यह मेरा हरियाणा
हरी-भरी हरियाली वाला, फल-फूलों की डाली वाला, हट्टे-कट्टे लोग यहाँ के, दूध-दही का खाणा यह मेरा हरियाणा।
मर्द-मुछैल यहाँ के छोरे, गले तबीजी, काले डारे, सिर पर पगड़ी पेचों वाली सीधा-सादा वाणा यह मेरा हरियाणा ।
घाघरे घूँघट वाली वीर, पनघट से भर लावें नीर, मार मंडासा खेत कमावें, वेश पहन मरदाना यह कैंस हरियाणा ।
No comments:
Post a Comment
thanks for your valuable comment