मुकेश खुराना, फतेहाबाद
कैशलेस सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने भी नौवीं से बारहवीं तक के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों की फीस ऑनलाइन जमा करने की कवायद शुरू कर दी है। निदेशालय से जारी निर्देश के तहत ये फीस चाइल्ड वेलफेयर फंड (सीडब्ल्यूएफ) में जमा होंगी। इसमें हर तरह की फीस, फंड, शिक्षा बोर्ड फीस शामिल होगी। अभिभावक नेट बैंकिंग, आटीजीएस, डेबिट, क्रेडिट कार्ड, ई-वॉलेट, यूपीआइ के माध्यम से जमा करवा सकते हैं। स्कूल मुखिया इस फीस व फंड को अन्य फंड में ऑनलाइन ही ट्रांसफर कर सकेंगे। पूरे लेन-देन का रिकॉर्ड रखने के लिए स्कूल मुखिया को अलग से कैशबुक भी रखनी होगी। यह प्रक्रिया न केवल कैशलेस अर्थव्यवस्था को आगे ले जाएगी, बल्कि पारदर्शिता को भी बढ़ावा देगी। जिला शिक्षा अधिकारियों, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों तथा ¨प्रसिपल डाइट व बाइट को आदेश जारी कर कहा गया है कि स्कूल प्रबंधक इन जमा हुई स्कूल फीस व फंड में से राशि नहीं निकाल पाएंगे। शिक्षा विभाग के इस फैसले के बाद प्रदेश भर के करीब तीन हजार स्कूलों के 6 लाख विद्यार्थियों पर असर पड़ेगा।
छात्रों की जो भी फीस है वह ऑनलाइन स्कूल के फंड में जमा होगी। फीस की राशि जिस फंड की है वह वहीं ट्रांसफर होगी। स्कूल मुखिया अन्य कामों के लिए राशि नहीं निकाल पाएंगे। इस संबंध में गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है। फीस जमा करवाने के लिए अलग से पोर्टल भी तैयार किया जा रहा है। इससे गड़बड़ियों पर भी रोक लगेगी। एमएल कौशिक, डायरेक्टर, स्कूल एजुकेशन हरियाणा।