चंडीगढ़. शहर गवर्नमेंट और प्राइवेट स्कूलों में नए सत्र से टीचर्स की छुट्टी डेढ़ घंटा देरी से छुट्टी होगी, जबकि स्टूडेंट्स की छुट्टी निर्धारित समय पर ही होगी। लंबे समय से टीचर्स और प्रशासन में चल रही खींचातानी 1 अप्रैल से खत्म हो जाएगी। विभागीय सूत्रों की मानें तो इस पॉलिसी पर अधिकारी विचार कर रहे हैं।
क्यों बढ़ेगा डेढ़ घंटा: राइट टु एजुकेशन एक्ट (आरटीई) के अनुसार स्कूलों को टीचर्स का समय डेढ़ घंटा
बढ़ाना था। प्रिंसिपलों के अनुसार डेढ़ घंटा बढ़ने से स्टूडेंट्स को काफी फायदा होगा। इसका सीधा असर स्कूल के रिजल्ट पर पड़ेगा।
क्या करेंगे टीचर्स: टीचर्स इस समय में न तो कॉपियां चेक करेंगे, न ही कोई लेसन तैयार करेंगे। वे इस समय में फॉरमेटिव असेस्मेंट के तहत बनाए जाने वाले नए प्रोजेक्ट, एक्टिविटीज और दूसरी स्किल्स की तैयारी करेंगे।
शेड्यूल बाधित होगा: जहां प्रशासन मान रहा है कि इससे टीचर्स को अगले दिन की प्लानिंग का समय मिल जाएगा, वहीं गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन के प्रेसिडेंट डॉ. विनोद शर्मा का कहना है कि इससे शेड्यूल बाधित होगा। प्रशासन कह रहा है कि स्टूडेंट्स का स्ट्रेस कम किया जाए। ऐसे में उनका स्ट्रेस और बढ़ेगा।
डेढ़ घंटा टीचर्स का समय बढ़ाने की पॉलिसी पर विचार किया जा रहा है, नए सत्र से इसे पूर्ण तौर पर लागू कर दिया जाएगा।
क्यों बढ़ेगा डेढ़ घंटा: राइट टु एजुकेशन एक्ट (आरटीई) के अनुसार स्कूलों को टीचर्स का समय डेढ़ घंटा
बढ़ाना था। प्रिंसिपलों के अनुसार डेढ़ घंटा बढ़ने से स्टूडेंट्स को काफी फायदा होगा। इसका सीधा असर स्कूल के रिजल्ट पर पड़ेगा।
क्या करेंगे टीचर्स: टीचर्स इस समय में न तो कॉपियां चेक करेंगे, न ही कोई लेसन तैयार करेंगे। वे इस समय में फॉरमेटिव असेस्मेंट के तहत बनाए जाने वाले नए प्रोजेक्ट, एक्टिविटीज और दूसरी स्किल्स की तैयारी करेंगे।
शेड्यूल बाधित होगा: जहां प्रशासन मान रहा है कि इससे टीचर्स को अगले दिन की प्लानिंग का समय मिल जाएगा, वहीं गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन के प्रेसिडेंट डॉ. विनोद शर्मा का कहना है कि इससे शेड्यूल बाधित होगा। प्रशासन कह रहा है कि स्टूडेंट्स का स्ट्रेस कम किया जाए। ऐसे में उनका स्ट्रेस और बढ़ेगा।
डेढ़ घंटा टीचर्स का समय बढ़ाने की पॉलिसी पर विचार किया जा रहा है, नए सत्र से इसे पूर्ण तौर पर लागू कर दिया जाएगा।