कुल मुद्रा का 86% (14.50 लाख करोड़ )500 और 1000 के नोट है / थे .
11 लाख करोड़ बैंको में वापिस आ चुके है और अभी आ रहे है .
या तो काले धन का अनुमान गलत था या सरकार को गच्चा दे कर लोग धन सफेद कर गये और वो सरकार से भी ज्यादा माहिर निकले . फिर इस सरकारी चक्की में पिसा कोण ? आप या मेरे जैसे ! , ये सरकार का फेलियर है
हाँ एक पॉजिटिव फर्क जरुर पड़ेगा नकली करेंसी एक बार सिस्टम से बहार हो जाएगी, शायद दुबारा भी नकली करेंसी का खेल जल्दी ही शुरू हो जाये.
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