Ambala-स्कूल में मनमर्जी से ऐच्छिक अवकाश करने वाले स्कूल मुखिया अब ऐसा नहीं कर सकेंगे। इन्हें तय करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर से सभी स्कूलों में पत्र भेजे गए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा जारी अवकाश सूची में दर्ज सभी आधिकारिक अवकाश के अलावा सरकारी स्कूल सालभर में ऐच्छिक अवकाश की सूची में दर्ज कोई भी चार अवकाश कर सकते हैं। अब तक आम तौर पर सरकारी स्कूल ऐच्छिक सूची में दर्ज सभी अवकाश कर लेते थे। चेकिंग के दौरान स्कूल बंद मिलने पर ऐच्छिक अवकाश होने का तर्क दिया जाता था। हकीकत यह थी कि ऐच्छिक अवकाश वाले दिन हाजिरी का खाना खाली रख लिया जाता था। अधिकारियों को भनक न लगने की सूरत में स्कूल मुखिया अगले दिन इस खाली खाने में हाजिरी लगा लेते थे। ऐसे में सरकारी स्कूल ऐच्छिक अवकाश कर लेने के बाद अगले दिन हाजिरी लगा लेते थे। साल के अंत में पड़ने वाले चार ऐच्छिक अवकाश वे खुद ही रजिस्टर में भरकर इति श्री कर लेते थे। ऐसे मामले सामने आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने इस बार के चार ऐच्छिक अवकाश तय कर दिए हैं। ये अवकाश 31 जुलाई को शहीदी दिवस, 2 अगस्त को रक्षाबंधन, 2 नवंबर को करवा चौथ और 15 नवंबर को भैया दूज के रहेंगे। इस सिलसिले में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को भी अवगत करा दिया गया है, ताकि इन चार दिन के अलावा स्कूल बंद पाए जाने पर कार्रवाई की जा सके। ये आदेश सरकारी स्कूलों के अलावा, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त स्कूलों पर भी लागू होंगे। उधर, जिला शिक्षा अधिकारी सावित्री सिहाग कहती हैं कि इन चार दिन के अलावा स्कूल की छुट्टी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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