स्टाइफंड में फर्जीवाड़ा करने वाले शिक्षकों के खिलाफ होगी कार्रवाई


स्टाइफंड में फर्जीवाड़ा करने वाले शिक्षकों के खिलाफ होगी कार्रवाई
अल्पना फौजदार, सोनीपत
शिक्षा विभाग बोगस स्टाइफंड लेने वाले स्कूली शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। जिले के कुछ स्कूलों ने वर्ष 2014-15 में 189 बच्चों का स्टाइफंड फर्जी तरीके से लिया है। इनमें 115 बच्चे राई ब्लॉक के स्कूलों के हैं और 74 बच्चे गोहाना ब्लॉक के रूखी, सरगथल, पूठी आदि स्कूलों के हैं। शिक्षा विभाग द्वारा इस फंड की रिकवरी स्कूल के प्राचार्यो और मुख्य अध्यापकों से की जाएगी। प्राचार्य और मुख्य अध्यापक या तो बच्चों से इस फंड की रिकवरी करें अथवा अपने पास से दें। इस तरह से स्टाइफंड लेने पर इन स्कूल प्रमुखों पर जुर्माना लगाने के साथ ही विभागीय कार्रवाई भी होगी। जिससे की आगे कोई भी स्कूल बोगस तरीके से स्टाइफंड न ले सके।
जांच में मिली अनियमितताएं: जिला शिक्षा विभाग की टीम ने कई बार इन स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इसमें हर बार अनियमितांए सामने आई। राई ब्लॉक के स्कूल में 115 बच्चों का स्टाइफंड लिया जा रहा था। जांच के दौरान बच्चों की संख्या बहुत कम मिलती। ऐसा एक बार नहीं कई बार हुआ। इसी तरह से मिड-डे मिल में भी गड़बड़ी पाई गई। जिला शिक्षा विभाग की टीम ने स्कूलों के पूरे रिकॉर्ड को अच्छी तरह से खंगाला। जिसके आधार पर यह बोगस स्टाइफंड लेने के मामले का खुलासा हुआ।
यह है स्टाइफंड:
सरकार की ओर से जिले के स्कूलों में अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग और गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों के बच्चों के लिए प्रतिमाह कुछ फंड दिया जाता है। यह फंड पहली से बारहवीं कक्षा तक के लड़के और लड़कियों दोनों को मिलता है। इसमें विज्ञान वर्ग के बच्चों को अन्य वर्गो के बच्चों से थोड़ा ज्यादा राशि मिलती है। यह फंड हर तीन महीने में जारी किया जाता है। इससे बच्चे अपनी पढ़ाई संबंधी स्टेशनरी और अन्य चीजें खरीदते हैं।

जांच के दौरान इन स्कूलों में अनियमितताएं मिली थी। इस बारे में संबंधित स्कूलों के स्टाफ के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन पर जुर्माना भी लगाया जाएगा। इस फंड की रिकवरी करना उनकी जिम्मेदारी है।
- परमेश्वरी हुड्डा, जिला शिक्षा अधिकारी।

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