निदेशालय ने मागी शारीरिक शिक्षा के छात्रों की संख्या शारीरिक शिक्षा के अध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी।

निदेशक विद्यालय शिक्षा हरियाणा ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले शारीरिक शिक्षा के छात्रों की संख्या का ब्यौरा मागा है। छात्रों की संख्या के बाद ही शारीरिक शिक्षा के अध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी।
बच्चों की शिक्षा के लिए तो सरकार लगातार प्रयासरत है ही, अब सरकार स्कूलों में अच्छे खिलाड़ी बनाने पर भी जोर दे रही है। इसलिए सरकार स्कूलों में शारीरिक शिक्षा पर जोर दे रही है। शिक्षा विद्यालय हरियाणा के निदेशक ने पत्र क्रमाक 19-67-2011 में प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से पत्र भेजकर स्कूलों में शारीरिक शिक्षा के कितने छात्र है, के बारे में जानकारी मागी है। जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को बच्चों की संख्या बताने के आदेश दिए है। बच्चों की संख्या मिलने के बाद ही निदेशालय शारीरिक शिक्षा के कितने अध्यापक नियुक्त किए जाएंगे, के बारे में फैसला करेगा। अभी सरकारी स्कूलों में शारीरिक शिक्षा के कोई भी विशेष अध्यापक नहीं है। शारीरिक शिक्षा के विषय को पीटीआइ या डीपी ही पढ़ा रहे है। पढ़ाई के साथ खिलाड़ी तैयार करने पर शिक्षा विभाग विशेष महत्व देते हुए शारीरिक शिक्षा के अध्यापकों की नियुक्ति करेगी। छात्र संख्या मिलने के बाद ही निदेशालय अध्यापकों के पद सृजित करेगा
विभाग ने मागी है जानकारी : बीईओ
जुलाना के खंड शिक्षा अधिकारी रामभगत शर्मा ने कहा कि शिक्षा विद्यालय हरियाणा के निदेशन ने शारीरिक शिक्षा पढ़ने वाले छात्रों की संख्या मागी है। जल्द ही छात्रों की संख्या भेज दी जाएगी।

अध्यापक बने शिक्षा विभाग और प्रशासन की डुगडुगी+++नए साल में तोहफा दे सकती है सरकार

कैथल, नरेश पंवार : शिक्षा विभाग के अध्यापक अब जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की डुगडुगी बनकर रह गए हैं। अध्यापकों को यह समझ नहीं आ रहा है कि वे आखिर किसके आदेश मानें। एक ओर जहां शिक्षा विभाग अध्यापकों को स्कूल समय में बच्चों को शिक्षा देने की बात कह रहा है तो वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन 31 दिसंबर तक जनसंख्या पूर्ण करने के लिए कह रहा है। यदि अध्यापक जनगणना करने के लिए जाएं तो जिला शिक्षा अधिकारी का भय और यदि स्कूल में पढ़ाएं तो जनगणना कैसे होगी। नाम न छापने की शर्त पर एक अध्यापक ने बताया कि शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के विरोधाभासी आदेशों के कारण वे कहीं के नहीं रहे हैं। जनगणना कार्य में जाएं तो एक ओर जहां बच्चों की शिक्षा बाधित हो रही है तो वहीं शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों की जांच का

DSE LETTER-HOLIDAY ON 31.12.2011

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31 दिसंबर को हरियाणा के भी सभी कार्यालय, बोर्ड/ निगम और संस्थान बंद रहेंगे।

गुरुपर्व पर आज आधे दिन की छुट्टी

 चंडीगढ़। श्री गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश उत्सव पर निकाले जाने वाले नगर कीर्तन के उपलक्ष्य में 30 दिसंबर को पंजाब के सभी सरकारी कार्यालयों में शुक्रवार को आधे दिन की छुट्टी रहेगी।




Job Description and Qualifications for Research Assistants for REAP


The State Council for Educational Research and Training (SCERT)
Haryana calls for applicants for the position of Research Assistant with the
newly established research Centre REAP (Centre for Research and
Experiments for Action and Policy) within SCERT Gurgaon, Haryana. REAP

is looking for motivated candidates with a Bachelors’ Degree in Science,
Psychology, Economics, Social Sciences, Mathematics or Statistics and a
strong interest in the field of Education to participate in policy research.
Research Assistants will help in designing and implementing monitoring
and evaluation work in Haryana.
The work involve a variety of tasks including designing survey
questionnaires, managing survey teams, negotiating contracts with survey
firms, checking and analyzing data, and coordinating with local partners
running the programs on the field, writing policy and grant proposals and a
significant amount of field-work. The Research Assistants will be mentored
by researchers from REAP, as well as external collaborators from
international organizations such as the MIT Poverty Action Lab (J-PAL) and
Harvard University and work closely with Policymakers. The position
provides a unique opportunity to work at the nexus of practice, policy and
research.
REAP is looking to establish a team with a strong research ethic and
these positions can be excellent learning opportunities for people who wish
to get hands-on experience with field research. Four such positions are
available.
Requirements: Fluency in English (spoken and written), excellent
computer skills particularly in Microsoft Applications.
Knowledge of statistical and referencing software is a
plus.

Result: Sr.Secondary & HOS Oct. 2011+++कुवि में परीक्षाएं और पीसीपी एक साथ+++25 फीसद सीटों पर दाखिला नहीं दिया तो एफआइआर

Result: Sr.Secondary & HOS Oct. 2011      Link-1                 Link-2                Link-3     link-4
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कुवि में परीक्षाएं और पीसीपी एक साथ
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाद केंद्र : कुरुक्षेत्र विश्र्वविद्यालय के दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय ने सेमेस्टर की परीक्षाओं के साथ ही कक्षाएं (पीसीपी) शुरू कर दी हैं। दोनों कार्य पूरे जनवरी माह साथ-साथ होंगे। मालूम हो कि कुवि में सभी कक्षाओं के प्रथम और तृतीय सेमेस्टर की परीक्षाएं 20 दिसंबर से शुरू हो चुकी हैं। छात्र परीक्षाओं में व्यस्त हैं। इसके अलावा जिन छात्रों को अपनी पिछली कक्षाओं की रि-अपीयर या फिर अंक सुधार की परीक्षा देनी होती है, वे भी परीक्षा दे रहे हैं। ऐसे में उन छात्रों के लिए समस्या खड़ी हो हो गई है जिन्होंने पहले कुवि से नियमित डिग्री करने के बाद अब दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय में दाखिला ले लिया है। कुवि की परीक्षा शाखा और दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय में आपसी तालमेल नहीं होने के कारण सैंकड़ों छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एक ही समय में दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय की पीसीपी और समेस्टर की परीक्षा होने के कारण ये अगर परीक्षा देते हैं तो पीसीपी में हाजिरी कम हो जाती है और अगर पीसीपी में जाते हैं तो परीक्षा नहीं दे सकते हैं। दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश भर में कुवि परिसर के अलावा लगभग 18 पीसीसी केंद्र बनाए हैं। इनमें से कुछ कॉलेजों में

मांगों को लेकर अतिथि अध्यापकों का प्रदर्शन+++पात्रता पास संघ की प्रदेश स्तरीय रैली 15 को+++25 का फॉर्म 500 में बेच रहे हैं स्कूल+++नए साल पर रहेगा एसएमएस ब्लैक आउट+++

कैथल
राजकीय अनुबंधित अध्यापक संघ हरियाणा ने रेशनेलाइजेशन से प्रभावित अतिथि अध्यापकों को बिना सेवा बाधित किए समायोजित करने की मांग की है। इस बारे में उन्होंने प्राथमिक विद्यालय शिक्षा अधिकारी कैथल के माध्यम से निदेशक प्राथमिक विद्यालय शिक्षा पंचकूला हरियाणा के नाम एक ज्ञापन भी सौपा। संघ के अध्यक्ष रमेश गुलियाणा ने अतिथि अध्यापकों ं को संबोधित करते हुए कहा कि रेशनेलाइजेशन का बहाना बनाकर प्रदेश भर में एक हजार से अधिक जेबीटी अतिथि अध्यापकों को हटा दिया गया है। भविष्य में मास्टर कैडर के अध्यापकों को हटाने की सरकार ने योजना बनानी शुरू कर दी है जिसे वे सहन नहीं करेंगे।

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पात्रता पास संघ की प्रदेश स्तरीय रैली 15 को

कैथल
अध्यापक पात्रता परीक्षा पास उम्मीदवारों की मंगलवार को एक बैठक का आयोजन हनुमान वाटिका में हुई। इसमें 15 जनवरी को प्रदेश स्तरीय रैली करने का निर्णय लिया गया। इस मौके पर उम्मीदवारों को संबोधित करते हुए संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रदेश में सरकार के ढुलमुल रवैये से करीब 30 हजार अध्यापकों के पद खाली पड़े हैं।
और सरकार हाईकोर्ट में मार्च 2011 में दिए गए उस शपथ पत्र

Hry-demand for promotion cases for Headmasters to masters/teachers

IconResult Computer Science, Botany & Zoology of Lecturer (College Cadre)Icon

IconResult Computer Science, Botany & Zoology of Lecturer (College Cadre)Icon   
HARYANA PUBLIC SERVICE COMMISSION

RESULT
On the basis of interviews, the Haryana Public Service Commission
has finalized the results of Lecturer / Asstt. Professors (College Cadre) in the
subject of Computer Science, Botany & Zoology. The candidates bearing following
Roll Nos. have been selected. The result of the selected candidates has been shown
Category wise.
Subject: Computer Science
Sr. no.
Roll. no. name
Category: General
1 32 Anju Bala
2 309 Seema
3 205 Parisha Sangwan
4 126 Kavita Sharma
5 342 Sonika Dhanda
6 407 Yashwant Singh gh
Sangwan
7 87 Geeta Dalal
8 116 Kamal Kishor
9 356 Sumitra Sangwan
10 292 Sanjay Tyagi
11 352 Sumeet Gill
12 202 Pankaj Kumar
13 276 Ritu
14 216 Pooja
15 48 Ashish Jolly
16 90 Gianetan Singh
Sekhon
17 69 Deepak Kumar
HARYA A PUBLIC SERVICE COMMISSIO
BAYS O 1-10, BLOCK-B, SECTOR 4, PA CHKULA
18 35 Anju Sharma
19 293 Sangeeta Bhatia
20 206 Parma Nand
21 397 Vikram Singh
22 388 Vijay Singh
23 130 Krishan Kumar
24 174 Naveeta Adlakha
25 127 Kiran Yadav
26 330 Shveta
27 252 Rajesh Singh
28 271 Reema Sandhu
29 387 Vijay Deep Gaur
30 339 Sonam
31-48 on availability of candidates
Scheduled Castes of Haryana

प्रदेश में 129 डेंटिस्टों की नियुक्ति सूची जारी

रोहतक . राज्य सरकार ने बहुप्रतीक्षित 129 डेंटिस्टों की नियुक्ति सूची जारी कर दी। मुख्यमंत्री कार्यालय से फाइल मंजूर होने के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट ने चयनित डॉक्टरों को ज्वाइनिंग के निर्देश दे दिए हैं। सरकार ने दांतों के डॉक्टरों की कमी को दूरी करने के लिए 104 पद निकाले गए थे, लेकिन बाद में इनकी संख्या बढ़ाकर 129 कर दी गई थी। लिखित परीक्षा के बाद चयनित उम्मीदवारों के 15 जून से 24 जून तक इंटरव्यू लिए गए थे।

हर स्कूल की दीवार पर लिखे जाएंगे राइट टू एजुकेशन एक्ट के नियम+++मार्च में एक साथ रिटायर होंगे 3500 शिक्षक+++खून की बूंदें बता देंगी गर्भ में पल रहा बेटा या बेटी!

जालंधर. शिक्षा विभाग ने अब राइट टू एजुकेशन (आरटीई) के अधिकारों के प्रति आम लोगों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए विभाग की तरफ से आरटीई वॉल पेंट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। इसमें राज्य भर के प्राइमरी व अपर प्राइमरी स्कूलों की दीवारों के बाहर ब्लैक बोर्ड का निर्माण करवाया जाएगा। इस पर आरटीई के तहत बच्चों के लिए लाजिमी शिक्षा व पूर्ण शिक्षा के अधिकारों को अंकित किया जाएगा। राज्य भर के 19,632 स्कूलों में वॉल पेंट किया जाएगा। इसके लिए विभाग की तरफ से प्रत्येक स्कूल को 700 रुपए दिए जाएंगे।

विभाग की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि आरटीई के नियमों का उल्लंघन करने वाले स्कूलों को बंद कर दिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य यह है कि कोई भी बच्चा आउट ऑफ स्कूल व शिक्षा के अधिकार से वंचित न रह जाए। विभाग ने इन बोर्ड को 15 दिन के भीतर पेंट करवाए जाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। काम पूरा होने पर इसकी रिपोर्ट मुख्य दफ्तर को भेजी जानी जरूरी है।

॥इस संबंध में विभाग की तरफ से निर्देश आ चुके हैं। इन्हें पूरा करने के लिए काम किया जा रहा है।
- नीलम रानी, डीईओ, सेकेंडरी

बोर्ड पर लिखी जाने वाली एक्ट की विशेषताएं

> 6 से 14 साल की उम्र तक का प्रत्येक बच्चा प्राथमिक शिक्षा पूर्ण होने तक निशुल्क और लाजिमी शिक्षा लेने का अधिकार रखता
> कोई भी अध्यापक प्राइवेट ट्यूशन

hry-scol time changed 9am to 3.30pm till 31.01.2012

From
Director Secondary Education,Haryana, Panchkula.
To
1.The Director,SCERT, Gurgaon.
2.All District Education Officers in the State.
3.All District Elementary Education Officers in the State.
Memo No. PA/JDC-Sec. Br./Spl.1
Dated Panchkula, the 27.12.2011
Subject:    Change of School Timings.
In view of intense cold wave conditions prevailing in the State, the Government has decided to change the school timings with immediate effect from existing 8.00 a.m. to 2.30p.m. to 9.00 a.m. to 3.30 p.m. up to 31.01.2012.

आज से स्कूल नौ बजे खोलने का आदेश


गुड़गांव, वसं : कड़ाके की ठंड के मद्देनजर उपायुक्त पीसी मीणा ने जिले के सभी सरकारी विद्यालयों के समय में बुधवार से परिवर्तन के निर्देश जारी किए हैं। उपायुक्त के निर्देशों के मुताबिक जिले के सभी सरकारी स्कूल आगामी आदेशों तक प्रात: 9 से अपराह्न 3.30 बजे तक लगेंगे। फिलहाल स्कूलों का समय प्रात: 8 से 2.30 बजे तक है। दो शिफ्टों में लगने वाले स्कूलों के समय में भी परिवर्तन किया गया है। निर्देशों के अनुसार पहली शिफ्ट एक घंटे बाद और दूसरी शिफ्ट एक घंटा पहले लगेगी। खास बात यह है कि निर्देश में प्राइवेट स्कूल नहीं शामिल किए गए। जबकि सबसे पहले प्राइवेट स्कूल के बच्चे ही घर से निकलते हैं।

स्कूलों का समय बदला+++विभाग एक, आरटीआइ फीस अलग-अलग


हिसार, जागरण संवाददाता : जिले में पड़ रही कड़ाके की सर्दी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूलों के समय में बदलाव किया है। इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी मित्रसेन मल्होत्रा ने बताया कि जिले में बुधवार से स्कूल सुबह 9 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक चलेगा। पहले स्कूलों का समय सुबह 8 बजे से 2.30 बजे तक था। उन्होंने बताया कि यह समय 31 दिसंबर तक ही लागू होगा इसके बाद मौसम के अनुसार समय में परिवर्तन किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि स्कूल का समय बदलवाने के लिए शिक्षक संगठन, अभिभावक व अन्य कई बार उपायुक्त व जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंप चुके हैं।
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विभाग एक, आरटीआइ फीस अलग-अलग
ऋषि कुमार, सोनीपत एक ओर जहां देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजार का आंदोलन चल रहा है, वहीं दूसरी ओर से सोनीपत के लोकनिर्माण विभाग के एक व दो डिवीजन में आरटीआइ कानून को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। दोनों ही कार्यालय में लगे सूचना पट्ट पर दर्शाई गई फीस अलग-अलग है। इससे यह समझना कठिन है कि कौन सी फीस गलत है व कौन सा सही। दरअसल इस तरह के आंकड़ों से निश्चित तौर पर आरटीआइ मांगने वाले लोगों को असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है। जहां तक नियमों की बात करें तो जन सूचना अधिकार 2005 एक्ट में किसी भी सूचना का आवेदन करने पर आवेदनकर्ता को 50 रुपये फीस अदा करनी होती है। इसके अलावा फ्लोपी व सीडी लेने की फीस 50 रुपये ली जाती है। वहीं अगर संबंधित सूचना ए 4 या ए 3 आकार के पेज में दिया जाता है तो उसके लिए प्रति पेज 2 रुपये के दर से देने पड़ते हैं। इसी तरह मुद्रित रिपोर्ट के लिए दस रुपये प्रति पेज तथा रिकार्ड, निरीक्षण के पहला घंटा निशुल्क तत्पश्चात हर 15 मिनट के लिए दस रुपये देने होते हैं। इन सबसे अलग लोक निर्माण विभाग के डिविजन नंबर-1 व 2 के अफसरों ने अपनी मर्जी के जन सूचना लेने संबंधी बोर्ड अपने-अपने कार्यालय के समीप लगा रखे हैं। क्या है बोर्ड में गड़बड़ी? लोक निर्माण विभाग के डिविजन नंबर-1 का बोर्ड: विभाग के जन सूचना अधिकार बोर्ड में दरखास्त फीस को पचास रुपये के बदले दस रुपये प्रिंट कर रखा है। लोक निर्माण विभाग के डिविजन नंबर-2 का बोर्ड: विभाग के जन सूचना अधिकार बोर्ड में प्रति पेज सूचना लेने की फीस दो रुपये के बजाय दस रुपये प्रिंट कर रखा है। अफसरों ने की है भूल:गर्ग विभाग के अधीक्षण अभियंता आरके गर्ग ने बताया कि सूचना अधिकार 2005 के तहत पचास रुपये आवेदन व प्रति पेज 2 रुपये की वसूली का दर निर्धारित है। अगर लोक निर्माण विभाग के दफ्तर में इससे अलग दर निर्धारण का उल्लेख है तो यह निश्चित तौर पर भूल है। इस तरह की लापरवाही से आरटीआइ कार्यकर्ता को दिक्कत होना लाजिमी है। वे इस बारे में संबंधित विभागीय अधिकारी को सूचित करेंगे।

महिला शिक्षक नहीं तो फिर स्कूल भी नहीं+++खराब परीक्षा परिणाम पर भड़के ग्रामीण+++


अफगानिस्तान में तालिबान के शासन के दौरान लड़कियों के स्कूल जाने पर प्रतिबंध था। इसका परिणाम दस साल बाद सामने आ रहा है। तालिबान के सत्ता से हटाए जाने के दस साल बाद भी अफगानिस्तान में महिला शिक्षिकों की संख्या न के बराबर है। यहां के बामियान प्रांत में करीब चार हजार शिक्षकों में से महज पांच सौ महिला शिक्षिकाएं हैं। महिला शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए 12 स्कूलों से 240 लड़कियों को सेव द चिल्ड्रन योजना के तहत विशेष प्रशिक्षण देने के लिए चयनित किया गया है। अगले साल मार्च में उनका प्रशिक्षण पूरा हो जाएगा। ट्रेनिंग के दौरान उन्हें बच्चों को पढ़ाने, हाजिरी लेने जैसे सबक सिखाए जा रहे हैं। यह लड़कियां प्रशिक्षण के साथ अपनी पढ़ाई भी जारी रखे हुए हैं। पिछले एक दशक में अफगानिस्तान में स्कूल जाने वाली लड़कियों की संख्या शून्य से करीब 25 लाख पहुंच गई है। बामियान में सेव द चिल्ड्रन एजुकेशन के समन्वयक मेराज हुसैन के मुताबिक इस अभियान को विभिन्न समुदायों का भी समर्थन मिल रहा है। उन्होंने बताया, इस प्रांत में अधिकतर स्कूलों में महिला शिक्षकों की कमी है। इसलिए मां बाप अपनी बेटियों को छठी कक्षा के बाद स्कूलों में नहीं भेजते हैं क्योंकि वहां पुरुष शिक्षक होते हैं। उनके मुताबिक इस परियोजना के मार्च 2012 में पूरे हो जाने के बाद शिक्षा विभाग ने प्रशिक्षित लड़कियों को शिक्षिका के पद पर नियुक्त करने का वायदा किया है।
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खराब परीक्षा परिणाम पर भड़के ग्रामीण
फतेहाबाद, जागरण संवाद केंद्र : गांव भडोलावाली के राजकीय उच्च विद्यालय की दसवीं कक्षा के प्रथम समेस्टर का परीक्षा परिणाम खराब आने से भड़के ग्रामीणों ने मंगलवार को स्कूल पर ताला जड़ दिया। अधिकारियों द्वारा दो शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति पर भेजने के आदेश देने के बाद ही ग्रामीण शांत हुए। उल्लेखनीय है कि विद्यालय में पढ़ रहे दसवीं कक्षा के 46 विद्यार्थियों में से मात्र 10 ही पास हो पाए हैं। शेष 36 विद्यार्थियों का परिणाम री-अपीयर रहा है। परीक्षा परिणाम खराब आने पर भड़के ग्रामीणों ने मंगलवार सुबह स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया। इस संबंध में सूचना मिलने पर एसडीएम बलजीत सिंह और शिक्षा विभाग की जिला परियोजना संयोजक बिमला मिगलानी, बीईओ भागीरथ पवार आदि मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाकर स्कूल के गेट पर लगा ताला खुलवाया। डीपीसी बिमला मिगलानी ने बताया कि स्कूल में तैनात गणित, विज्ञान व पंजाबी विषय के शिक्षकों के प्रति ग्रामीणों में रोष था। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने शिक्षकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि तीनों शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंचते और आपस में झगड़ते रहते हैं। इस कारण पिछले लंबे समय से स्कूल में पढ़ाई का माहौल नहीं बन पा रहा। इसी कारण विद्यालय का परीक्षा परिणाम खराब आया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि तीनों शिक्षक खराब परीक्षा परिणाम के जिम्मेदार हैं। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे एसडीएम व डीपीसी से मांग की कि तीनों शिक्षकों को कहीं ओर भेजा जाए। ग्रामीणों को शांत करने के लिए मौके पर ही डीपीसी ने दो शिक्षकों को दूसरे स्थान पर प्रतिनियुक्ति पर भेजने का आदेश दिया। गणित शिक्षक बलवंत को बनगांव व पंजाबी विषय के शिक्षक जसबीर सिंह को नागपुर में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है। डीपीसी ने बताया कि विज्ञान विषय के शिक्षक रघुवीर सिंह के पास विद्यालय की डीडी पावर है। इस कारण मौके पर उनकी प्रतिनियुक्ति नहीं की गई। उच्च अधिकारियों से बात कर विज्ञान शिक्षक को भी प्रतिनियुक्ति पर भेजा जाएगा।
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मौखिक आदेश पर ही रख लिया गेस्ट टीचर

यमुनानगर
न कोई इश्तेहार निकाला और न ही की मुनियादी। कोई लिखित आदेश नहीं, फिर भी गुपचुप तरीके से दे दी गई नियुक्ति। इतना ही नहीं नियुक्ति पत्र पर कमेटी सदस्यों के हस्ताक्षर तक नहीं कराए गए। ऐसा कारनामा किया है शिक्षा विभाग ने, जहां पिछले दरवाजे से जिला शिक्षा अधिकारी के मौखिक आदेश पर ही गेस्ट टीचर रख लिया गया।
गेस्ट अध्यापकों की नियुक्ति में किस तरह नियमों को ताक पर रखकर अपनों को उपकृत किया गया, इसकी परतें धीरे-धीरे उखड़ने लगी हैं। हथियार बना है सूचना का अधिकार (आरटीआइ) अधिनियम। अधिकारियों ने अपने चहेतों को इस तरह उपकृत किया कि किसी को कानोंकान खबर नहीं हुई। लेकिन यह खेल अधिक दिन छुपा नहीं रह सका।
मुमीदी गांव निवासी प्रदीप कुमार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, मंडौली में गेस्ट टीचर (हिंदी) के तौर पर नियुक्ति दी गई। लेकिन इसके लिए न तो विभाग की ओर से और न ही स्कूल की ओर से कोई वैकेंसी निकाली गई। आरटीआइ के जरिये हासिल जानकारी में नियुक्ति देने वाले तत्कालीन प्रिंसिपल जसपाल सिंह ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी के मौखिक आदेश पर नियुक्ति की गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि उनके कार्यालय में मात्र एक ही आवेदन पत्र प्राप्त हुआ था और उसे नियुक्ति दे दी गई।
मंडौली स्कूल के वर्तमान प्रिंसिपल की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि हिंदी अध्यापक के उक्त रिक्त पद के लिए न तो कोई मुनियादी करवाई गई और न ही इश्तेहार लगवाया गया। प्रदीप के नियुक्ति पत्र पर कमेटी सदस्यों के हस्ताक्षर भी नहीं हैं। विद्यालय रिकार्ड के अनुसार तत्कालीन प्रिंसिपल ने डीईओ के मौखिक आदेश पर गेस्ट टीचर को नियुक्ति दी थी।
नियुक्ति के लिए मिनिमम पीरियड के नियम का पालन भी नहीं किया गया। कक्षा छठी से 10वीं तक हिंदी और संस्कृत के कुल 91 पीरियड बनते थे जबकि स्कूल में संस्कृत शिक्षक के अलावा हिंदी का एक स्थायी शिक्षक पहले से कार्यरत थे। इन दोनों के 72 (36 जमा 36) पीरियड निकालने के बाद 19 पीरियड ही बचते थे, जिनके लिए नियमानुसार गेस्ट टीचर की नियुक्ति नहीं की जा सकती।
बिना कमेटी नहीं होती नियुक्ति : डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी जगजीत कौर ने बताया कि बिना कमेटी गठित किए गेस्ट टीचर की नियुक्ति नहीं की जा सकती। इसके लिए स्कूल के नोटिस बोर्ड पर रिक्त पदों का नोटिस लगाना भी जरूरी है। उन्होंने बताया कि कोई डीईओ नियुक्ति के लिए मौखिक आदेश जारी नहीं करता। साथ ही हिंदी विषय के 32 पीरियड या अधिक पीरियड रिक्त होने पर ही गेस्ट टीचर की नियुक्ति की जा सकती है। अन्य विषयों के शिक्षकों के लिए कम से कम 28 पीरियड रिक्त होने चाहिएं।

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