाड़ियों को मिलेंगे। इसमें देरी के लिए जिम्मेदार कोई भी हो, लेकिन खामियाजा खिलाड़ियों को भुगतना पड़ रहा है। डर है कि स्वर्ण जयंती खेल नर्सरियों का हश्र स्पीड नर्सरियों जैसा न हो। 1 नर्सरी खुलेंगी जिले में, 10 बेटियों की होंगी
जिले में कुल खेल नर्सरियां खुलेंगी। इनमें 10 बेटियों के लिए होंगी। आवंटित नर्सरियों में सबसे अधिक सात असंध क्षेत्र के स्कूलों में खुलनी हैं। असंध में लड़कियों की छह व लड़कों के लिए एक फुटबॉल की खेल नर्सरी खोली जाएगी। आर्य कन्या गुरुकुल मोरमाजरा ही इकलौता संस्थान है जिसमें पांच नर्सरियां होंगी। दूसरे नंबर पर मधुबन के निजी स्कूल हैं। यहां लड़कों के लिए चार व लड़कियों को दो खेल नर्सरियों की सौगात मिली है। निसिंग के ब्रह्मानंद पब्लिक स्कूल व मधुबन के डीएवीपीपी स्कूल में दो-दो नर्सरियों खुलेंगी। जिले के एकमात्र राजकीय उच्च विद्यालय बीबीपुर जाटान में कुश्ती की खेल नर्सरी खुलेगी। लड़कियों की फुटबॉल की एक नर्सरी अभी अलॉट होना बाकी है।
1500 खिलाड़ियों को मिलना था लाभ
हर नर्सरी में 25 खिलाड़ियों के हिसाब से जिले के कुल 500 खिलाड़ियों को इससे लाभ मिलना है। खेल नर्सरियों में खिलाड़ियों के दो ग्रुप होंगे। 8 से 14 वर्ष तक के खिलाड़ियों को 1500 तो 15 से 19 साल तक के खिलाड़ियों को 22 दिन के अभ्यास के बाद 00 रुपये हर महीने मिलेंगे। प्रशिक्षण के साथ ही खिलाड़ियों की शिक्षा भी नि:शुल्क होगी।
स्कूल को नर्सरी में सामान व मैदान की देखरेख के लिए 1. लाख मिलेंगे। इसके अलावा कोच की तनख्वाह के लिए 15 हजार रुपये महीना अलग से देने की योजना है।
1440 खेल नर्सरियां
खेल विभाग ने जुलाई 16 में खेल नर्सरियों के लिए आवेदन मांगे थे। प्रदेश की 440 खेल नर्सरियों के लिए 747 स्कूलों ने आवेदन किया था। नर्सरियों के करनाल के 38 स्कूलों ने फार्म भरे थे। नवंबर में जिला स्तर पर गठित कमेटी ने काउंसलिंग की थी। इसके बाद स्कूलों में ही खिलाड़ियों का टेस्ट लिया गया था। करनाल के कर्ण स्टेडियम में वालीबॉल खेलते खिलाड़ी ’
**जुलाई 16 तक स्कूलों ने किए थे आवेदन
**खेल नर्सरियों के लिए 38 स्कूलों ने भरे थे फार्मनिजी स्कूलों के हिस्से में आई थी नर्सरी
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