29 जेबीटी शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज 42

संवाद सहयोगी, पलवल : वर्ष 2011 में फर्जी तरीके से नियुक्त हुए जेबीटी (जूनियर बेसिक टीचर) शिक्षकों पर शिक्षा विभाग की कानूनी कार्रवाई तेज हो गई है। खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी की शिकायत पर अब सदर थाना पुलिस ने 29 जेबीटी शिक्षकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। इससे पहले होडल के छह शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। जांच में उक्त शिक्षकों के अंगूठे के निशान व हस्ताक्षर पात्रता परीक्षा के समय दिए गए अंगूठे के निशान व हस्ताक्षर से नहीं मिले थे। 1मामले में अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय इस मामले में इन शिक्षकों को दोषी ठहरा चुका है, साथ ही प्रदेश सरकार को इन शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश भी दे चुका है। कुछ तकनीकी कारणों के चलते विभाग अब तक इन शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं करा सका था। अब यह मुकदमे दर्ज होने शुरू हो गए हैं। 1अब इनके खिलाफ हुआ मुकदमा दर्ज1संजय कुमार जीपीएस डाडोता, विनोद कुमार जीपीएस अलावलपुर, करतार सिंह जीपीएस कटेसरा, सत्यवान जीपीएस कुरारा शाहपुर, राजकुमार जीपीएस दोस्तपुर, गुलाब सिंह जीपीएस राजूपुर, नरेंद्र जीपीएस भूड़, अनूप कुमार जीपीएस शेखपुर, अनिल कुमार जीपीएस सोलड़ा, अरुण कुमार जीपीएस ताराका, मंजीत जीपीएस भूड़, कुलदीप सिंह जीपीएस नगलिया, रोहताश जीपीएस बागपुर, आनंद कुमार जीपीएस अलावलपुर, जितेंद्र कुमार जीपीएस आजाद नगर, विरेंद्र सिंह जीपीएस दोस्तपुर, हरेंद्र सिंह जीपीएस लुलवाड़ी, शिव कुमार जीपीएस आजाद नगर, जगमेंद्र जीपीएस भोलड़ा, चरण सिंह जीपीएस अलावलपुर, प्रवेश जीपीएस घोड़ी, बिशन प्रकाश जीपीएस मुनीरगढ़ी, राजकुमार जीपीएस राजूपुर खादर, प्रवीण शर्मा जीपीएस थंथरी, राकेश कुमार जीपीएस हसापुर, राजेश कुमार जीपीएस मिलकगन्नी, सुभाष चंद जीपीएस भोलड़ा, सुरेंद्र सिंह जीपीएस नगलिया व सुमित जीपीएस होशंगाबाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। कयास लगाए जा रहे हैं जिले के कुछ अन्य शिक्षकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हो सकता है।1दायर की गई थी याचिका1वर्ष 2011 में शिक्षकों के 8285 पदों पर हुई भर्ती में फर्जीवाड़े की शिकायतें सामने आने पर नियुक्ति रद्द करने की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर की गई थी। याचिका में कहा गया कि शिक्षा बोर्ड ने राज्यस्तरीय अध्यापक पात्रता परीक्षा (एसटेट) का आयोजन किया था। इसके लिए जारी प्रॉस्पेक्टस में साफ लिखा था कि परीक्षा की उत्तर पुस्तिका पर अंगूठे के निशान व फार्म पर लिए अंगूठे के निशान का मिलान कर ही प्रमाणपत्र जारी किए जाएंगे। इसके बावजूद इस जांच को किए बिना ही प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए। परीक्षा में कई छात्रों ने अपनी जगह दूसरे को बैठाकर परीक्षा पास की थी।1जांच में हुआ खुलासा1अदालत के आदेश पर पिछले दिनों हरियाणा सरकार ने संदेह के घेरे में आने वाले 6049 शिक्षकों के अंगूठे के निशान का मिलान कराया। हस्ताक्षर लेकर उन्हें जांच के लिए मधुबन फोरेंसिक लैब भेजा गया। 1885 शिक्षकों के अंगूठे व हस्ताक्षर फर्जी पाए गए। हाल ही में हुई एक बैठक में जिले के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षा निदेशालय को जेबीटी शिक्षकों की सूची सौंपी है। विभाग इन शिक्षकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में जुट गया है। ताकि रिपोर्ट को कोर्ट में दाखिल किया जा सके।संवाद सहयोगी, पलवल : वर्ष 2011 में फर्जी तरीके से नियुक्त हुए जेबीटी (जूनियर बेसिक टीचर) शिक्षकों पर शिक्षा विभाग की कानूनी कार्रवाई तेज हो गई है। खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी की शिकायत पर अब सदर थाना पुलिस ने 29 जेबीटी शिक्षकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। इससे पहले होडल के छह शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। जांच में उक्त शिक्षकों के अंगूठे के निशान व हस्ताक्षर पात्रता परीक्षा के समय दिए गए अंगूठे के निशान व हस्ताक्षर से नहीं मिले थे। 1मामले में अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय इस मामले में इन शिक्षकों को दोषी ठहरा चुका है, साथ ही प्रदेश सरकार को इन शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश भी दे चुका है। कुछ तकनीकी कारणों के चलते विभाग अब तक इन शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं करा सका था। अब यह मुकदमे दर्ज होने शुरू हो गए हैं। 1अब इनके खिलाफ हुआ मुकदमा दर्ज1संजय कुमार जीपीएस डाडोता, विनोद कुमार जीपीएस अलावलपुर, करतार सिंह जीपीएस कटेसरा, सत्यवान जीपीएस कुरारा शाहपुर, राजकुमार जीपीएस दोस्तपुर, गुलाब सिंह जीपीएस राजूपुर, नरेंद्र जीपीएस भूड़, अनूप कुमार जीपीएस शेखपुर, अनिल कुमार जीपीएस सोलड़ा, अरुण कुमार जीपीएस ताराका, मंजीत जीपीएस भूड़, कुलदीप सिंह जीपीएस नगलिया, रोहताश जीपीएस बागपुर, आनंद कुमार जीपीएस अलावलपुर, जितेंद्र कुमार जीपीएस आजाद नगर, विरेंद्र सिंह जीपीएस दोस्तपुर, हरेंद्र सिंह जीपीएस लुलवाड़ी, शिव कुमार जीपीएस आजाद नगर, जगमेंद्र जीपीएस भोलड़ा, चरण सिंह जीपीएस अलावलपुर, प्रवेश जीपीएस घोड़ी, बिशन प्रकाश जीपीएस मुनीरगढ़ी, राजकुमार जीपीएस राजूपुर खादर, प्रवीण शर्मा जीपीएस थंथरी, राकेश कुमार जीपीएस हसापुर, राजेश कुमार जीपीएस मिलकगन्नी, सुभाष चंद जीपीएस भोलड़ा, सुरेंद्र सिंह जीपीएस नगलिया व सुमित जीपीएस होशंगाबाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। कयास लगाए जा रहे हैं जिले के कुछ अन्य शिक्षकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हो सकता है।1दायर की गई थी याचिका1वर्ष 2011 में शिक्षकों के 8285 पदों पर हुई भर्ती में फर्जीवाड़े की शिकायतें सामने आने पर नियुक्ति रद्द करने की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर की गई थी। याचिका में कहा गया कि शिक्षा बोर्ड ने राज्यस्तरीय अध्यापक पात्रता परीक्षा (एसटेट) का आयोजन किया था। इसके लिए जारी प्रॉस्पेक्टस में साफ लिखा था कि परीक्षा की उत्तर पुस्तिका पर अंगूठे के निशान व फार्म पर लिए अंगूठे के निशान का मिलान कर ही प्रमाणपत्र जारी किए जाएंगे। इसके बावजूद इस जांच को किए बिना ही प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए। परीक्षा में कई छात्रों ने अपनी जगह दूसरे को बैठाकर परीक्षा पास की थी।1जांच में हुआ खुलासा1अदालत के आदेश पर पिछले दिनों हरियाणा सरकार ने संदेह के घेरे में आने वाले 6049 शिक्षकों के अंगूठे के निशान का मिलान कराया। हस्ताक्षर लेकर उन्हें जांच के लिए मधुबन फोरेंसिक लैब भेजा गया। 1885 शिक्षकों के अंगूठे व हस्ताक्षर फर्जी पाए गए। हाल ही में हुई एक बैठक में जिले के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षा निदेशालय को जेबीटी शिक्षकों की सूची सौंपी है। विभाग इन शिक्षकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में जुट गया है। ताकि रिपोर्ट को कोर्ट में दाखिल किया जा सके।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)

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