दिल्ली:सन 1999-2000 में हुए टीचर भर्ती घोटाले में तत्कालीन मुख्यमंत्री ओपी चौटाला और उनके बेटे अजय चौटाला के बाद अब एक IAS ऑफिसर पर भी गाज गिरी है। घोटाले में दोषी हरियाणा के आईएएस संजीव कुमार को केंद्र सरकार ने बर्खास्त कर दिया है। संजीव कुमार 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और पूर्व की चौटाला सरकार के कार्यकाल में हुए भर्ती घोटाले में व्हीसल ब्लोअर बनकर सामने आए थे। संजीव कुमार पर चौटाला सरकार के कार्यकाल में पाठ्य पुस्तक प्रकाशन घोटाले के भी आरोप लगे थे। इसके बाद उनका नाम जेबीटी अध्यापक भर्ती घोटाले में भी नाम आया। 3206 जेबीटी अध्यापकों की भर्ती घोटाले में वर्ष 2000 के दौरान अदालत ने संजीव कुमार को दस वर्ष की सजा सुनाई थी। कई विवादों के चलते संजीव कुमार को चार दिसंबर 2001 को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि नियमानुसार संजीव कुमार को 31 मई 2020 में सेवानिवृत्त होना है लेकिन निलंबन की अवधि लंबी होने तथा इस बीच कई अन्य विवादों में घिरने के कारण संजीव कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है।
1999-2000 में हुए टीचर भर्ती घोटाले में तत्कालीन मुख्यमंत्री ओपी चौटाला और उनके बेटे अजय चौटाला के बाद अब एक IAS ऑफिसर पर भी गाज गिरी
दिल्ली:सन 1999-2000 में हुए टीचर भर्ती घोटाले में तत्कालीन मुख्यमंत्री ओपी चौटाला और उनके बेटे अजय चौटाला के बाद अब एक IAS ऑफिसर पर भी गाज गिरी है। घोटाले में दोषी हरियाणा के आईएएस संजीव कुमार को केंद्र सरकार ने बर्खास्त कर दिया है। संजीव कुमार 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और पूर्व की चौटाला सरकार के कार्यकाल में हुए भर्ती घोटाले में व्हीसल ब्लोअर बनकर सामने आए थे। संजीव कुमार पर चौटाला सरकार के कार्यकाल में पाठ्य पुस्तक प्रकाशन घोटाले के भी आरोप लगे थे। इसके बाद उनका नाम जेबीटी अध्यापक भर्ती घोटाले में भी नाम आया। 3206 जेबीटी अध्यापकों की भर्ती घोटाले में वर्ष 2000 के दौरान अदालत ने संजीव कुमार को दस वर्ष की सजा सुनाई थी। कई विवादों के चलते संजीव कुमार को चार दिसंबर 2001 को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि नियमानुसार संजीव कुमार को 31 मई 2020 में सेवानिवृत्त होना है लेकिन निलंबन की अवधि लंबी होने तथा इस बीच कई अन्य विवादों में घिरने के कारण संजीव कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है।