स्कूलों में मनाया जाए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस
जागरण संवाददाता, रोहतक : उपायुक्त डीके बेहेरा ने कहा कि जिला के सरकारी व निजी स्कूलों मे पढ़ने वाले सभी बच्चों को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर पेट के कीड़ों की दवा देना सुनिश्चित किया जाए। सभी निजी स्कूल इस कार्य में जिला प्रशासन का पूर्ण सहयोग करें। वे मंगलवार को लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे।बैठक के दौरान जिला उपायुक्त ने कहा कि सभी विभाग आपसी सामंजस्य के साथ काम करते हुए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम में बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवा पिलाना सुनिश्चित करेंगे। कोई भी बच्चा इस कार्यक्रम के तहत न छुट्टे, इसके लिए विभागीय स्तर पर तैयारी की जाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर जिला के सभी एक से 19 वर्ष के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों, निजी व सरकारी स्कूल में कृमि नियंत्रण की सुरक्षित व असरदार दवा निश्शुल्क दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कृमि संक्रमण से बच्चों में कुपोषण व खून की कमी होती है जिसके कारण हमेशा थकावट रहती है। वहीं संपूर्ण शारीरिक व मानसिक विकास भी नहीं हो पाता। ऐसे में कृमि संक्रमण की रोकथाम बेहद जरूरी है। उन्होंने जिला के निजी व सरकारी विद्यालयों के मुखियाओं को बच्चों को शत-प्रतिशत दवा देने के निर्देश दिए हैं। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. शिव कुमार ने बताया कि कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को दी जाने वाली दवा प्रार्थना सभा उपरांत दी जा सकती है और यह दवा स्वादानुसार मीठी भी है जिसके किसी भी रूप से साइड इफेक्ट नहीं है। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अमित खत्री भी मौजूद रहे।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
============================================.
Bhiwani-स्वास्थ्य विभाग द्वारा 10 15 फरवरी को जिले में 1 से 9 साल तक के बच्चों को कृमि नियंत्रण की दवाई निशुल्क खिलाई जाएंगी। इससे बच्चों के पेट में होने वाली बीमारियों से छुटकारा मिलेगी। यह दवा जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों सरकारी निजी स्कूलों में मुफ्त दी जाएगी।
केंद्र राज्य सरकार के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा 10 फरवरी को जिले में अभियान चलाकर 1 से 9 साल तक के बच्चों को कृमि नियंत्रण की दवाई खिलाई जाएगी। अक्सर देखने में आता है कि नौ साल तक के बच्चों में पेट से संबंधित बीमारियां अधिक होती हैं। परिजन भी बच्चों की इन छोटी-छोटी बीमारियों पर समय रहते ध्यान नहीं दे पाते हैं। इससे बच्चों के शरीर के साथ साथ उनके मानसिक विकास पर भी असर पड़ता है। अभियान के पहले चरण में अगर कोई बच्चा छूट भी जाता है तो उसे स्वास्थ्य विभाग द्वारा 15 फरवरी को दोबारा कैंप लगाकर दवा दी जाएगी। आंगनबाड़ी वर्कर्स, जीएनएम एएनएम द्वारा बच्चों को एलबेंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएंगी।
3लाख 61 हजार 595 बच्चों को मिलेगा लाभ
स्वास्थ्यविभाग द्वारा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर जिले में 3 लाख 61 हजार 595 बच्चों को कृमि नियंत्रण की दवाई खिलाई जाएगी। इससे बच्चों के पेट संबंधित बीमारियों से लाभ मिलेगा।
^केंद्र राज्य सरकार के निर्देश पर जिले में 1 से 9 साल तक के बच्चों को कृमि नियंत्रण की दवाई खिलाई जाएगी। इससे बच्चों को पेट संबंधित बीमारियों में लाभ मिलेगा।'' डॉरणदीप पूनिया, सीएमओ, भिवानी।
No comments:
Post a Comment
thanks for your valuable comment