चंडीगढ़, जाब्यू : हरियाणा राज्य काउंसिलिंग सोसाइटी ने शैक्षणिक सत्र 2012-13 के लिए प्रदेश के बहुतकनीकी संस्थानों में डिप्लोमा कोर्स में दाखिले के लिए शेड्यूल जारी कर दिया है। फार्म 16 अप्रैल तक निर्धारित केंद्रों पर जमा कराए जा सकेंगे। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इन संग्रहण केंद्रों में राजकीय बहुतकनीकी संस्थान अंबाला शहर, कल्पना चावला राजकीय महिला बहुतकनीकी संस्थान अंबाला शहर, राजकीय महिला बहुतकनीकी संस्थान फरीदाबाद, राजकीय बहुतकनीकी संस्थान झज्जर, मानेसर (गुड़गांव), नीलोखेड़ी, हिसार, मंडी आदमपुर (हिसार), नारनौल, लोहारू (भिवानी), सियार बहुतकनीकी संस्थान रोहतक, राजकीय महिला बहुतकनीकी संस्थान सिरसा, होटल प्रबंधन पोषाहार और कैटरिंग संस्थान पानीपत, राजकीय बहुतकनीकी संस्थान रोहतक, सेठ जयप्रकाश बहुतकनीकी संस्थान दामला (यमुनानगर), राजकीय बहुतकनीकी संस्थान उटावड़ (मेवात) और राजकीय बहुतकनीकी संस्थान लिसाना (रेवाड़ी) शामिल हैं। उन्होंने बताया कि डिप्लोमा इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए 6 मई को डीईटी-2012 तथा पार्श्व प्रवेश दाखिले के लिए 13 मई को डीईटी(एल)-2012 परीक्षा होगी।
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विज्ञान और गणित में फेल भी बनेंगे इंजीनियर
आप का बच्चे अगर मैट्रिक में साइंस और गणित विषय में फेल हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है। वह पॉलीटेक्निक में दाखिला लेकर इंजीनियर तो बन ही जाएंगे। मेरिट में भी नहीं आए हैं तो भी चलेगा। फस्र्ट डिवीजन नहीं है तो भी कोई बात नहीं। महज 35 फीसदी अंक लेकर भी अब इंजीनियरिंग हो सकती है। सरकार ने अब डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग में दाखिले के मापदंड बदल दिए हैं।
नए नियम 16 जून से शुरू होने जा रही काउंसलिंग पर पहली बार लागू होंगे। डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग में दाखिला लेना अब टेढ़ी खीर नहीं रहा है। प्रवेश परीक्षा में भी बैठने की जरूरत नहीं है, बस पैसा हाथ में हो तो मनपसंद ट्रेड में दाखिला मिल ही जाएगा।
यह हैं नए नियम
हरियाणा स्टेट काउंसलिंग सोसायटी के माध्यम से अब तक उन विद्यार्थियों को डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग में दाखिला दिया जाता था, जो मैट्रिक में साइंस और गणित विषय उत्तीर्ण करके आए हैं। अब यह नियम बदल दिए गए हैं। इस बार से साइंस और गणित में फेल विद्यार्थियों को भी दाखिला मिलेगा। बशर्ते कि उन्होंने मैट्रिक में कुल 35 फीसदी अंक हासिल किए हों और बोर्ड ने उन्हें पास घोषित किया हो।
सरकार ने इस बार से एक और नियम बदला है। अब तक पॉलीटेक्निक कालेजों में काउंसलिंग और मैनेजमेंट कोटे से एडमिशन लेने वाले सभी एससी विद्यार्थियों की फीस रिफंड होती थी, लेकिन इस बार से इसे घटाकर 40 फीसदी कर दिया गया है। हालांकि 40 फीसदी में तकरीबन सभी एससी विद्यार्थी कवर हो जाते हैं, लेकिन कोटा तो कम हो ही गया है।
51 हजार विद्यार्थियों के होंगे दाखिले
गुरुवार से प्रदेश में 163 से ज्यादा पॉलीटेक्निक कालेजों में डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग में दाखिले होने जा रहे हैं। 51 हजार 55 सीटों पर विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाएगा। कुल 46 विषयों में दाखिले होंगे, जिनमें कंप्यूटर इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक्स, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, सिविल, प्लास्टिक इंजीनियरिंग, आईटी, सिरेमिक, आटोमोबाइल, इलेक्ट्रिकल ट्रेड शामिल हैं।
प्रवेश परीक्षा में बैठना जरूरी नहीं
सरकार ने प्रत्येक पॉलीटेक्निक कालेज में 25 फीसदी सीटें मैनेजमेंट कोटे की आरक्षित की हैं। हर ट्रेड में यह सीटें रखी गई हैं, जिन्हें सबसे बाद में भरा जाता है। इन सीटों पर दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा में बैठना अनिवार्य नहीं है। मैनेजमेंट कोटे की फीस भरकर इनमें दाखिला मिल जाता है।
पॉलीटेक्निक की काउंसलिंग
पहली काउंसलिंग 16 से 21 जून रिजल्ट 22 जून
दूसरी काउंसलिंग 1 जुलाई रिजल्ट 2 जुलाई
तीसरी काउंसलिंग 6 से 8 जुलाई रिजल्ट 11 जुलाई
सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिए गए हैं। साइंस और गणित विषय में उत्तीर्ण होने की शर्त हटा दी गई है। मैनेजमेंट कोटे की सीटों पर दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा में अपीयर होना अनिवार्य नहीं है। कालेजों में इस कोटे की 25 फीसदी सीट आरक्षित हैं।""
नए नियम 16 जून से शुरू होने जा रही काउंसलिंग पर पहली बार लागू होंगे। डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग में दाखिला लेना अब टेढ़ी खीर नहीं रहा है। प्रवेश परीक्षा में भी बैठने की जरूरत नहीं है, बस पैसा हाथ में हो तो मनपसंद ट्रेड में दाखिला मिल ही जाएगा।
यह हैं नए नियम
हरियाणा स्टेट काउंसलिंग सोसायटी के माध्यम से अब तक उन विद्यार्थियों को डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग में दाखिला दिया जाता था, जो मैट्रिक में साइंस और गणित विषय उत्तीर्ण करके आए हैं। अब यह नियम बदल दिए गए हैं। इस बार से साइंस और गणित में फेल विद्यार्थियों को भी दाखिला मिलेगा। बशर्ते कि उन्होंने मैट्रिक में कुल 35 फीसदी अंक हासिल किए हों और बोर्ड ने उन्हें पास घोषित किया हो।
सरकार ने इस बार से एक और नियम बदला है। अब तक पॉलीटेक्निक कालेजों में काउंसलिंग और मैनेजमेंट कोटे से एडमिशन लेने वाले सभी एससी विद्यार्थियों की फीस रिफंड होती थी, लेकिन इस बार से इसे घटाकर 40 फीसदी कर दिया गया है। हालांकि 40 फीसदी में तकरीबन सभी एससी विद्यार्थी कवर हो जाते हैं, लेकिन कोटा तो कम हो ही गया है।
51 हजार विद्यार्थियों के होंगे दाखिले
गुरुवार से प्रदेश में 163 से ज्यादा पॉलीटेक्निक कालेजों में डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग में दाखिले होने जा रहे हैं। 51 हजार 55 सीटों पर विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाएगा। कुल 46 विषयों में दाखिले होंगे, जिनमें कंप्यूटर इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक्स, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, सिविल, प्लास्टिक इंजीनियरिंग, आईटी, सिरेमिक, आटोमोबाइल, इलेक्ट्रिकल ट्रेड शामिल हैं।
प्रवेश परीक्षा में बैठना जरूरी नहीं
सरकार ने प्रत्येक पॉलीटेक्निक कालेज में 25 फीसदी सीटें मैनेजमेंट कोटे की आरक्षित की हैं। हर ट्रेड में यह सीटें रखी गई हैं, जिन्हें सबसे बाद में भरा जाता है। इन सीटों पर दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा में बैठना अनिवार्य नहीं है। मैनेजमेंट कोटे की फीस भरकर इनमें दाखिला मिल जाता है।
पॉलीटेक्निक की काउंसलिंग
पहली काउंसलिंग 16 से 21 जून रिजल्ट 22 जून
दूसरी काउंसलिंग 1 जुलाई रिजल्ट 2 जुलाई
तीसरी काउंसलिंग 6 से 8 जुलाई रिजल्ट 11 जुलाई
सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिए गए हैं। साइंस और गणित विषय में उत्तीर्ण होने की शर्त हटा दी गई है। मैनेजमेंट कोटे की सीटों पर दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा में अपीयर होना अनिवार्य नहीं है। कालेजों में इस कोटे की 25 फीसदी सीट आरक्षित हैं।""
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