प्रदेश में किसी अफसर के छुट्टी पर चले जाने का असर अब विभाग के कामकाज पर नहीं पड़ेगा

यह काम विशेष तौर पर तैनात किए जाने वाले लिंक अफसर करेंगे। राज्य सरकार दफ्तरी कामकाज को सही तरीके से चलाए रखने के लिए लिंक आफिसर कानसेप्ट को अपनाने जा रही है। 1 यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि देखने में आया है कि प्रशासनिक सचिवों के छुट्टी, ट्रेनिंग या चुनावी डय़ूटी पर चले जाने के कारण कई बार किसी दूसरे अफसर को अतिरिक्त चार्ज देने में वक्त लग जाता है। इससे निपटने के लिए सरकार ने लिंक ऑफिसर के कॉन्सेप्ट को अपनाने का फैसला लिया है। इसमें प्रशासनिक सचिवों को लिंक विभागों का काम देखने के लिए लिंक ऑफिसर नामित किया गया है। जब प्रशासनिक सचिव पांच दिनों से ज्यादा टाइम के लिए दफ्तर नहीं आ सकेगा तो उनका यह का
म लिंक ऑफिसर देखेंगे। लिंक अधिकारी-2 की गैरमौजूदगी में लिंक ऑफिसर-2 काम संभालेगा। लिंक ऑफिसर-2 की गैरमौजूदगी में यह काम लिंक ऑफिसर-3 संभालेगा। 1जागरण ब्यूरो, चंडीगढ़ : प्रदेश में किसी अफसर के छुट्टी पर चले जाने का असर अब विभाग के कामकाज पर नहीं पड़ेगा। यह काम विशेष तौर पर तैनात किए जाने वाले लिंक अफसर करेंगे। राज्य सरकार दफ्तरी कामकाज को सही तरीके से चलाए रखने के लिए लिंक आफिसर कानसेप्ट को अपनाने जा रही है। 1 यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि देखने में आया है कि प्रशासनिक सचिवों के छुट्टी, ट्रेनिंग या चुनावी डय़ूटी पर चले जाने के कारण कई बार किसी दूसरे अफसर को अतिरिक्त चार्ज देने में वक्त लग जाता है। इससे निपटने के लिए सरकार ने लिंक ऑफिसर के कॉन्सेप्ट को अपनाने का फैसला लिया है। इसमें प्रशासनिक सचिवों को लिंक विभागों का काम देखने के लिए लिंक ऑफिसर नामित किया गया है। जब प्रशासनिक सचिव पांच दिनों से ज्यादा टाइम के लिए दफ्तर नहीं आ सकेगा तो उनका यह काम लिंक ऑफिसर देखेंगे। लिंक अधिकारी-2 की गैरमौजूदगी में लिंक ऑफिसर-2 काम संभालेगा। लिंक ऑफिसर-2 की गैरमौजूदगी में यह काम लिंक ऑफिसर-3 संभालेगा। 1www.teacherharyana.blogspot.com (Recruitment , vacancy , job , news)

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