जेबीटी भर्ती विवाद-आज खोला जाएगा सील रिकॉर्ड

डीसीव बोर्ड सचिव की मौजूदगी में ज्वाइंट डायरेक्टर को सौंपा जाएगा रिकॉर्ड
हस्ताक्षरों की भी जांच में जुटी विभाग की टीम
कोर्ट के निर्देश पर जेबीटी भर्ती की जांच 23 नवंबर से ही शुरू हो चुकी है। जांच के प्रथम चरण में सभी चयनित उम्मीदवारों के अंगूठे के निशान व हस्ताक्षर लिए जा रहे हैं। जांच कमेटी अपने साथ जेबीटी आवेदन वाले फार्म भी लिए हुए हैं तथा इन पर उम्मीदवारों द्वारा किए गए हस्ताक्षरों का वर्तमान हस्ताक्षरों के साथ मिलान किया जा रहा है। हस्ताक्षरों की जांच के दौरान ही अन्य फार्म पर बाएं व दाएं दोनों हाथों के अंगूठों के तीन-तीन निशान लिए जा रहे हैं। जिनकी बाद में जांच की जाएगी।
ञ्चपात्रता परीक्षा में लगाए तीन अंगूठों का मिलान होगा
ञ्च शिकायतकर्ता पार्टी के सदस्य भी रहेंगे मौजूद http://epaper.bhaskar.com/panipat/60/29112012/cph/1/
 बीटी भर्ती में हुई गड़बड़ी और फर्जी तरीके से पात्रता परीक्षा पास कर जेबीटी शिक्षक लगने वालों की सही मामले में जांच गुरुवार से शुरू होगी। इस दौरान पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर सील रिकॉर्ड को खोलकर उम्मीदवारों के आवेदन फार्म, ओएमआर सीट व हाजिरी सीट पर लगाए अंगूठों का मिलान किया जाना शुरू होगा।

हाईकोर्ट के निर्देश पर बोर्ड के रिकॉर्ड को सील कर उपायुक्त की निगरानी में पंचायत भवन में रखवाया गया था। मामले की जांच मौलिक शिक्षा निदेशक को सौंपी गई है। कोर्ट के निर्देश पर गुरुवार को सील किया रिकॉर्ड मौलिक शिक्षा निदेशक के नॉमिनी ज्वाइट डायरेक्टर को सौंपकर सील खोली जाएगी। इस दौरान उपायुक्त, बोर्ड सचिव व केस करने वाली पार्टी के सदस्य मौजूद रहेंगे। कोर्ट के निर्देश पर जेबीटी में चयनित सभी 8400 उम्मीदवारों व वेटिंग लिस्ट में चल रहे करीब 306 उम्मीदवारों के रिकार्ड की जांच होगी। जांच में पात्रता परीक्षा के दौरान तीन जगह एप्लीकेशन फार्म, ओएमआर सीट व हाजिरी सीट पर लगाए अंगूठों के निशानों की जांच होगी।

॥पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर रिकॉर्ड सील कर पंचायत भवन में रखवाया गया था। अब माननीय अदालत के निर्देश पर गुरुवार को रिकॉर्ड जांच अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा। इस दौरान शिकायतकर्ता पार्टी के वकील व अन्य सदस्य व बोर्ड प्रतिनिधि भी रहेंगे। सुजान सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त

॥ गुरुवार को पंचकूला से आने वाली जांच टीम को रिकॉर्ड सौंपा जाएगा। उपायुक्तकी ओर से हमें रिकॉर्ड की सील तोडऩे के दौरान बुलाया है। बोर्ड सचिव भी मौजूद रहेंगे। जेबीटी भर्ती में गड़बड़ी हुई है, यह तो शुरुआती जांच में सामने आ चुका है। सही जांच हुई तो करीब ढाई से तीन हजार फर्जी उम्मीदवारों के फंसने की संभावना है। जसबीर मोर, एडवोकेट, शिकायत पार्टी

५४ उम्मीदवार शुरुआती जांच में ही निकले थे फर्जी

2009 में जेबीटी 8400 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया की गई थी तथा 16 सितंबर को परिणाम घोषित किया गया था। जनवरी 2011 में सभी चयनित जेबीटी उम्मीदवारों ने नौकरी भी ज्वाइन कर ली थी। इसी दौरान कविता कुमारी नामक एक अभ्यर्थी ने हाईकोर्ट में जेबीटी शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी की शिकायत की। शिकायत के बाद कोर्ट ने चयनित उम्मीदवारों की जांच के निर्देश दिए। पहले दिन कविता द्वारा उठाए ऑब्जेक्शन वाले 54 उम्मीदवारों के अंगूठों की जांच की गई। जांच में केवल आठ उम्मीदवार ही सही पाए गए तथा करीब 21 उम्मीदवार फर्जी पाए गए। अन्य 25 उम्मीदवारों के अंगूठों के निशान साफ नहीं होने के कारण उन्हें संदेहास्पद मानते हुए दोबारा जांच करने के निर्देश दिए गए। शुरुआती 54 उम्मीदवारों की जांच में ही गड़बड़ी पाए जाने पर हाईकोर्ट ने पिछली सुनवाई में सभी चयनित उम्मीदवारों के साथ वेटिंग 306 उम्मीदवारों की भी जांच के आदेश दिए। साथ ही हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ ना हो सके, इसलिए रिकॉर्ड सील कर डीसी की निगरानी में रखवा दिया गया।
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बहुत हो चुका, जल्द करेंगे धरना-प्रदर्शन

हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन लगातार 2008 से इस प्रणाली का विरोध करती आ रही है। एसोसिएशन के पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष अनिल यादव के मुताबिक विभाग के उच्च अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री के संज्ञान में नए सिरे से इस प्रणाली से कमजोर होती शिक्षा प्रणाली से अवगत कराया जाएगा। हम चाहते हैं कि सरकार दिसंबर माह तक यह स्पष्ट कर दें कि वह अप्रैल 2013 में नए शिक्षा सत्र से सेमेस्टर प्रणाली को लागू नहीं करेगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो प्रदेश के हजारों शिक्षक जिला व राज्य स्तर पर धरना प्रदर्शन के साथ साथ हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का घेराव करेंगे।

क्या है शिक्षकों की मांग

एसोसिएशन की मांग है कि परीक्षाएं पद्धति वार्षिक यानि एकल होनी चाहिए। इससे विद्यार्थी पढ़ाई के सबसे अनुकुल सितंबर से दिसंबर मध्यांतर तक के समय में परीक्षाओं की अच्छी तैयारी कर पाए। पुरानी शिक्षा पद्धति बेहतर रही है। उसी को नए सिरे से लागू होना चाहिए।

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