पहली से आठवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाएं 15 मार्च से शुरू होंगी और 22 मार्च तक चलेंगी। इस संबंध में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों की ओर से खंड अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। आदेशों में यह स्पष्ट है कि नियमों के हिसाब से ही परीक्षा में 8 किमी के दायरे में दूसरे अध्यापकों की ड्यूटी लगेगी। परीक्षा के लिए समय भी निर्धारित किया गया है। पहली दूसरी तक कुल अंक 20 और समय एक घंटा रहेगा। जबकि तीसरी से आठवीं कक्षा तक कुल अंक 30 और समय 75 मिनट निर्धारित किया है।
10 दिन पहले लगेंगी डय़ूटी
निर्देशों में कहा गया है कि पहली से आठवीं कक्षा तक की परीक्षाओं के लिए 2 मार्च तक अध्यापकों की ड्यूटियां लगा दी जाएं। इसमें निर्धारित दायरे का ख्याल रखा जाए। पहली से दूसरी तक के प्रश्नपत्र पहले की तरह मासिक टेस्ट के अनुसार जिला कार्यालय द्वारा छपवाकर वितरित किए जाएंगे। नए नियमों के तहत बोर्ड द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि कक्षा 3 से 8 तक के प्रश्न पत्र भिवानी बोर्ड स्वयं छपवाएगा। जो डीईईओ के माध्यम से 14 मार्च तक स्कूल में पहुंच जाएंगे। स्कूल में तैनात रहने वाले अध्यापक उसी दिन पेपर चैक कर उसका रिजल्ट तैयार कर स्कूल इंचार्ज को सौंपेंगे। सभी स्कूल प्रमुख 31 मार्च तक वार्षिक परीक्षा के परिणाम विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करेंगे।
विभाग बना रहा पूरी प्रपोजल इस बारे में बीइओ मदन चौपड़ा का कहना है कि गत 18 फरवरी को गुरुग्राम में सभी जिलों के डीइओ और डीइइओ की मीटिंग मौलिक शिक्षा के निदेशक ने ली थी। मीटिंग में कुछ जिलों से वर्दी के पैसों को लेकर बात उठी थी कि कई जगहों पर वर्दी का पैसा मिलने के बाद भी बच्चे बिना वर्दी के स्कूल आ रहे हैं। ऐसे में बैठक में विचार किया गया कि अभिभावक वर्दी खरीद लें और उसकी रसीद मिलने के बाद पैसा विद्यार्थियों के अकाउंट में डलवा दिया जाए। विभाग ने इस प्रपोजल पर काम करना शुरू कर दिया है ताकि विद्यार्थियों को वर्दी मिल सके।