केंद्र सरकार ने देशभर के स्कूलों से विद्यालयों संबंधी जानकारी एकत्रित करने वाले फार्म में परिवर्तन किया है। अब दो प्रोफार्मा के स्थान पर एक प्रोफार्मा के माध्यम से ही मान्यता प्राप्त व गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों से संबंधित डाटा एकत्रित किया जाएगा। इसमें पहली से बारहवीं तक के विद्यालयों संबंधित सभी प्रकार का डाटा भरा जाएगा। शिक्षा के क्षेत्र में आगामी विकास की योजनाएं तैयार करने के लिए हर वर्ष भारत सरकार द्वारा देशभर के विद्यालयों से विद्यालयों संबंधित डाटा एकत्रित किया जाता है। पहले प्रोफार्मा में पहली से आठवीं कक्षा के विद्यालयों के विद्यार्थियों से लेकर विद्यालय संबंधित सभी जानकारी होती थी। जबकि दूसरे प्रोफार्मा में माध्यमिक शिक्षा प्रबंधन सूचना प्रणाली में नौवीं से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों व विद्यालयों संबंधी सभी जानकारी भरी जाती थी। इस वर्ष एक ही प्रोफार्मा भरवाने का निर्णय लिया गया है। इसमें विद्यालय के नाम, विद्यालय कहां स्थित है, शिक्षकों व विद्यार्थी की संख्या, मूलभूत सुविधाएं के प्रबंध संबंधित डाटा, भाषा, कंप्यूटर शिक्षा, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे की संख्या सहित विभिन्न प्रकार की जानकारी भरी जाएगी। यह कार्य नवंबर के मध्य शुरू होने की संभावनाएं हैं। मान्यता हो सकती है रद : जिला परियोजना संयोजक यज्ञदत्त वर्मा ने कहा कि इस वर्ष निदेशालय द्वारा भेजे गए फार्म को उनके आदेशानुसार भरवाया जाएगा। यू-डाईस प्रोफार्मा में लापरवाही बरतने पर स्कूल की मान्यता तक रद की जा सकती है
शिक्षा विभाग ने बदला सूचना फार्म
केंद्र सरकार ने देशभर के स्कूलों से विद्यालयों संबंधी जानकारी एकत्रित करने वाले फार्म में परिवर्तन किया है। अब दो प्रोफार्मा के स्थान पर एक प्रोफार्मा के माध्यम से ही मान्यता प्राप्त व गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों से संबंधित डाटा एकत्रित किया जाएगा। इसमें पहली से बारहवीं तक के विद्यालयों संबंधित सभी प्रकार का डाटा भरा जाएगा। शिक्षा के क्षेत्र में आगामी विकास की योजनाएं तैयार करने के लिए हर वर्ष भारत सरकार द्वारा देशभर के विद्यालयों से विद्यालयों संबंधित डाटा एकत्रित किया जाता है। पहले प्रोफार्मा में पहली से आठवीं कक्षा के विद्यालयों के विद्यार्थियों से लेकर विद्यालय संबंधित सभी जानकारी होती थी। जबकि दूसरे प्रोफार्मा में माध्यमिक शिक्षा प्रबंधन सूचना प्रणाली में नौवीं से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों व विद्यालयों संबंधी सभी जानकारी भरी जाती थी। इस वर्ष एक ही प्रोफार्मा भरवाने का निर्णय लिया गया है। इसमें विद्यालय के नाम, विद्यालय कहां स्थित है, शिक्षकों व विद्यार्थी की संख्या, मूलभूत सुविधाएं के प्रबंध संबंधित डाटा, भाषा, कंप्यूटर शिक्षा, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे की संख्या सहित विभिन्न प्रकार की जानकारी भरी जाएगी। यह कार्य नवंबर के मध्य शुरू होने की संभावनाएं हैं। मान्यता हो सकती है रद : जिला परियोजना संयोजक यज्ञदत्त वर्मा ने कहा कि इस वर्ष निदेशालय द्वारा भेजे गए फार्म को उनके आदेशानुसार भरवाया जाएगा। यू-डाईस प्रोफार्मा में लापरवाही बरतने पर स्कूल की मान्यता तक रद की जा सकती है