दंपति ने फर्जी तरीके से पा ली नौकरी, अब फंसे

अमर उजाला ब्यूरो पानीपत। शिक्षा विभाग में 43 जेबीटी के बाद दो संस्कृत अध्यापकों के भी फर्जी तरीके से नौकरी पाने का मामला सामने आया है। दोनों रिश्ते में पति-पत्नी हैं और उन्होंने 1998 में दो माह के अंदर जिले सरकारी स्कूलों में संस्कृत अध्यापक के पद पर ज्वाइन किया था। पति ने तो ओटी भी जनरल कोटे से की थी और इस दौरान एससी कोटे के सारे फंड लिए थे। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने दोनों को सस्पेंड कर दिया है और चार्जशीट निदेशालय को भेज वैट करने की मांग की है। जिसके बाद शिक्षा विभाग में खलबली मच गई है।
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने राजकीय सीसे स्कूल छाजपुर में तैनात संस्कृत अध्यापक तेजबीर सिंह व राजकीय सीसे स्कूल खोतपुरा में तैनात संस्कृत अध्यापिका पूनम रानी को सस्पेंड कर दिया है। डीईईओ ने दोनों की चार्जशीट को हाल ही में निदेशालय को भेजा है और वैट करने की मांग की है। डीईईओ द्वारा 43 जेबीटी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराने के बाद दोनों संस्कृत अध्यापकों की कारगुजारी भी सबके सामने आ गई।
तेजबीर सिंह व उसकी पत्नी पूनम ने मई 1998 में किया था ज्वाइन
न तो चयन आयोग और न ही निदेशालय की सूची में नाम
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा 1998 में संस्कृत अध्यापकों की नियुक्ति की गई थी और आयोग की सूची को निदेशालय ने जारी कर दिया था। तेजबीर ने मेरिट सूची छह व पूनम रानी ने तीन नंबर पर आना बताया था। उनको इसके आधार पर ज्वाइन करा दिया गया। विभागीय जांच में सामने आया कि मेरिट लिस्ट में तीन व छह नंबर किसी अन्य अभ्यर्थी का नाम था और न तो आयोग व न ही निदेशालय की सूची में उनका नाम दिया गया था। जांच अधिकारी भी इस मामले को जानकर चिंतित है। शिक्षा निदेशालय द्वारा संस्कृत अध्यापकों की मेरिट सूची 10 अप्रैल 1998 को जारी की गई थी। शिक्षा विभाग द्वारा तेजबीर को छह व पूनम को 24 अगस्त को सस्पेंड कर दिया। विभाग ने अब दोनों को वैट करने को लिखा है।
ऐसे हुआ खुलासा
तेजबीर ने ओटी की डिग्री जनरल होते हुए एससी कोटे में ली
यही नहीं तेजबीर ने डाइट में ट्रेनिंग के दौरान ली पूरी स्टाइपेंड
शिक्षा विभाग में शिकायत मिलने के बाद लंबी चली जांच
डीईईओ ने दोनों को सस्पेंड कर चार्जशीट वैट करने को भेजी
दोनों ने दो माह के अंदर किया था ज्वाइन
टेकराम दहिया ने तेजबीर सिंह व पूनम रानी की नियुक्ति पर शक हुआ और उन्होंने आरटीआई लगा दी। जिसमें पूरा मामला साफ होता चला गया। टेकराम दहिया के सामने आने के बाद शिक्षा विभाग की भी आंखें खुली की खुली रह गईं। इस मामले की एससीईआरटी गुड़गांव के निदेशक द्वारा जांच की गई। जिसमें संस्कृत अध्यापक तेजबीर का डाईट बीसवां मील सोनीपत से ओटी का कोर्स करना पाया गया। तेजबीर ने यहां पर एससी कोटे के तहत दाखिला लिया था और दो साल तक कोटे की सभी योजनाओं का लाभ लिया। जबकि तेजबीर सिंह सामान्य वर्ग का था।
जिला मौलिक शिक्षा विभाग की जांच रिपोर्ट के अनुसार तेजबीर व पूनम रानी पति-पत्नी हैं और दोनों ने 1998 में दो माह के अंतराल में जिले में संस्कृत अध्यापक के पद पर ज्वाइन किया था। तेजबीर ने राजकीय सीसे स्कूल बड़ौली में 24 जुलाई 1998 व पूनम रानी ने 21 मई 1998 को ज्वाइन किया था।
जिले के दो स्कूलों में दो संस्कृत अध्यापकों ने फर्जी तरीके से ज्वाइन करना पाया गया है। उन दोनों को गत माह ही सस्पेंड कर दिया है और अब निदेशालय को दोनों की चार्जशीट भेजकर वैट करने की मांग की है।
संतोष ग्रोवर, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, पानीपत।
www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)मजदूरों के न्यूनतम वेतन बढ़ाने का सीएम ने किया एलान
चंडीगढ़(ब्यूरो)। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर शुक्रवार को हरियाणा सरकार ने प्रदेश में कुशल और अकुशल मजदूरों को बढ़े वेतनमान का तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कुशल मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी 6536 रुपये मासिक से बढ़ाकर 9699 रुपये मासिक और अकुशल मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी 5900 रुपये मासिक से बढ़ाकर 7600 रुपये मासिक किए जाने का ऐलान किया।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को पंचकूला के सेक्टर-14 स्थित किसान भवन में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तत्वावधान में हरियाणा शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित नई शिक्षा नीति राज्य स्तरीय परामर्श संगोष्ठी के समापन अवसर पर उपस्थित शिक्षाविदों, गैर सरकारी संगठनों व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।

No comments:

Post a Comment

thanks for your valuable comment

See Also

Education News Haryana topic wise detail.