कंप्यूटर शिक्षक और लैब सहायकों ने दी गिरफ्तारी


सरकारी स्कूलों में निजी कंपनी के माध्यम से लगे सैकड़ों कंप्यूटर शिक्षक व लैब सहायक मंगलवार को रोहतक पहुंचे और मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। पांच घंटे प्रशासन व प्रदर्शनकारियों के बीच चली रस्साकशी के बीच एसडीएम के दो नवंबर को मुख्यमंत्री से चंडीगढ़ में मुलाकात करवाने के आश्वासन के बाद भी कंप्यूटर शिक्षक व लैब सहायक शांत नहीं हुए और मांगें पूरी न करने के विरोध में गिरफ्तारियां दीं। डेढ़ घंटे हिरासत में रखने के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को छोड़ दिया। गिरफ्तारी से पहले प्रधान सुरेंद्र प्योंत ने घोषणा की कि वे न केवल काली दीपावली मनाएंगे, बल्कि दीपावली की शाम अपने-अपने जिलों में सांसद व विधायकों के घर के बाहर प्रदर्शन करेंगे।

दोपहर करीब 12 बजे सैकड़ों कंप्यूटर शिक्षक व लैब सहायक मानसरोवर पार्क में एकत्रित हुए। प्रधान सुरेंद्र प्योंत ने बताया सात माह से कंप्यूटर शिक्षक व लैब सहायकों को वेतन नहीं मिला। परिवार का पेट भरना भी मुश्किल हो गया है। न केवल उन्हें पुराना वेतन दिया जाए, बल्कि 120 व 117 रुपए प्रतिदिन की जगह 15 हजार मासिक वेतन दिया जाए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो वे आज ही मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। घेराव की घोषणा से प्रशासन सतर्क हो गया। एसडीएम जगदीश शर्मा, तहसीलदार प्रमोद चहल व डीएसपी सुमित कुमार के नेतृत्व में मानसरोवर पार्क के सामने भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। दो घंटे भाषणबाजी के बाद अचानक कंप्यूटर शिक्षकों ने अपनी रणनीति बदल ली। वे अशोक मोड़ के रास्ते की बजाय मानसरोवर पार्क से दूसरी तरफ श्रीराम रंगशाला के गेट से रोड पर बाहर आ गए। यहीं पर प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने आगे बढऩे से रोक दिया गया। साढ़े तीन बजे एसडीएम जगदीश शर्मा ने घोषणा की कि डीसी ने मुख्यमंत्री से बात की है। सीएम ने दो नवंबर को चंडीगढ़ में बातचीत के लिए कंप्यूटर अध्यापकों के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को बुलाया है।



रोहतक में प्रदर्शन, काली दीवाली मनाने की घोषणा 



एसडीएम के आश्वासन पर प्रदर्शनकारी कुछ नरम पड़े, लेकिन मुख्यमंत्री से मिलने का लिखित में आश्वासन मांगा। एसडीएम ने लिखित देने से मना कर दिया। 

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