ऐसे विद्यार्थी आगाह हो जाएं, जिनके संस्थान ने मान्यता तो किसी विदेशी विश्वविद्यालय से ले रखी है, लेकिन ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) से मान्यता नहीं ली है। ऐसे संस्थानों में पढ़ने वाले किसी भी विद्यार्थी को सरकारी रोजगार नहीं मिल सकेगा, क्योंकि एआईसीटीई ने उनकी डिग्री को अवैध घोषित कर दिया है।
इस संदर्भ में एआईसीटीई की ओर से विशेष गाइड लाइन जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि इंजीनियरिंग करने वाले विद्यार्थी किसी भी दाखिले से पहले यह जांच लें कि उनके संस्थान ने एआईसीटीई
से मान्यता भी ली हुई है या नहीं।
शुरुआत में बरती गई असावधानी उनके लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो सकती है। इस संस्था की ओर से देशभर के 336 गैर मान्यता कालेजों की सूची जारी की गई है, जिसमें क्षेत्र के भी 20 इंजीनियरिंग एवं प्रबंधन कालेज शामिल हैं। इसमें पानीपत के एक, सोनीपत के दो, गुड़गांव के 12, फरीदाबाद के तीन कालेज शामिल हैं।
यह है एआईसीटीई
एआईसीटीई देशभर के इंजीनियरिंग और तकनीकी कॉलेजों को मान्यता देने वाली सरकारी संस्था हैं। इसी संस्था के माध्यम से इंजीनियरिंग को लेकर नए नियम एवं कायदे तय किए जाते हैं। ऐसे में जब इस संस्था की ओर से कालेज को मान्यता नहीं मिलेगी तो उस कालेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय होना तय है।
रोजगार के लिए नहीं होगा मान्य
बेशक उन्होंने विदेशी विवि से मान्यता ली हुई है, बावजूद इसके जब तक एआईसीटीई से मान्यता नहीं लेते हैं, उनके संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थी का प्रमाण पत्र सरकारी क्षेत्र में रोजगार के लिए मान्य नहीं होगा।
दाखिला से पहले लें जानकारी
बिना एआईसीटीई की मान्यता लिए इंजीनियरिंग कालेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की सभी डिग्रियां और प्रमाण पत्र अवैध माने जाएंगे। इसलिए विद्यार्थियों को चाहिए कि वे दाखिले से पहले यह जानकारी ले लें कि उनके कालेज को मान्यता है या नहीं।
डा. एसएस मांथा, चेयरमैन, ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन, दिल्ली।
इस संदर्भ में एआईसीटीई की ओर से विशेष गाइड लाइन जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि इंजीनियरिंग करने वाले विद्यार्थी किसी भी दाखिले से पहले यह जांच लें कि उनके संस्थान ने एआईसीटीई
से मान्यता भी ली हुई है या नहीं।
शुरुआत में बरती गई असावधानी उनके लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो सकती है। इस संस्था की ओर से देशभर के 336 गैर मान्यता कालेजों की सूची जारी की गई है, जिसमें क्षेत्र के भी 20 इंजीनियरिंग एवं प्रबंधन कालेज शामिल हैं। इसमें पानीपत के एक, सोनीपत के दो, गुड़गांव के 12, फरीदाबाद के तीन कालेज शामिल हैं।
यह है एआईसीटीई
एआईसीटीई देशभर के इंजीनियरिंग और तकनीकी कॉलेजों को मान्यता देने वाली सरकारी संस्था हैं। इसी संस्था के माध्यम से इंजीनियरिंग को लेकर नए नियम एवं कायदे तय किए जाते हैं। ऐसे में जब इस संस्था की ओर से कालेज को मान्यता नहीं मिलेगी तो उस कालेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय होना तय है।
रोजगार के लिए नहीं होगा मान्य
बेशक उन्होंने विदेशी विवि से मान्यता ली हुई है, बावजूद इसके जब तक एआईसीटीई से मान्यता नहीं लेते हैं, उनके संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थी का प्रमाण पत्र सरकारी क्षेत्र में रोजगार के लिए मान्य नहीं होगा।
दाखिला से पहले लें जानकारी
बिना एआईसीटीई की मान्यता लिए इंजीनियरिंग कालेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की सभी डिग्रियां और प्रमाण पत्र अवैध माने जाएंगे। इसलिए विद्यार्थियों को चाहिए कि वे दाखिले से पहले यह जानकारी ले लें कि उनके कालेज को मान्यता है या नहीं।
डा. एसएस मांथा, चेयरमैन, ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन, दिल्ली।