सब कुछ ठीक रहा तो जल्दी ही वेतनभोगी आयकरदाता एटीएम के जरिए अपना आयकर रिटर्न भर सकेंगे। दरअसल, आयकर विभाग करदाताओं की सहूलियतों में वृद्धि के बारे में गंभीरता से विचार कर रहा है। इन्ही में एक है, वेतनभोगी करदाताओं को बैंक एटीएम से रिटर्न जमा करने की सुविधा देना। स्वीडन में करदाता ऐसी सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं। आयकर विभाग इन सहूलियतों को देश में संभव बनाने की संभावनाएं तलाश रहा है।
तकनीक और सुरक्षा मापदंडों के हिसाब से सब कुछ सही पाया गया तो व्यक्तिगत करदाताओं तो आयकर दफ्तर के चक्कर लगाने से मुक्ति मिल जाएगी। साथ ही आयकर विभाग की वेबसाइट पर ई-रिटर्न फाइल करने के झंझट से निजात दिलाने के लिए भी विभाग रिफंड क्लेम करने तथा स्टेटस जानने की व्यवस्था पर भी विचार कर रहा है।
आयकर विभाग -बैंक के बीच समझौते संभव: एटीएम से आईटी-रिटर्न भरने की सहूलियत प्रदान करने के लिए आयकर विभाग बैंकों के साथ समझौते कर सकता है ताकि बैंक अपनी वेबसाइट पर इस दिशा में पंजीकरण सहित सुविधाएं उपलब्ध करवा सकें । तत्पश्चात टैक्स भुगतान की तर्ज पर आईटी-रिटर्न फाइल कर सकें। रिफंड पाने सहित सुविधाएं मिल सकें।
हां संभव है:
चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) जैनिक वकील का कहना है कि जिस करदाता की आवक केवल वेतन है अथवा जो आईटी का सरल फॉर्म भर सकते हैं उनके लिए ऐसी सुविधा आरंभ की जा सकती है। ऐसे करदाताओं के लिए खुद ही रिटर्न फाइल करने की सहूलियत है। रिटर्न भी इतना ही सरल है। एटीएम से ऐसा करना सरल हो जाएगा।
तकनीक और सुरक्षा मापदंडों के हिसाब से सब कुछ सही पाया गया तो व्यक्तिगत करदाताओं तो आयकर दफ्तर के चक्कर लगाने से मुक्ति मिल जाएगी। साथ ही आयकर विभाग की वेबसाइट पर ई-रिटर्न फाइल करने के झंझट से निजात दिलाने के लिए भी विभाग रिफंड क्लेम करने तथा स्टेटस जानने की व्यवस्था पर भी विचार कर रहा है।
आयकर विभाग -बैंक के बीच समझौते संभव: एटीएम से आईटी-रिटर्न भरने की सहूलियत प्रदान करने के लिए आयकर विभाग बैंकों के साथ समझौते कर सकता है ताकि बैंक अपनी वेबसाइट पर इस दिशा में पंजीकरण सहित सुविधाएं उपलब्ध करवा सकें । तत्पश्चात टैक्स भुगतान की तर्ज पर आईटी-रिटर्न फाइल कर सकें। रिफंड पाने सहित सुविधाएं मिल सकें।
हां संभव है:
चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) जैनिक वकील का कहना है कि जिस करदाता की आवक केवल वेतन है अथवा जो आईटी का सरल फॉर्म भर सकते हैं उनके लिए ऐसी सुविधा आरंभ की जा सकती है। ऐसे करदाताओं के लिए खुद ही रिटर्न फाइल करने की सहूलियत है। रिटर्न भी इतना ही सरल है। एटीएम से ऐसा करना सरल हो जाएगा।