स्कूल फेयरवेल पार्टी में छात्रा को पिलाई शराब+++हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा(एचटेट) +++रोडवेज चालकों की भर्ती पर उठे सवाल +++कुछ नए कोर्स शुरू व कुछ बंद करने की सिफारिश कुरुक्षेत्र यूनिवर्सि


स्कूल फेयरवेल पार्टी में छात्रा को पिलाई शराब
हांसी (हिसार), संवाद सहयोगी : सिसाय बोलान के राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल में छात्रों ने संस्कृति को शर्मसार कर दिया। सोमवार को स्कूल की फेयरवेल पार्टी में कुछ छात्रों ने अपनी ही कक्षा की छात्राओं की कोल्ड ड्रिंक में शराब मिला दी, जिसे एक छात्रा ने पी भी ली। सोमवार को स्कूल में बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए विदाई पार्टी का आयोजन किया गया था। सांस्कृतिक कार्यक्रम खत्म होने के बाद जैसे जलपान शुरू होने लगा तो कुछ शरारती छात्रों ने कोल्ड ड्रिंक की बोतल में शराब मिला दी, जिसे ग्यारहवीं की एक छात्रा ने पी ली। शीतलपेय में शराब की दुर्गध आते ही छात्रा ने शोर मचा दिया और उपस्थित सभी छात्राओं को यह कोल्ड ड्रिंक पीने से मना कर दिया। इसके बाद शिक्षकों ने मामले की लीपो-पोती करते हुए छात्रा को घर भेज दिया। छात्रा कुश्ती खिलाड़ी बताई जाती है। इसके बाद छात्रा ने घर पर जाकर पूरी कहानी बताई तो परिजन भड़क उठे। शाम को घर पहुंचे छात्रा के पिता कृष्ण कुमार पंच राजेश कुमार व अन्य लोगों को लेकर पूजा की मेडिकल जांच कराने सरकारी अस्पताल पहुंच गए। वहां छात्रा ने बताया कि कोल्ड ड्रिंक पीते ही उसके सिर में दर्द होने लगा और चक्कर आने लगे। इसके बाद विदाई कार्यक्रम में हंगामा खड़ा हो गया। बात गांव के बड़े बुजुर्गो तक न पहुंचे, इसलिए अध्यापकों ने कार्यक्रम को तुरंत संपन्न करवा दिया। अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि पुलिस की उपस्थिति में रक्त के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे। जिला शिक्षा अधिकारी दर्शना देवी ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी और अगर स्कूल स्टॉफ का सदस्य दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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भिवानी
हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा(एचटेट) का परिणाम घोषित हुए लगभग तीन महीने हो चुके है। मगर अभी तक परीक्षा पास करने वाले परीक्षार्थियों को सर्टिफिकेट नहीं मिले है। मजबूरन परीक्षार्थी बोर्ड कार्यालय के चक्कर काट रहे है।
शिक्षा बोर्ड आईएसओ प्रमाणित है,्र लेकिन इसकी कार्यप्रणाली विपरीत है। इसका जीता जागता उदाहरण है बोर्ड द्वारा नवंबर 2011 में संचालित की गई एचटेट परीक्षा। परीक्षा के आवेदन पत्र मिलने से लेकर परीक्षा परिणाम घोषित होने तक हर कदम पर परीक्षार्थियों को परेशानी से दो चार होना पड़ा है। हालांकि परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद भी परीक्षार्थियों की परेशानी दूर नहीं हुई है। अब पास हुए परीक्षार्थी अपना सर्टिफिकेट लेने के लिए शिक्षा बोर्ड कार्यालय के चक्कर लगा रहे है। परीक्षार्थियों को कहना है कि एचटेट परीक्षा का परिणाम घोषित हुए लगभग तीन महीने गुजर चुके है, लेकिन अभी तक पास परीक्षार्थियों को सर्टिफिकेट नहीं भेजे गए है। उधर बोर्ड प्रशासन का कहना है कि इस बार पास परीक्षार्थियों की संख्या ज्यादा है। इस वजह से थोड़ा वक्त लग रहा है। जेबीटी, बीएड व लेक्चरर कैटेगरी के लिए एचटेट परीक्षा 5 व 6 नवंबर को आयोजित की गई थी। 2 दिसंबर को परिणाम घोषित किया गया था।
॥सर्टिफिकेट की छपाई का कार्य कराया जा रहा है। छपाई का कार्य पूरा होने के बाद जल्द ही परीक्षार्थियों को पास सर्टिफिकेट भेज दिए जाएंगे।ञ्जञ्ज
डीके बेहरा, सचिव हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी
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रोडवेज चालकों की भर्ती पर उठे सवाल 
ञ्चनौ चालकों के लाइसेंस मिले दूसरे राज्यों के, ज्वाइनिंग रोककर की जा रही है जांच 
अमित सैनी त्न रेवाड़ी
लंबे समय के बाद रोडवेज में हुई चालकों की भर्ती संदेह के घेरे में आ गई है। भर्ती हुए कुछ चालकों के पास बाहरी राज्यों के लाइसेंस मिले हैं, जिनकी सत्यता को लेकर जांच की जा रही है। साथ ही साथ कुछ चालकों के बस चलाने को लेकर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। रोडवेज अधिकारियों की ओर से भी बाहरी राज्यों के लाइसेंस वाले चालकों की नियुक्ति पर लाइसेंस सत्यापित होने तक रोक लगा दी गई है।

प्रदेश में 1024 चालकों की रोडवेज में भर्ती की गई है। स्थानीय डिपो की अगर बात की जाए तो यहां पर 44 चालकों को भर्ती किया गया है। स्थानीय स्तर पर भर्ती हुए कुछ चालकों की ड्राइविंग को लेकर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। हालांकि भर्ती के दौरान तीन स्तर पर चालक का टेस्ट लिया जाता है। इन तीनों ही स्तरों को कोई पूर्ण रूप से प्रशिक्षित चालक ही क्लियर कर सकता है। इसके बावजूद भी अगर किसी चालक की ड्राइविंग को लेकर सवाल खड़ा होता है तो यह सीधे-सीधे भर्ती में बरती गई खामियों को उजागर करता है।
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चंडीगढ़ त्नकंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल आफ इंडिया (कैग) ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी को डिस्टेंस एजुकेशन के तहत चल रहे कोर्सेस की समीक्षा कर कुछ नए कोर्स शुरू व कुछ बंद करने की सिफारिश की है। वर्ष 2006 व 07 की तुलना में वर्ष 2010 व 11 के पास प्रतिशत के आंकड़ों के आधार पर एमए, एमएससी और एमसीए जैसे कोर्स बंद कर देने को कहा है।

कैग ने विधानसभा के माध्यम से सरकार को यूनिवर्सिटी के परफार्मेंस आडिट के आधार पर दी रिपोर्ट में कहा है कि यूनिवर्सिटी में कराए जा रहे 63 कोर्सेस में से 16 की पास प्रतिशत दर ज्यादा संतोषजनक नहीं है। एमए हिंदी, पंजाबी, संस्कृत, अंग्रेजी, फिलॉस्फी, राजनीति शास्त्र, अर्थ शास्त्र, लोक प्रशासन और इतिहास मौजूदा दौर में यूनिवर्सिटी के लिए अलोकप्रिय विषय बन चुके हैं। इनकी पास प्रतिशत दर महज 33 प्रतिशत तक पहुंच गई है। इसी तरह एमएससी के गणित व भूगोल विषय में स्टूडेंट्स की ज्यादा रूचि नहीं और पास प्रतिशतता 31 प्रतिशत रही है। एमसीए में 39 प्रतिशत परीक्षार्थी ही पास हुए हैं।

हरियाणा के प्रधान महालेखाकार (आडिट) ओंकार नाथ ने बताया कि पिछले साल यूनिवर्सिटी के परफार्मेंस आडिट के दौरान खुलासा हुआ कि यूनिवर्सिटी कुछ रेगुलर कोर्स करवा रही जो बरसों से चल रहे हैं। वही कोर्स कई गैर सरकारी कालेजों में भी चल रहे और उनके नतीजे कहीं ज्यादा बेहतर हैं। वजह उनमें फैकल्टी, इन्फ्रास्टक्चर और अन्य सुविधाएं
 
 

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