अम्बाला. हरियाणा में हिंदी, अंग्रेजी, राजनीतिक शास्त्र व इतिहास विषयों की अध्यापक भर्ती पहले ही सवालों के घेरे में है। अब सामाजिक अध्ययन (एस.एस) शिक्षक की भर्ती पर भी सवाल खड़ा हो गया है। आरटीआई के माध्यम से जानकारी पाने के बाद अम्बाला निवासी मदन लाल ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के मुख्य सचिव को इस बारे में शिकायत भेजी है। मुलाना के गांव नहौनी निवासी मदनलाल ने 27 मार्च, 2011 को एसएस टीचर पद के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट दिया था। 5 अप्रैल, 2011 को परिणाम घोषित हुआ, जिसमें किसी भी कैटेगरी के कट ऑफ नंबर नहीं दिखाए गए। मदन को इस टेस्ट में पास होने की पूरी उम्मीद थी, लेकिन कट ऑफ में नंबर नहीं आया। इस पर मदन, जो एससी कैटेगरी से हैं, ने 16 जून, 2011 को आरटीआई के माध्यम से आयोग से तीन सवाल पूछे। पहला, रोल नंबर 016806 (मदनलाल) को इस टेस्ट में कितने नंबर प्राप्त हुए। दूसरा, एससी वर्ग में पास हुए अंतिम परीक्षार्थी के कुल कितने अंक हैं और तीसरा, एससी वर्ग के कुल कितने परीक्षार्थी पास हुए। 12 जुलाई 2011 को आयोग की तरफ से सवाल नंबर दो का ही जवाब मिला। इसके मुताबिक मदनलाल को 112 अंक मिले थे। शेष दो सवालों का जवाब नहीं मिला। दिलचस्प यह रहा कि यमुनानगर जिले के गांव बाल छप्पर निवासी मलकीत सिंह ने भी आयोग से आरटीआई के माध्यम से कुछ सवाल पूछे थे। उनमें से एक यह भी था कि एसएस टीचर के स्क्रीनिंग टेस्ट में जनरल, एससी व बीसी वर्गो की कट ऑफ क्या रही? इसका जवाब आयोग ने दिया, जिसमें तीनों वर्गो की क्रमश: 132, 108, 124 कट ऑफ दिखाई गई। अब इन दोनों आरटीआई की सूचना के आधार पर मदनलाल ने आयोग को शिकायत की है। उसका कहना है कि जब एससी कट ऑफ 108 थी, फिर उसे 112 अंक होने के बावजूद स्क्रीनिंग टेस्ट के बाद उसे इंटरव्यू में क्यों नहीं बुलाया गया?
टेट में 60% से कम अंक तो सामान्य वर्ग के पदों पर नहीं होगा चयन
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