हर थाना क्षेत्र में तीन ड्यूटी मजिस्ट्रेट
अखिलभारतीय जाट आरक्षण समिति द्वारा 17 मार्च को आंदोलन करने के अल्टीमेटम के मद्देनजर जिला प्रशासन ने गुरुवार को जिले में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। सुरक्षा के दृष्टिगत जिले के सभी कॉलेजों यूनिवर्सिटी में दो दिन तक छुट्टी रहेगी। कानून व्यवस्था बिगड़े, इसके लिए जिलाधीश ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है। पुलिस प्रशासन ने भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। जिले में पैरा मिलिट्री की सात कंपनियां बुलाई गई हैं, जिनमें से कुछ सुबह ही पहुंच गई हैं। पुलिस विभाग के एडीजीपी बीके सिन्हा भी जींद पहुंचे और यहां पर अधिकारियों की मीटिंग लेकर स्थिति का जायजा लिया।
आरक्षण आंदोलन फिर से शुरू होने की सुगबुगाहट के साथ जहां जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है वहीं लोग असमंजस में दिखाई दिए। कुछ लोगों का कहना था कि अगर फिर से आंदोलन शुरू हो गया तो काफी नुकसान हो सकता है। दूसरी तरफ जाट समाज के लोग भाईचारे को किसी भी सूरत में खराब होने का दावा जता रहे हैं। जींद में बुधवार को कहीं से किसी प्रकार की आंदोलन से संबंधित कोई खबर नहीं आई। दिनभर प्रशासनिक बैठकों का दौर जारी रहा और अधिकारी भी प्रबुद्ध लोगों से बातचीत कर जिले में शांति बनाए रखने की बात करते रहे। जींद, सफीदों समेत कई जगहों पर अधिकारियों ने लोगों की मीटिंग लेकर सहयोग भी मांगा।
आंदोलन की आहट के बाद शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिलाधीश विनय सिंह ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है। जो आगामी आदेशों तक जारी रहेगी। आदेशों में कहा गया है कि सार्वजनिक स्थलों पर पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों के समेत हथियारों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगाई गई है। कोई भी व्यक्ति तलवार, भाला, लाठी, जेली, विस्फोटक सामग्री अन्य कोई ऐसी चीज जो हथियार के तौर पर प्रयोग हो सके, उसे लेकर सड़कों, रेलवे ट्रैक, सरकारी अर्ध-सरकारी कार्यालयों अन्य सार्वजनिक स्थलों के आस-पास लेकर आएं। जिलाधीश द्वारा जारी यह आदेश ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर लागू नहीं होंगे।
जींद. शहरके मेन चौक रानी तालाब पर सुरक्षा के लिए तैनात बीएसएफ के जवान।
जाटों को आरक्षण देने के लिए सरकार विधेयक लाने की बात कह रही है। अभी जाट समाज इसका दो दिन इंतजार करेगा। इसके बाद फैसला लिया जाएगा। -नफेसिंह नैन, अध्यक्ष, सर्वजाट खाप पंचायत।
डीसी विनय सिंह ने कहा कि जिले में शांति है। हर गांव में शांति कमेटी बनी हैं जो प्रशासन का सहयोग करते हुए अपने-अपने क्षेत्र में अलर्ट हैं। मुझे नहीं लगता कि जींद जिले में कोई व्यक्ति कानून व्यवस्था तोड़ने का प्रयास कर सकता है। अगर ऐसा कोई करता है तो खुद पब्लिक उनका विरोध करेगी।
सुबह जैसे ही कॉलेज खुले तो विद्यार्थी पहुंच गए। कुछ देर बाद कॉलेज प्रशासन ने छुट्टी की घंटी बजवा दी। इसके बाद विद्यार्थी बिना पढ़ाई किए वापस घर लौट गए। आरक्षण आंदोलन की आशंका के कारण डीसी ने सुरक्षा के दृष्टिगत जिला के सभी महाविद्यालयों यूनिवर्सिटी में 17 18 मार्च को शैक्षणिक गतिविधियों को बंद रखने के निर्देश जारी किए हैं। इस दौरान इन संस्थानों में शैक्षणिक गैर शैक्षणिक स्टाफ पूर्व की भांति उपस्थित रहेगा। निर्देशों में कहा गया कि अखिल भारतीय जाट आरक्षण समिति द्वारा 17 मार्च को आंदोलन करने की चेतावनी दी है। इस चेतावनी के मद्देनजर जिले में किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित हो इसके लिए जिला प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाते हुए दो दिन के लिए संस्थानों में शैक्षणिक गतिविधियां बंद करने को कहा है।
जींद. कॉलेजविद्यार्थियों की सुबह ही छुट्टी करने के बाद राजकीय कॉलेज के गेट पर लगा ताला नोटिस।
पत्रकार वार्ता में एडीजीपी बीके सिन्हा, डीसी विनय सिंह एसपी अभिषेक जोरवाल।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in Haryana news (Recruitment , vacancy , job , news)
अखिलभारतीय जाट आरक्षण समिति द्वारा 17 मार्च को आंदोलन करने के अल्टीमेटम के मद्देनजर जिला प्रशासन ने गुरुवार को जिले में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। सुरक्षा के दृष्टिगत जिले के सभी कॉलेजों यूनिवर्सिटी में दो दिन तक छुट्टी रहेगी। कानून व्यवस्था बिगड़े, इसके लिए जिलाधीश ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है। पुलिस प्रशासन ने भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। जिले में पैरा मिलिट्री की सात कंपनियां बुलाई गई हैं, जिनमें से कुछ सुबह ही पहुंच गई हैं। पुलिस विभाग के एडीजीपी बीके सिन्हा भी जींद पहुंचे और यहां पर अधिकारियों की मीटिंग लेकर स्थिति का जायजा लिया।
आरक्षण आंदोलन फिर से शुरू होने की सुगबुगाहट के साथ जहां जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है वहीं लोग असमंजस में दिखाई दिए। कुछ लोगों का कहना था कि अगर फिर से आंदोलन शुरू हो गया तो काफी नुकसान हो सकता है। दूसरी तरफ जाट समाज के लोग भाईचारे को किसी भी सूरत में खराब होने का दावा जता रहे हैं। जींद में बुधवार को कहीं से किसी प्रकार की आंदोलन से संबंधित कोई खबर नहीं आई। दिनभर प्रशासनिक बैठकों का दौर जारी रहा और अधिकारी भी प्रबुद्ध लोगों से बातचीत कर जिले में शांति बनाए रखने की बात करते रहे। जींद, सफीदों समेत कई जगहों पर अधिकारियों ने लोगों की मीटिंग लेकर सहयोग भी मांगा।
आंदोलन की आहट के बाद शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिलाधीश विनय सिंह ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है। जो आगामी आदेशों तक जारी रहेगी। आदेशों में कहा गया है कि सार्वजनिक स्थलों पर पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों के समेत हथियारों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगाई गई है। कोई भी व्यक्ति तलवार, भाला, लाठी, जेली, विस्फोटक सामग्री अन्य कोई ऐसी चीज जो हथियार के तौर पर प्रयोग हो सके, उसे लेकर सड़कों, रेलवे ट्रैक, सरकारी अर्ध-सरकारी कार्यालयों अन्य सार्वजनिक स्थलों के आस-पास लेकर आएं। जिलाधीश द्वारा जारी यह आदेश ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर लागू नहीं होंगे।
जींद. शहरके मेन चौक रानी तालाब पर सुरक्षा के लिए तैनात बीएसएफ के जवान।
जाटों को आरक्षण देने के लिए सरकार विधेयक लाने की बात कह रही है। अभी जाट समाज इसका दो दिन इंतजार करेगा। इसके बाद फैसला लिया जाएगा। -नफेसिंह नैन, अध्यक्ष, सर्वजाट खाप पंचायत।
डीसी विनय सिंह ने कहा कि जिले में शांति है। हर गांव में शांति कमेटी बनी हैं जो प्रशासन का सहयोग करते हुए अपने-अपने क्षेत्र में अलर्ट हैं। मुझे नहीं लगता कि जींद जिले में कोई व्यक्ति कानून व्यवस्था तोड़ने का प्रयास कर सकता है। अगर ऐसा कोई करता है तो खुद पब्लिक उनका विरोध करेगी।
सुबह जैसे ही कॉलेज खुले तो विद्यार्थी पहुंच गए। कुछ देर बाद कॉलेज प्रशासन ने छुट्टी की घंटी बजवा दी। इसके बाद विद्यार्थी बिना पढ़ाई किए वापस घर लौट गए। आरक्षण आंदोलन की आशंका के कारण डीसी ने सुरक्षा के दृष्टिगत जिला के सभी महाविद्यालयों यूनिवर्सिटी में 17 18 मार्च को शैक्षणिक गतिविधियों को बंद रखने के निर्देश जारी किए हैं। इस दौरान इन संस्थानों में शैक्षणिक गैर शैक्षणिक स्टाफ पूर्व की भांति उपस्थित रहेगा। निर्देशों में कहा गया कि अखिल भारतीय जाट आरक्षण समिति द्वारा 17 मार्च को आंदोलन करने की चेतावनी दी है। इस चेतावनी के मद्देनजर जिले में किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित हो इसके लिए जिला प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाते हुए दो दिन के लिए संस्थानों में शैक्षणिक गतिविधियां बंद करने को कहा है।
जींद. कॉलेजविद्यार्थियों की सुबह ही छुट्टी करने के बाद राजकीय कॉलेज के गेट पर लगा ताला नोटिस।
पत्रकार वार्ता में एडीजीपी बीके सिन्हा, डीसी विनय सिंह एसपी अभिषेक जोरवाल।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in Haryana news (Recruitment , vacancy , job , news)
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