एक टैस्ट से मिलेगा अनेक लॉ कॉलेजों में प्रवेश


लॉ संस्थानों में प्रवेश के लिए अब अलग-अलग टैस्ट देने की बजाय कैट, मैट की तर्ज पर क्लैट शुरू किया गया है। कॉमन लॉ एडमिशन टैस्ट अब एक ही प्रवेश परीक्षा के जरिए 14 लॉ यूनिवर्सिटीज में दाखिले का दरवाजा दिखाएगा।
कॉरपोरेट जगत हो, निजी कंपनी या उद्योग, इसे आगे ले जाने के लिए कानून के दांव-पेंच जानना जरूरी है। इसके लिए देश में जगह-जगह लॉ अधिकारी, विधि विशेषज्ञ और उसके जानकार रखे जाते हैं। इस पेशे में आने या इस क्षेत्र में सफलता हासिल करने के लिए तर्क करने या बहस करने के अच्छे-खासे हुनर के साथ-साथ तीन साल की एलएलबी और उच्च स्तर पर एलएलएम की डिग्री होनी चाहिए। साथ ही कानून की धाराओं और उनसे जुड़े मामलों का सैद्धांतिक और व्यवहारिक ज्ञान होना जरूरी है।
लॉ में दाखिले के लिए अब अलग-अलग टैस्ट देने की बजाय कैट, मैट की तर्ज पर क्लैट शुरू किया गया है। कॉमन लॉ एडमिशन टैस्ट अब एक ही प्रवेश परीक्षा के जरिए 14 लॉ यूनिवर्सिटी में दाखिले का दरवाजा दिखाएगा।
टैस्ट की रूपरेखा
राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली प्रवेश परीक्षा में 12वीं पास छात्रों के लिए दो घंटे का पेपर होगा। यह दो सौ अंकों और दो सौ सवालों से लैस होगा। इसमें अंग्रेजी भाषा व कॉम्प्रिहेंशन से जुड़े सवाल 40 अंकों के, सामान्य ज्ञान और करंट अफेयर्स के सवाल 50 अंकों के, गणित के सवाल 20 अंकों के, लॉजिकल रीजनिंग के सवाल 40 अंकों के, लीगल एप्टीट्यूड 50 और एलिमेंटरी गणित के सवाल 20 अंकों के होंगे। अंग्रेजी कॉम्प्रिहेंशन में छात्रों की भाषा और व्याकरण की परख की जाएगी। कॉम्प्रिहेंशन पर आधारित शब्दों के अर्थ और उनके इस्तेमाल के बारे में पूछताछ की जाएगी। खाली जगहों को भरना होगा। वाक्यविन्यास को सही करना होगा। उपयुक्त शब्दों के चयन से जुड़े सवाल होंगे। सामान्य ज्ञान या समसामयिक घटनाओं की परख के तहत पिछले एक साल में मीडिया में चर्चित घटनाओं और उनसे जुड़े प्रसंगों के बारे में ज्ञान की परख की जाएगी। गणित एलिमेंटरी स्तर का होगा, खासकर दसवीं स्तर तक। लीगल एप्टीटय़ूड और लीगल अवेयरनेस के तहत लीगल समझ को परखा जाएगा।
दो वर्षीय एलएलएम में दाखिला पाने के इच्छुक स्नातक पास छात्रों का भी दो घंटे का और दो सौ अंकों का पेपर होगा। इनमें लॉ ऑफ का कांट्रेक्ट, लॉ ऑफ टार्ट्स, क्रिमिनल लॉ, संवैधानिक लॉ और लीगल थ्योरी के क्षेत्र से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे। दो सवाल विवरणात्मक या निबंध की तरह के होंगे। इसके लिए 50-50 अंक निर्धारित हैं। अन्य सभी वस्तुनिष्ठ 100 सवाल एक-एक अंक के निर्धारित होंगे।
दाखिला पाने के बाद छात्रों को पांच साल के कोर्स में स्नातक से जुड़े विषय और कानूनी पहलू से जुड़े पेपर के बारे में बताया जाएगा। इसे करने के बाद अलग से स्नातक करने की जरूरत नहीं होगी। इसमें एलएलबी और स्नातक, दोनों की डिग्री शामिल है।
दाखिले की योग्यतापांच वर्षीय एलएलबी के लिए 12वीं में आर्ट्स, कॉमर्स या साइंस विषय में 50 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। इसी तरह दो वर्षीय एलएलएम में प्रवेश के लिए एलएलबी में 55 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। आरक्षित वर्ग के लिए न्यूनतम अंक में 5 फीसदी की छूट है।
दाखिले का कार्यक्रमपांच वर्षीय एलएलबी के डिग्री कोर्स में दाखिले के लिए आवेदन की अंतिम तारीख 31 मार्च रखी गई है। इसके लिए आवेदन फार्म संबंधित संस्थान और तय किए गये भारतीय डाकघरों से दिए जा रहे हैं। प्रवेश परीक्षा 13 मई को है।
कहां मिलेगा दाखिला
नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बेंगलुरू
नालसार यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ, हैदराबाद
नेशनल लॉ इंस्टीटय़ूट, भोपाल
वेस्ट बंगाल नेशनल यूनिवर्सिटी, कोलकाता
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, जोधपुर
हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, रायपुर
गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, गांधीनगर
राममनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, लखनऊ
राजीव गांधी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, पटियाला
चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी, पटना
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ, रांची
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी एंड ज्यूडिशियल एकेडमी, असम
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, उड़ीसा
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ एडवांस लीगल स्टडीज, कोच्चि

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