हिसार, जागरण संवाददाता : जिले के शैक्षिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों में अंग्रेजी माध्यम से आधुनिक शिक्षा देने के लिए खोले गए आरोही मॉडल स्कूल को अगले वर्ष तक शिक्षकों का इंतजार करना होगा। इन स्कूलों को स्थायी शिक्षक देने के लिए शिक्षा विभाग जिले व प्रदेशस्तर पर दो बार साक्षात्कार आयोजित कर चुका है, लेकिन सफल शिक्षकों की घोषणा अभी तक नहीं की गई है। शिक्षकों के अभाव में इन स्कूलों से विद्यार्थियों का पलायन जारी है। हालांकि इन स्कूलों में विकल्प के तौर पर अन्य सरकारी स्कूलों से शिक्षकों को अस्थायी तौर पर नियुक्त तो किया गया है, लेकिन स्कूल अंग्रेजी माध्यम के होने के कारण शिक्षकों को पढ़ाने में समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। उल्लेखनीय है कि जिले के अग्रोहा, बरवाला, हांसी 1, हिसार, नारनौंद व उकलाना में स्थित आरोही स्कूलों में स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति करनी है। वर्तमान में यहां 15 से 40 फीसदी तक स्टाफ की कमी है। इस बारे में स्कूल के शिक्षकों का कहना है कि इन आरोही स्कूलों में सबसे ज्यादा संख्या विज्ञान विषय को पढ़ने वाले बच्चों की है, लेकिन स्कूल के पास पर्याप्त शिक्षक न होने के कारण बच्चे स्कूल से पलायन कर रहे हैं। तीन माह बाद वार्षिक परीक्षा आयोजित होगी, लेकिन यहां पढ़ने वाले बच्चे वैकल्पिक शिक्षकों के सहयोग से अपना कोर्स भी पूरा नहीं कर पा रहे। इस संबंध में संयुक्त शिक्षा निदेशक बीआर वत्स ने बताया कि इन स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए काम चल रहा है। निदेशक की देखरेख में हो रही इस नियुक्ति की घोषणा जल्द ही कर दी जाएगी।
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