चंडीगढ़-हरियाणा के सरकारी स्कूलों को अभी नए शिक्षकों के लिए इंतजार करना होगा। टीजीटी-पीजीटी भर्ती के लिए आवेदन की अवधि बढ़ने से चयन प्रक्रिया और लंबी खिंचेगी। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने बीएड रिजल्ट लंबित होने के कारण आवेदन की तिथि आगे बढ़ा दी है। अनेक आवेदकों के भर्ती के लिए आवेदन न कर
पाने पर ये कदम उठाया गया है। बीएड रिजल्ट का आवेदन पत्र में उल्लेख न होने पर टीजीटी और पीजीटी का फार्म अधूरा माना जाएगा। ऐसे में वे भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सकते। इससे हजारों आवेदकों के चेहरे पर मायूसी छाई हुई थी।
बीएड रिजल्ट घोषित न होने का मुद्दा कई आवेदकों ने सरकार के समक्ष भी उठाया था। उसके बाद ही हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने आवेदन की तारीख बढ़ाने का फैसला किया। इससे 21 दिन का समय आवेदन के लिए और मिल जाएगा। इस अवधि में रिजल्ट आने की भी पूरी उम्मीद है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 21 सितंबर को आवेदन करने की तिथि समाप्त हो रही थी। अब आवेदक 12 अक्टूबर शाम पांच बजे तक आवेदन और 15 अक्टूबर तक फीस जमा करा सकेंगे।पाने पर ये कदम उठाया गया है। बीएड रिजल्ट का आवेदन पत्र में उल्लेख न होने पर टीजीटी और पीजीटी का फार्म अधूरा माना जाएगा। ऐसे में वे भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सकते। इससे हजारों आवेदकों के चेहरे पर मायूसी छाई हुई थी।
मालूम हो कि मनोहर सरकार ने शिक्षा विभाग में खाली पड़े पदों को भरने के लिए जुलाई महीने में टीजीटी-पीजीटी के 8793 पद विज्ञापित किए थे। इसके बाद आवेदन पीजीटी एचईएस-2 (ग्रुप बी सेवाएं) के खाली पड़े 1271 पद भरने का विज्ञापन भी जारी किया गया। इनमें मेवात कैडर सहित सभी महत्वपूर्ण विषयों के पद शामिल हैं।
सरकारी स्कूलों में शिक्षा की लगातार गिर रही गुणवत्ता को सुधारने के लिए सरकार पर जल्द खाली पड़े पद भरने का दबाव बना हुआ है। विधानसभा के मानसून सत्र में भी शिक्षकों की कमी का मुद्दा उठ चुका है। बावजूद भर्ती प्रक्रिया और लेट होने से अब नए साल में ही शिक्षक की नियुक्ति होने की उम्मीद है।
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